रविश कुमार ने अपने ही अंदाज में खोली नोटबंदी की पोल !

वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार ने एक बार फिर नोटबंदी को आड़े हांथो लेते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला है . दरअसल हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अध्यक्षा ने कहा है कि नोटबंदी ने भारतीय अर्थव्यस्था को धीमा कर दिया है . जिसका रविश कुमार ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया है . रविश कुमार ने कहा है कि –

नोटबंदी के दौरान स्टेट बैंक की अध्यक्षा बोलती रहीं कि सब ठीक है। सरकार के बचाव में बैंक का बचाव भूल गईं। फिर बैंक बचाने के लिए खाता धारकों पर तरह तरह की सुविधा शुल्क थोपने लगीं । नोटबंदी के छह महीने बाद अब बोल रही है कि नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था धीमी कर दी है।अब सब कुछ अनिश्चित लग रहा है।

मेरी माने तो भारत को इससे घबराने की जरूरत नहीं है।इसके लिए करना ये होगा कि टीवी पर गाय, सेना का सम्मान, तलाक़, राष्ट्रवाद , एंटी नेशनल जैसे रोज़गार परक मुद्दे की फ्रीक्वेंसी बढ़ानी होगी। इससे भारत के बेरोज़गार भी गर्व करेंगे कि नौकरी उनके लिए जरूरी नहीं है। टीवी पर एेसे मुद्दे देखने और सोशल मीडिया पर इन मुद्दों का विस्तार प्रचार करने वालों के बीच रहने से याद भी नहीं आएगा कि रोज़गार ज़रूरी है। वैसे नोटबंदी से काला धन, नक्सलवाद और आतंकवाद समाप्त हो ही गया है।

 

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