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रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी पर कार्यवाही, कोलार में फिर पकड़ाए आरोपी

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भोपाल: राजधानी भोपल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी रुकने का नाम नही ले रही है। एक बार फिर भोपाल के कोलार क्षेत्र में अवैध रूप से रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते हुए आरोपी पकड़े गए है। पुलिस के मुताबिक इन आरोपियों के पास से 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने अब तक तीन आरोपी को आरोपी गिरफ्तार कर लिया है जब कि एक आरोपी फरार अभी तक फरार है। कोलार थाना क्षेत्र की पुलिस फरार आरोपी के तलाश में  जुटी हुई है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक मेडिकल संचालक है और जेके अस्पताल के एक कर्मचारी से इंजेक्शन खरीदते थे। जेके अस्पताल का कर्मचारी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है।

आपको बता दे कि कोरोना की दूसरी लहार इतनी तेजी से फैली की बाजार में  रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी हो गयी। इसी बीच अवैध रूप से कालाबाज़ारी कर लोग आपदा को अवसर में तब्दील करने लगे। पुलिस ऐसे लोगों पर लगातार कार्यवाही कर रही और उन्हें गिरफ्तार कर उनपर करवाई कर रही है।

मध्यप्रदेश कांग्रेस ने जारी की 155 प्रत्याशियों की पहली सूची।

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madhya pradesh congress leaders including kamalnath and jyotiraditya scindia and digvijay singh

काफी इंतजार के बाद आखिर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। उम्मीदवारों की पहली सूची में 155 नामों को को शामिल किया गया है।

सूची को देखकर पता चलता है कि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को बराबरी से टिकट दिया गया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने सूची जारी की है।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव: कांग्रेस की पहली सूची के प्रमुख नाम

