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अमेरिका में हुए मोदी दौरे का मुख्य आकर्षण केंद्र रहा अमेरिकी कांग्रेस में प्रधानमंत्री मोदी का अंग्रेजी में दिया हुआ भाषण। आम तौर पर हिंदी में बोलने वाले मोदी अपनी बातों से लोगों का दिल जीत लेते हैं। पर बिना देखे लगातार 40 मिनट तक अंग्रेजी में दिए अपने भाषण से उन्होंने दुनिया भर में वाहवाही लूटी है।
प्रधानमंत्री के भाषण के बाद एक फ़ोटो सोशल मीडिया पर बहुत तेज़ी से वायरल हुई है। इस फ़ोटो से यह समझ में आता है कि अपने भाषण के लिए उन्होंने टैलिप्राम्प्टर का सहारा लिया है। देश की मीडिया रिपोर्ट की माने तो यह खबर और तस्वीर सच्ची और सही है।
इस तकनीक से भाषण पढ़ने में माहिर हैं मोदी। आम तौर पर इस तकनीक से भाषण पढ़ना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि टैलिप्राम्प्टर पर पढ़ना और उस बात को दर्शकों तक पहुँचना, दर्शकों को समझाना काफी मुश्किल होता है। टैलिप्राम्प्टर और दर्शकों दोनों में सामंजस्य बनाना सबसे बड़ी चुनौती होती है। इस तकनीक में मोदी को महारत हांसिल है। वह अपनी बात को प्रभावित ढंग से कहते हैं और दर्शकों तक उनकी बात भी पहुँचती है।
जानिए कैसे काम करता है टैलिप्राम्प्टर
दर्शकों को टैलिप्राम्प्टर नज़र नहीं आता है, क्योंकि एक तरफ से यह पारदर्शी होता है। वक्ता जैसे जैसे टैलिप्राम्प्टर पर लिखे वाक्यों को पढ़ता है, पढ़े हुए वाक्य नीचे स्क्रॉल होते जाते हैं। पारदर्शी स्क्रीन होने के कारण ऐसा लगता है जैसे वक्ता दर्शकों की ओर देख के बोल रहा है
जब मोदी भी खा गए धोखा
2015 में श्रीलंका दौरे पर श्रीलंकाई राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना के स्वागत भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने टैलिप्राम्प्टर का इस्तेमाल किया था। शब्द दर शब्द पढ़ने के चक्कर में प्रधानमंत्री ने आखिर वो गलती कर ही दी, जो अक्सर किसी टैलिप्राम्प्टर पढ़ने वाले से हो जाती है। उन्होंने मैत्रिपाला की पत्नी Mrs. Sirisena को एमआरएश सिरिसेना बोल दिया था।