Wednesday, October 4, 2023
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मध्यप्रदेश में चल रहे पोस्टर वॉर के बीच PHONEPE ने दी कांग्रेस को चेतावनी

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कर्नाटक में भाजपा के खिलाफ QR Code का इस्तेमाल कर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद अब मध्यप्रदेश में भी भ्रष्टाटाचार के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच पोस्टर वॉर शुरु हो गया है। जहां पहले भाजपा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए ‘करप्शन नाथ’ पोस्टर जारी किए गए और उसके बाद कांग्रेस द्वारा ‘50% PhonePe काम कराओ’ के पोस्टर प्रदेश के कई इलाकों में लगाए गए। दोनो ही पोस्टर्स में QR Code का इस्तेमाल किया गया है।

कांग्रेस ने सीएम शिवराज पर काम के बदले पैसे लेने का आरोप लगाते हुए कुछ दिन पहले पोस्टर्स जारी किए थे। जिसनें ऑनलाइन पेमेंट गेटवे PhonePe के लोगो का इस्तेमाल किया गया था। पोस्टर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के चेहरे के साथ एक क्यूआर कोड छपा है। जिसमें लिखा है कि 50 फीसदी लाओ, फोनपे काम कराओ।

PhonePe ने जताया ऐतराज़

पोस्टर जारी होने के बाद PhonePe कंपनी ने इसे लेकर एतराज जताया था। फोनपे की ओर से कहा गया कि उसका लोगो पोस्टर से हटाया जाना चाहिए और वो किसी भी सियासी और गैर-सियासी तीसरे पक्ष की ओर से इसके अवैध इस्तेमाल पर आपत्ति जताती है। लोगो का किसी भी तरह से अवैध इस्तेमाल कानूनी प्रक्रिया को न्योता देगा।

फोन पे ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम किसी भी राजनीतिक पार्टी या सियासी अभियान से जुड़े नहीं हैं। फोनपे लोगो हमारी कंपनी का एक पंजीकृत ट्रेडमार्क है। बौद्धिक संपदा का कोई भी अनधिकृत इस्तेमाल PhonePe की ओर से कानूनी कार्रवाई को आमंत्रित करेंगे। हम विनम्रतापूर्वक कांग्रेस से पोस्टर हटाने का अनुरोध करते हैं।


भाजपा नेता ने की ग्वालियर में शिकायत

कांग्रेस द्वारा लगाए गए इन पोस्टर्स की एक स्थानीय भाजपा नेता द्वारा ग्वालियर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसको लेकर पुलिस अफ्सर द्वारा बताया गया कि मामले को लोकर जांच जारी है।

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना: लाखों बुजुर्गों के श्रवण कुमार शिवराज

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भोपाल। हिंदू धर्म में तीर्थों का विशेष महत्व होता है। हर व्यक्ति का सपना होता है कि जीवन में एक बार तीर्थदर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त कर ले। परंतु धनाभाव एवं आर्थिक विपन्नता इस सपने के साकार होने में बाधा बनती है। गाँव-देहात में मजदूरी करके जीवन यापन करने वालों को भर पेट भोजन मिलना और जीवकोपार्जन के लिए आवश्यक संसाधन जुटाना ही दुष्कर है, ऐसे में दुर्गम स्थानों की यात्रा का सोचना भी मुमकिन नहीं है। यह उनके लिए कभी पूरा न होने वाले सपने के समान था। लेकिन आज यह संभव हो पा रहा है।

जैत के छोटे से गाँव से निकले शिवराज सिंह चौहान ने गाँव, गरीब को नजदीक से देखा व जिया है। इसलिए वह इन मनोभावों को बहुत प्रामाणिक तरीके से महसूस करते हैं। सामाजिक न्याय के उनके विशिष्ट मॉडल में यह दृष्टिगोचर भी होता है। वह गाँव-देहात में बसने वाले लोक के मानस को भली प्रकार समझते हैं। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों का तीर्थ दर्शन का सपना गरीबी की वजह से न टूटे और वह धर्मलाभ ले सकें, इसके लिए मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना लागू की और और देश के सभी प्रमुख तीर्थस्थलों तक के लिए तीर्थदर्शन योजना के तहत ट्रेन चलवाई। लाखों-करोड़ों लोग तीर्थ यात्रा की आकांक्षा के साथ ही इस दुनिया से विदा हो जाते हैं, ऐसे में शिवराज सिंह चौहान ने सरकारी संसाधनों पर इसे पूरा कराकर लोगों को अपना मुरीद बना लिया है। तीर्थ दर्शन योजना लाखों बुजुर्गों के जीवन की अंतिम मुराद को पूरा करने का माध्यम बन गई है।