  1. जोरा- बनवारी लाल शर्मा
  2. सुमावली- एदल कंसाना
  3. मुरैना- रघुराज सिंह कसाना
  4. दिमनी- गिरिराज दंडोतिया
  5. अंबा सुरक्षित- कमलेश जाटव
  6. अटैक- हेमंत कटारे
  7. लहार- डॉक्टर गोविंद सिं
  8. मेहगांव- ओ पी एस भदौरिया
  9. ग्वालियर ग्रामीण- मदन कुशवाहा
  10. ग्वालियर- प्रद्युमन सिंह तोमर
  11. ग्वालियर ईस्ट- मुन्नालाल गोयल
  12. भितरवार- लखन सिंह यादव
  13. डबरा सुरक्षित- श्रीमती इमरती देवी
  14. शिमला- घनश्याम सिंह
  15. भांडेर सुरक्षित- राकेश संतराम
  16. करेरा सुरक्षित- जसवंत जाटव
  17. पोहरी- सुरेश
  18. रथखेड़ा पिछोर- केपी सिंह
  19. चाचौड़ा- लक्ष्मण सिंह
  20. राघोगढ़- जयवर्धन सिंह
  21. बीना सुरक्षित- शशि कुमार कथूरिया
  22. खुरई- अरुणोदय चौबे
  23. सुर्खी- गोविंद सिंह राजपूत
  24. देवरी- हर्ष यादव
  25. नरयावली सुरक्षित- सुरेंद्र चौधरी
  26. सागर- नेवी जैन
  27. बंडा- तरवार सिंह लोधी
  28. टीकमगढ़- यादवेंद्र सिंह
  29. पृथ्वीपुर- बृजेंद्र सिंह राठौर
  30. निवाड़ी- कैप्टन सुरेंद्र सिंह यादव
  31. खरगापुर- श्रीमती चंदा सिंह गौर
  32. महाराजपुर- नीरज दीक्षित
  33. चांदला- हरिप्रसाद अनुरागी
  34. छतरपुर- आलोक चतुर्वेदी
  35. बिजावर- शंकर प्रताप सिंह बुंदेला
  36. जबेरा- प्रताप सिंह लोधी
  37. पवई- मुकेश नायक
  38. गुनौर सुरक्षित- शिवदयाल बागरी
  39. चित्रकूट- नीलांशु चतुर्वेदी
  40. रैगांव सुरक्षित- कल्पना वर्मा
  41. सतना- सिद्धार्थ कुशवाहा
  42. नागौद- यादवेंद्र सिंह
  43. अमरपाटन- राजेंद्र कुमार सिंह
  44. सिरमौर- श्रीमती अरुणा तिवारी
  45. सिमरिया- त्रियुगी नारायण शुक्ला
  46. त्योंथर- रमाशंकर पटेल
  47. मऊगंज- सुखेंद्र सिंह बन्ना
  48. देवतालाब- श्रीमती विद्यावती पटेल
  49. रीवा- अभय मिश्रा
  50. गूढ़- सुंदर लाल तिवारी
  51. चुरहट- अजय सिंह राहुल
  52. सिहावल- कमलेश्वर पटेल
  53. चितरंगी सुरक्षित- श्रीमती सरस्वती सिंह
  54. सिंगरौली- श्रीमती रेनू भवानी
  55. सुरक्षित- श्रीमती कमलेश सिंह
  56. व्यवहारी सुरक्षित- रामपाल सिंह
  57. जयसिंह नगर- ध्यान सिंह
  58. जेतपुर सुरक्षित- श्रीमती उमा धुर्वे
  59. कोतमा- सुनील शराब
  60. अनूपपुर सुरक्षित- बसु लाल सिंह
  61. पुष्पराजगढ़ सुरक्षित- फुन्दूलाल सिंह मार्को
  62. बरवाड़ा- विजय राघवेंद्र सिंह
  63. विजयराघवगढ़- पदमा शुक्ला
  64. बहोरीबंद- सौरभ सिंह सिसोदिया
  65. पाटन- नीलेश अवस्थी
  66. बरगी- संजय यादव
  67. जबलपुर कैंट- आलोक मिश्रा
  68. जबलपुर पश्चिम- तरुण भनोट
  69. सिहोरा एसटी- खिलाड़ी सिंह
  70. शाहपुरा सुरक्षित- भूपेंद्र मरावी
  71. डिंडोरी सुरक्षित- ओंकार सिंह मरकाम
  72. बिछिया सुरक्षित- नारायण सिंह पट्टा
  73. मंडला सुरक्षित- संजीव छोटे लाल उइके
  74. बैहर सुरक्षित- संजय उइके
  75. लांजी- श्रीमती हिना लिखी राम कावरे
  76. परसवाड़ा- श्रीमती मधु भगत
  77. बरघाट सुरक्षित- अर्जुन सिंह काकोडिया
  78. काकोडिया सिवनी- मोहन सिंह चंदेल
  79. केवलारी- रजनीश हरवंश सिंह
  80. लखनादोन- योगेन्द्र सिंह बाबा
  81. गोटेगांव – नर्मदा प्रसाद प्रजापति
  82. नरसिंहपुर – लाखन सिंह पटेल
  83. तैंदूखेड़ा – संजय शर्मा
  84. गाडरवाड़ा – सुनीता पटेल
  85. अमरवाड़ा- कमलेश शाह
  86. सौंसर – विजय चौरे
  87. परासिया -सोहनलाल वाल्मीकि
  88. मुलताई – सुखदेव पांसे
  89. बैतूल – निलय कुमार डागा
  90. घोड़ाडोंगरी ब्रह्माभालवी
  91. भैंसादेही – दामू सिंह सिरसाम
  92. टिमरनी – अभिजीत शाह(अंकित बाबा)
  93. हरदा – आर.के. दोगने
  94. सिवनी-मालवा -ओमप्रकाश रघुवंशी
  95. सोहागपुर- सत्यपाल पालया
  96. उदयपुरा – देवेन्द्र पटेल गदरवास
  97. भोजपुर – सुरेश पचौरी
  98. सांची – डॉ.प्रभुराम चौधरी
  99. सिलवानी- देवेन्द्र पटेल
  100. विदिशा – शशांक भार्गव
  101. बासौदा – निशंक जैन
  102. कुरवाई – सुभाष गोहट
  103. सिरोंज – अशोक त्यागी
  104. शमशाबाद- ज्योत्सना यादव
  105. बैरसिया – जय श्री हरिकरण
  106. भोपाल-उत्तर- आरिफ अकिल
  107. भोपाल-दक्षिण पीसी शर्मा
  108. आष्टा – इंजी. गोपाल सिंह
  109. इच्छावर- शैलेन्द्र पटेल
  110. सीहोर – सुरेन्द्र सिंह ठाकुर
  111. नरसिंहगढ़- गिरीश सिंह भंडारी
  112. राजगढ़ – बापू सिंह तोमर
  113. खिलचीपुर- प्रियव्रत सिंह
  114. सारंगपुर- कला मालवीय
  115. सुसनेर – महेन्द्र सिंह परिहार
  116. आगर – विपिन वानखेड़े
  117. शाजापुर – हुकुम सिंह कराडा
  118. कालापिपल- कुनाल चौधरी
  119. सोनकच्छ- सज्जन सिंह वर्मा
  120. देवास – जय सिंह ठाकुर
  121. बगाली – कमल सिंह वसकले
  122. मांधाता- नारायण सिंह पटेल
  123. हरसूद (एसटी) – सुखराम साल्वे
  124. नेपानगर (एसटी) श्रीमती सुमित्रा देवी कस्दकार
  125. बुरहानपुर – हमीदकांजी
  126. बिकनगांव (एसटी) श्रीमती झूमा सोलंकी
  127. बादवाह – सचिन बिरला
  128. महेश्वर – (एससी) से विजय लक्ष्मी साधो
  129. कसरावद – सचिन यादव
  130. भगवानपुरा (एसटी) – विजय कुमार सोलंकी
  131. सेंधवा (एसटी) – ग्यारसीलाल रावत
  132. राजपुर (एसटी) – बाला बच्चन
  133. बदवानी (एसटी) – रमेश पटेल
  134. जोबत (एसटी) – श्रीमती कलावती भूरिया
  135. झाबुआ (एसटी)- डा- विक्रांत भूरिया
  136. तान्दला (एसटी) – वीर सिंह भूरिया
  137. सरदारपुर (एसटी) -प्रताप ग्रेवाल
  138. गंधवानी (एसटी) -उमंग सेंगर
  139. कुक्षी (एसटी) -सुरेंद्र सिंह बघेल
  140. मनावर (एसटी)- हीरा अलावत
  141. धरमपुरी (एसटी)- प्राची लाल मेदा
  142. धार – श्रीमती प्रभा सिंह गौतम
  143. बदनावर – राजवर्धन सिंह
  144. इंदौर 3 -अश्वनी जोशी
  145. डा.अम्बेदकर नगर -अंतर सिंह डाबर
  146. रउ – जीतू पटवरी
  147. सांबेर (एससी) -तुलसी सिलावत
  148. नागद खाचरोद -दिलीप सिंह गुर्जर
  149. तराना (एससी) – महेश परमार
  150. घटिया (एससी)- राम लाल मालवीय
  151. बढनगर – मुरली मोरवाल
  152. रतलाम गांव (एसटी) -लक्ष्मण सिंह डिंडौर
  153. सेलाना (एसटी) -हर्ष विजय गेहलोत
  154. जौरा – केके सिंह कालूखेडा
  155. सुवसरा -हरदीप सिंह डांगलोत

