केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश लाकर दिल्ली सरकार की ताकत कम कर उपराज्यपाल को देने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और समर्थन मांग रहे हैं। बता दे की लोकसभा में अध्यादेश के पास होने के बाद अब यह बिल राज्यसभा में रखा जाएगा जहां भाजपा के पास पूर्ण बहुमत नहीं है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने के बाद हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र जाकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की और राज्यसभा में अध्यादेश के खिलाफ वोट करने की अपील करी। तृणमूल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के बाद अब अरविंद केजरीवाल प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के पास समर्थन मांगने गए है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करी है जानकारी दी कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगा है। केजरीवाल ने साथ ही बताया कि वह कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मिलकर केंद्र सरकार द्वारा ले गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगेंगे।
कांग्रेस के लिए मुश्किल है केजरीवाल का समर्थन करना
एक बात तो साफ है कि केंद्र सरकार द्वारा ले गए अध्यादेश को राज्यसभा में रोकने के लिए अरविंद केजरीवाल को हर हाल में कांग्रेस पार्टी के समर्थन चाहिए। हालांकि अरविंद केजरीवाल के पुराने बयानों को लेकर कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा उनका समर्थन करने के खिलाफ है। ज्ञात हो कि अरविंद केजरीवाल ने 2014 लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कांग्रेस से कई वरिष्ठ नेताओं पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए थे।
आम आदमी पार्टी की पूर्व विधायक और कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता अलका लांबा ने अरविंद केजरीवाल को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और गांधी परिवार से माफी मांगने की बात कही है।