मध्यप्रदेश कांग्रेस की पहली सूची

भ्रष्टाचार और अपराध का पर्याय बनी शिवराज सरकार: प्रमोद तिवारी

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senior congress leader pramod tiwari in bhopal

कांग्रेस के वरिष्ट नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शिवराज सरकार को भ्रष्टाचार और अपराध का पर्याय बताया। तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज में प्रदेश अपराधियों के गढ़ में तब्दील हो गया है। शिवराज सिंह चैहान मामा का मुखौटा लगाकर यहां भ्रष्टाचारियों, महामारियों, अपराधियों, व्यभिचारियों, जमाखोरों और कमीशनखोरों की सरकार चला रहे हैं। ऐसा कोई अपराध नहीं बचा है जो शिवराज सरकार के सानिध्य में मध्यप्रदेश में न हुआ हो।

प्रमोद तिवारी ने निजी संस्था टाटा स्ट्रेटेजिक मेनेजमेंट की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि “बीते तेरह वर्षों के ‘मामा-राज’ में 30 हजार से अधिक हत्यायें, 46 हजार से अधिक बलात्कार, सवा दो लाख से अधिक जघन्य अपराध, और 28 लाख से अधिक आईपीसी के अपराध दर्ज किये गए। न्याय व्यवस्था का यह हाल है कि मध्यप्रदेश में साल के अंत तक 668920 आईपीसी के क्राइम पेंडिंग थे।

प्रमोद तिवारी ने कहा कि “मैंने अपने पूरे जीवन में ऐसा कोई घोटाला नही देखा जिसमे 50 से ज्यादा लोगों की जान गयी हो। व्यापमं घोटाले में मुख्यमंत्री ने एक करोड़ युवाओं के भविष्य को बेच दिया और 50 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। हजारों करोड़ का ई-टेंडर घोटाल हुआ। हजारों करोड़ के रेत का अवैध उत्खनन मामा जी के आशीर्वाद से चल रहा है। अब तो हालात यह हो गये हैं कि भाजपा के वरिष्ठ मंत्रियों के वीडियो सामने आने लगे हैं, जिसमें वे कह रहे हैं कि 100 करोड़ रूपये मोदी जी को दूंगा और कृषि मंत्री बन जाऊंगा।”

महिला अपराध में नंबर वन

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि “मध्यप्रदेश में अपराध में यह परिस्थितियां निर्मित हो गई है कि शाम 6 बजे के बाद बेटियों ने घर से निकलना बंद कर दिया है। मध्यप्रदेश में कामकाजी महिलाऐं देश में सबसे ज्यादा असुरक्षित है। मामा के राज में प्रदेश बलात्कार के मामने में नंबर वन रहा है। मामा सरकार के आने के बाद बलात्कार की घटनाओं में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई। न्याय व्यवस्था का हाल यह है कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी तो महिलाओं के खिलाफ सिर्फ 7000 मुक़दमे लंबित थे जो आज बढ़कर 85383 हो गये हैं। “

राम मंदिर पर कोर्ट के फैसले के साथ रहेगी कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ट नेता प्रमोद तिवारी ने राम मंदिर निर्माण और राकेश सिन्हा के प्राइवेट बिल से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि “चुनाव नजदीक आते ही भाजपा को मंदिराइटिस नाम की बीमारी हो जाती है। हिंदी राज्यों चुनाव नजदीक आते ही भाजपा को यहाँ राम मंदिर की याद आती है और चुनाव के बाद वह भगवान श्री राम को एक बार फिर वनवास पे भेज देती है। राकेश सिन्हा द्वारा संसद में लाए जा रहे प्राइवेट बिल के समर्थन के सवाल पर तिवारी ने कहा कि “राम मंदिर का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट का जो भी फैसला होगा वह कांग्रेस पार्टी को मान्य होगा और रही बात राकेश सिन्हा की तो वह जब बिल लाएँगे तब उसपर भी पार्टी अपना फैसला लेगी।

40 दिन 40 साल: कमलनाथ ने किसानों की मौत को लेकर पूछा पंद्रहवां सवाल

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madhya pradesh congress chief kamalnath

40 दिन 40 साल पूछने की कड़ी में कांग्रेस मध्यप्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार से पंद्रहवां सवाल पूछा है. पंद्रहवें सवाल में कमलनाथ ने पूछा कि, ‘शिवराज जी, किसानों को तो उतार दिया मौत के घाट, अब खेती को क्यों पहुँचा रहे हो आघात ?’

सवाल नंबर पंद्रह –

मध्यप्रदेश में खेती पर संकट के बादल छा रहे हैं ,
मोदी जी अपनी रिपोर्ट में बता रहे हैं ।
शिवराज जी, किसानों को तो उतार दिया मौत के घाट ,
अब खेती को क्यों पहुँचा रहे हो आघात ?

1) मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश की खेती पर 24 सितंबर 2018 को एक रिपोर्ट जारी की है। उसके मुताबिक मध्यप्रदेश में 2011 से 15 के बीच किसानों की संख्या 11लाख़ 31 हज़ार ,अर्थात 12.74% बढ़ गई ,और खेती का रकबा 1 लाख़ 66 हज़ार हेक्टेयर कम हो गया ।

2) मप्र में गंभीर संकट यह पैदा हुआ कि 1 हेक्टेयर से कम खेती करने वाले छोटे किसान 24.25 % बढ़ गए और छोटी खेती अर्थात 1 हेक्टेयर से छोटे खेत 23.85% बढ़ गए

3) मप्र में अनुसूचित जाति के बड़े किसान मामा राज में बीते पाँच सालों में 36% कम हो गए और उनकी खेती का रकबा 35 % कम हो गया

4) आदिवासी भाइयों में बड़े किसानों की संख्या 26% कम हो गई और उनकी खेती का रकबा 28% कम हो गया ।

5) मध्यप्रदेश में छोटे और मंझोले किसानों का प्रतिशत बढ़कर 75.57% हो गया,जो बेहद चिंता जनक है ।

6) मध्यप्रदेश में छोटी और मझौली खेती चिंताजनक रूप से 34% से बढ़कर 39% हो गई है, अर्थात किसानों की लागत का बढ़ना और मुनाफ़ा कम होना।

7) मध्यप्रदेश में मार्जिनल किसान के पास एवरेज खेत मात्र 0.49 हेक्टेयर है,जो बेहद चिंताजनक है ।

8)यह तथ्य रोंगटे खड़े कर देने वाला है कि व्यक्तिगत खेती की श्रेणी में मप्र के मार्जिनल किसानों के पास खेती का रकबा मात्र 0.38 हेक्टेयर है और साझा खेती में यह मात्र 0.40 हेक्टेयर है
9)मामा,की किसान पुत्र के रूप में जैसे जैसे ब्रांडिंग हुई,वैसे वैसे खेती और किसान समाप्त होते गए

-40 दिन 40 सवाल-

“मोदी सरकार के मुँह से जानिए,
मामा सरकार की बदहाली का हाल।”

“हार की कगार पर मामा सरकार”

मुख्यमंत्री शिवराज के साले संजय सिंह, कांग्रेस में हुए शामिल

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image of cm shivraj singh chouhan's brother in law sanjay singh with pcc chief kamalnath at aicc head office in delhi

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह के सगे भाई संजय सिंह ने कांग्रेस का दामन थामा। शनिवार को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर कमलनाथ ने संजय के कांग्रेस में शामिल होने की जानकारी दी। जहां मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के साथ प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया और चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सिंधिंया भी मौजूद थे। इस दौरान संजय ने भाजपा पर हमला कर कमलनाथ को खासतौर पर धन्यवाद भी किया।

संजय सिंह : मैं मुख्यमंत्री का परिवार नहीं रिश्तेदार हूँ , मेरा कुल और गोत्र दोनो अलग है।

संजय सिंह का आरोप  :

संजय सिंह ने 5 मिनट की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाजपा पर कई आरोप लगाए, जिसमें उन्होंने भाजपा को कामदारों की नहीं नामदारों की पार्टी भी कहा। साथ ही भाजपा में परिवाद को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है। वहीं परिवार को धोखा देने के सवाल पर संजय ने कहा कि “मैं मुख्यमंत्री के परिवार नहीं रिश्तेदार हूँ, मेरा कुल और गोत्र दोनो अलग है।”

वहीं कांग्रेस दो घंटे में मध्यप्रदेश विधानसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है।

भारतीय जनता पार्टी में बगावती सुर, ये बड़े नेता छोड़ सकते हैं पार्टी

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भारतीय जनता पार्टी की पहली सूची जारी होते ही बगावत के सुर दिखने शुरू हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक आज भाजपा पार्टी के कई बड़े नाम पार्टी को अलविदा कह सकते हैं. इसमें कार्यकर्त्ता से लेकर कई बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं. बता दें कि 177 की पहली सूची में भाजपा ने कई नेताओं के टिकट काट दिेए जिसके बाद ये विरोध के सुर उठने लगे हैं.

जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन 

  • नागदा में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत के घर का महिदपुर विधायक बहादुर सिंह चौहान के पक्ष में भाजपा कायकताओं ने घेराव किया। लगभग 500 नागदा पहुंचे।
  • मंत्री कुसुम महदेले को टिकट न मिलने की वजह को लेकर पहुंचीं सीएम हाउस। सीएम से करेंगी मुलाकात।
  • हुज़ूर में भी टिकट बंटवारे के बाद मची उथल पुथल। बता दें कि बीजेपी से टिकट की दावेदारी कर रहे जिला पंचायत सदस्य माखन सिंह राजपूत निर्दलीय नामांकन भर सकते हैं।
  • खंडवा देवेंद्र वर्मा के विरोध में लोगों ने मुंडन करवाया।
  • भोपाल गोविंदपुरा सीट पर कृष्णा गौर को टिकट न मिलने को लेकर कई महिला कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
  • सैलाना विधायक संगीता चारे भाजपा से टिकट कटने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
  • रतलाम में टिकट कटने से पूनम सोलंकी ने भाजपा से इस्तीफा दिया। पूनम टिकट की मांग कई दिनों से कर रहीं थी लेकिन उकी जगह दिनेश मकवाना को दे दिया गया। वहीं पिपलोदा नगर परिषद अध्यक्ष श्याम बिहारी पटेल ने पार्टी के फैसले के खिलाफ जाकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है।
  • भोपाल बीजेपी दफ्तर में जमकर हंगामा। बाई साहब के समर्थनमें हुआ हंगामा। समर्थक का आरोप पैराशूट नेता नहीं चलेंगे। बता दें कि बाई साहब की जगह केपी यादव को भाजपा ने टिकट दिया।
  • टीकमगढ़ के विधायक केके श्रीवास्तव ने प्रभात झा पर लगाए गंभीर आरोप। उन्होंने कहा रूपये लेकर बांटे गए टिकट।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह ने भाजपा छोड़ कांग्रेस में हुए शामिल। शामिल होते ही संजय सिंह ने भाजपा पर लगाया वंशवाद का आरोप।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव : भाजपा की 177 सीटों पर 16 महिला उम्मीदवार

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प्रदेश में करीब 50 प्रतिशत महिला वोटर होने के बावजूद पार्टियां उन्हें तव्ज्जो नहीं दे रही है। एक ओर महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश चुनाव को लेकर पहली सूची में 177 में सिर्फ 16 महिलाओं उम्मीदवारों कोे जगह दी है।

शुक्रवार को भाजपा ने 230 विधानसभा सीटों में से 177 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है, जिसमें 16 महिलाओं के नाम शामिल है। जहां 16 महिला उम्मीदवारों में से 7 अनुसूचित जनजाति(ST) और 9 सामान्य वर्ग से है। वहीं इस सूची में एक भी अनुसूचित जाति(SC) महिला उम्मीदवार का नाम शामिल नहीं है।

महिला उम्मीदवारों के नाम :

अनुसूचित जनजाति(ST) :

1. जैतपुर : मनीषा सिंह

2. मानपुर : मीना सिंह

3. सिहोरा : नंदिनी मरावी

4. नेपानगर : मंजू राजेंद्र दादू

5. मनावर : रंजना बघेल

6. घोड़ाडोंगरी : गीता बाई उइके

7. बैहर : अनुपमा नेताम

प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में अनुसूचित जनजाति(ST)  की प्रदेश में 47 सीटे हैं जिसमें 40 सीटों पर घोषणा की गई है। इन 40 सीटों में भाजपा ने सिर्फ 7 महिला उम्मीदवारों को जगह दी है। बाकी बची 7 सीटों में देखना होगा कि भाजपा कितने SC महिला उम्मीदवारों को उतारती है।

अनुसूचित जाति(SC) :

भाजपा की पहली सूची में फिलहाल किसी महिला SC उम्मीदवार का नाम नहीं है। प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों में से 35 SC के लिए आरक्षित है। 29 सीटों पर घोषणा हो चुकी है, बाकि बची 6 सीटों पर देखना होगा कि कोई महिला उम्मीदवार को भाजपा जगह देती है या नहीं।

सामान्य वर्ग की महिला उम्मीदवार :

1.  बरगी : प्रतिभा सिंह

2. चचौरा : ममता मीना

3. छतरपुर :  अर्चना सिंह

4. मलहरा : ललिता यादव

5. देवास : गायत्री राजे पनवान

6. बुरहानपुर : अर्चना चिटनिस

7. धार : नीना वर्मा

8. सबलगढ़ : सरला रावत

9. शिवपुरी : यशोधरा राजे सिंधिया

कांग्रेस के पूर्व सांसद और दिग्विजय सिंह के करीबी प्रेमचंद गुड्डू भाजपा में शामिल

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congress leader premchandra guddu joining bjp in presense of kailash vijayvargiya and narottam mishra

कांग्रेस के पूर्व सांसद और दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाने वाले प्रेमचंद गुड्डू भाजपा में शामिल हो गए हैं. आज शुक्रवार की शाम दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में सदस्यता ली. गौर करने वाली बात है कि गुड्डू के सदस्यता लेने के दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ थावरचंद गहलोत भी मौजूद थे. बता दें कि उज्जैन जिले की घट्टिया सीट से गुड्डू और गहलोत चुनावी मैदान में आमने सामने रहते थे. 

सूत्रों की मानें तो प्रेमचंद गुड्डू कांग्रेस में साइड लाइन होने की वजह से पिछले कई दिनों से परेशान चल रहे थे. इसलिए उन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया. प्रेमचंद गुड्डू उज्जैन से सांसद रह चुके हैं इसके बावजूद भी उज्जैन में नियुक्तियों के दौरान उन्हें नजरअंदाज किया गया. सभी पद कमलनाथ के करीबी को दे दिया गया. जिस वजह से गुड्डू काफी नाराज चल रहे थे. हालांकि इस मामले पर दिग्विजय सिंह ने गुड्डू का साथ भी दिया था लेकिन कमलनाथ ने पद देने से इंकार कर दिया. यही कारण है कि गुड्डू और कमलनाथ की बिलकुल नहीं बनती.

कैलाश विजयवर्गीय ने दिलाई सदस्यता

प्रेमचंद गुड्डू के भाजपा में शामिल होने के संकेत भाजपा के राष्‍ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पहले ही दे दिया था. विजयवर्गीय ने एक टीवी चैनल को बताते हुए कहा था कि आज शाम तक बड़ा ‘धमाका’ करने वाले हैं, उनके इस ऐलान से कांग्रेस को झटका लगेगा. बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने ही गुड्डू को सदस्य्ता दिलाई.

उज्जैन जिले की घट्टिया विधानसभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

बहरहाल, प्रेमचंद गुड्डू का भाजपा में शामिल होने से इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि उज्जैन जिले की घट्टिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. क्योंकि जैसे ही प्रेमचंद ने भाजपा में शामिल हुए वैसे ही भाजपा मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, ‘घट्टिया विधानसभा सीट से पहली सूची में उम्मीदवार का नाम त्रुटिवश जारी हो गया है. अभी इस सीट पर उम्मीदवार का निर्णय नहीं हुआ है. अगली सूची में इस विधानसभा क्षेत्र के लिए उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी.’

तीन मंत्री और 27 विधायकों के साथ इनके भी कटे हैं टिकट

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भाजपा ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी कर दी है. 177 प्रत्याशियों की पहली सूची में भाजपा ने तीन मंत्री और 27 विधायकों का टिकट काटा है. बता दें कि पहली सूची जारी करने से पहले करीब दस से ज्यादा बार बड़े नेताओं के साथ मीटिंग हुई तब जाकर ये सूची जारी की गई.

तीन मंत्री का कटा टिकट

टिकट सूची में वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार, राज्यमंत्री माया सिंह और जल संसाधन मंत्री हर्ष सिंह. माया सिंह की जगह ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार को टिकट दिया गया है. बता दें कि सतीश सिकरवार अभी पार्षद भी हैं.

कुछ के टिकट कटे तो कुछ विधायकों / मंत्री के क्षेत्र बदलकर टिकट दिए गए

1)सबलगढ़ -मेहरबान सिंह रावत का टिकट कटा, सरला रावत को मिला
2) सुमावली -सत्यपाल सिंह का टिकट कटा, बसपा से आए अजबसिंह को मिला
3) ग्वालियर पूर्व से -मंत्री माया सिंह का टिकट कटा, सतीश सिकरवार को मिला
4) सेवढ़ा – प्रदीप अग्रवाल का कटा, राधेलाल को मिला
5) गुना -पन्ना लाल शाक्य का कटा, गोपीलाल जाटव को मिला
6) अशोकनगर -गोपीलाल जाटव के बदले लड्डू राम कोरी
7) सुरखी – पारूल साहू का कटा, सांसद के बेटे सुधीर यादव को मिला
8) टीकमगढ़ – के के श्रीवास्तव का कटा,राकेश गिरी को मिला
9) पृथ्वीपुर -अनिता नायक का कटा, अभय यादव को मिला
10) छतरपुर -ललिता यादव मंत्री यहां से बदला, अर्चना सिंह को मिला
11) मलहरा से -रेखा यादव का कटा, ललिता यादव को मिला
12) हटा -उमा खटीक का कटा, पीएल टंटवे
13) गुन्नौर -महेन्द्र सिंह का कटा, राजेश वर्मा को मिला
14 ) रामपुर -हर्ष सिंह ( मंत्री) टिकट कटा, विक्रम सिंह को मिला
15 ) सेमरिया – नीलम मिश्रा कटा, के पी त्रिपाठी को मिला
16 ) त्यौथर -रमाकांत तिवारी का कटा, श्यामलाल द्विवेदी को मिला
17 ) देवसर -राजेन्द्र मेश्राम का टिकट कटा, सुभाष वर्मा को मिला
18 ) जयसिंहनगर -प्रमिला सिंह का कटा, जयसिंह को मिला
19 ) जैतपुर -जयसिंह मरावी का कटा, मनीषा सिंह को मिला
20 ) बांधवगढ़ -ग्यान सिंह का कटा, शिवनारायण सिंह को मिला
21) बहोरीबंद – प्रभात पांडे के परिवार से प्रणय पांडे को मिला
22) साहपुरा -गंगाबाई धुर्वे की जगह मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे
23) जुन्नारदेव -नाथन शाह की जगह आशीष ठाकुर
24 ) आमला -चैतराम मानेकर की जगह योगेश
25 ) घोड़ाडोंगरी -सज्जन सिंह उनके की जगह गीताबाई
26 ) सांची-गौरशंकर शेजवार मंत्री की जगह बेटे मुदित
27 ) विदिशा -शिवराज सिंह की जगह मुकेश टंडन
28 ) आष्टा -रंजीत सिंह गुनवान की जगह रघुनाथ मालवीय
29 ) बागली -चंपालाल देवड़ा की जगह पहार सिंह
30 ) मांधाता -लोकेन्द्र सिंह तोमर की जगह नरेन्द्र सिंह तोमर
31) महेश्वर — मेव राजकुमार की जगह भूपेन्द्र आर्य
32) सेंधवा -रतनसिंह रावजी आर्य की जगह अंतर सिंह आर्य
33) सरदारपुर -वेलसिंह भूरिया की जगह संजय बघेल
34) धरमपुरी -कालुसिंह ठाकुर की जगह गोपाल कनोजे
35 ) घटिया -सतीश मालवीय की जगह अशोक मालवीय
36 ) रतलाम ग्रामीण से — मथुरालाल की जगह दिलीप मकवाना
37 ) सैलाना से -संगीता चारेल की जगह नारायण मेडा
38 ) मनासा से -कैलाश चावला की जगह माधव मारू

39) चॉंदला से जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश प्रजापति को मिला है. ये वर्तमान विधायक आरडी प्रजापति के बेटे है.

इनकी सीट बरकरार

  • खुरई से भूपेन्द्र सिंह
  • दतिया से नरोत्तम मिश्रा
  • शिवपुरी से यशोधरा राजे सिंधिया
  • रहेली से गोपाल भार्गव
  • रीवा से राजेन्द्र शुक्ल
  • विजयराघवगढ़ से संजय पाठक
  • नरेला से विश्वास सारंग
  • भोपाल दक्षिण पश्चिम से उमाशंकर गुप्ता
  • बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन
  • उज्जैन उत्तर से पारस जैन
  • भोजपुर से सुरेंद्र पटवा
  • सिलवानी से रामपाल सिंह
  • ग्वालियर से जयभान सिंह पवैया
  • मुरैना से रुस्तम सिंह,
  • गोहद ले लाल सिंह आर्य।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जारी की पहली सूची

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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आखिरकार भाजपा ने अपने पत्ते खोल दिए हैं. बता दें कि भाजपा ने 177 प्रत्याशियों की अपनी पहली सूची जारी की है. शिवराज सिंह चौहान अपने पुरानी सीट बुधनी से ही लड़ेंगे.

  • देवास से सांसद मनोहर ऊंटवाल आगर से लड़ेंगे चुनाव
  •  मंत्री माया सिंह का टिकट कटा
  • मंदसौर- यशपालसिंह सिसोदिया
  • सुवासरा- राधेश्याम पाटीदार,
  • मनासा- माधव मारू
  • नीमच- दिलीप परिहार
  • जावद- ओमप्रकाश सकलेचा
  • मल्हारगढ़- जगदीश देवड़ा
  • जावरा- राजेन्द्र पांडेयके नाम
  • गरोठ, की घोषणा नहीं।

प्रत्याशियों की सूची