वस्तुतः यह एक अनोखी योजना है जो धर्म से अधिक मानवता के धरातल पर समावेशी सोच के साथ चित्रित की गई है। समाजशास्त्री डॉ. अभय गच्छ कहते हैं कि तीर्थदर्शन योजना एक गेम चेंजर स्कीम है क्योंकि यह सामाजिक एवं आध्यात्मिक दोनों ही दृष्टि से बहुत शानदार है। कोई सरकार व्यक्ति के निजी जीवन के इस पक्ष को भी पूरा करने का प्रयास कर सकती है, यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पहले किसी ने सोचा तक नहीं था। यह केवल सरकार की केवल एक योजना भर नहीं है बल्कि जनता और शिवराज सिंह के मध्य भरोसे और प्रेम की ऊंची उड़ान भी है।

तीर्थदर्शन योजना ने मध्यप्रदेश में बीजेपी और खासतौर पर शिवराज सिंह का नया वोटबैंक तैयार किया है जो हर तरह के राजनैतिक दुष्प्रचार से दूर रहता है। यदि इस योजना के राजनैतिक प्रभावों पर गौर करें तो हम पाते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा के जनाधार को स्थाई बनाने में इस योजना का अहम रोल है क्योकि जिस मोहल्ले से बुजुर्गों ने इस यात्रा को किया है वे और उनका पूरा परिवार शिवराज सिंह के सॉलिड कैम्पेनर की तरह काम करते हैं। इस योजना के माध्यम से शिवराज सिंह के प्रति जनता की खुली दीवानगी से खुन्नस खाते हुए कमलनाथ सरकार ने इसे अपने 16 महीने के कार्यकाल में बंद कर दिया था लेकिन शिवराज सिंह ने सत्ता में आते ही फिर इसे बहाल किया और अब हवाई जहाज से तक श्रद्धालुओं को यात्रा करवा रहे हैं।

शिवराज सच्चे अर्थों में जनाकांक्षाओं को समझने एवं उन्हें पूरा करने वाले नेता हैं। वह यह भली भांति जानते हैं कि सरकार का काम जन-चेतनाओं को मूर्तरूप प्रदान करना होता है। आमजन के लिए रोटी-कपड़ा-मकान, शिक्षा-स्वास्थ्य बौर रोजगार जैसी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करना होता है। लेकिन इसके साथ ही आमजन बहुत कुछ चाहता है, अपने धर्म, अपनी संस्कृति, अपनी बोली-वाणी इन सबसे गहरे तक जुड़ना चाहता है। उन्होंने जनता की इस मौन भाषा को पढ़ा और सांस्कृतिक संवर्धन के लिए रूपरेखा बनाई।

चुनावी माहौल में यह कदम शिवराज सिंह चौहान की छवि को और मजबूत करेगा। हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करने वाले श्रद्धालु उन्हें खूब आशीर्वाद एवं आशीष भी दे रहे हैं। बुजुर्गों के कल्याण और उनके सम्मान के लिए जो काम शिवराज कर रहे हैं, उनको देखकर बर्री गाँव के तुलाराम जी सहित पूरे प्रदेश के बुजुर्ग कह रहे हैं कि बेटा हो तो शिवराज जैसा…

मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को मिलेंगे 60,000, यह डॉक्यूमेंट्स है जरूरी

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शिवराज सरकार ने हाल ही में मध्य प्रदेश की महिलाओं और बेटियों के लिए MP Ladli Bahna Yojna 2023 लॉन्च किया गया है

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से जुड़ी प्रक्रियाएँ समय पर पूर्ण करें : मुख्यमंत्री चौहान

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chief minister shivraj singh chouhan holding meeting in bhopal

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के प्रति बहनों का उत्साह प्रशंसनीय है। बहनों के सशक्तिकरण की दृष्टि से यह अति महत्वपूर्ण योजना है। विभागीय अधिकारी और जिला स्तर पर पदस्थ प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी योजना से जुड़ी प्रक्रियाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करना सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज समत्व भवन के मंथन कक्ष में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन से जुड़ी आवश्यक तैयारियों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ प्रदान करने के लिए पात्र बहनों का ई-केवायसी से जुड़ा कार्य पूर्ण किया जा रहा है। जिलों में कार्य को गति मिली है। मंदसौर, उज्जैन, राजगढ़, बालाघाट और इंदौर इस कार्य में प्रदेश के 5 शीर्ष जिलों में शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान 5 मार्च को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का औपचारिक शुभारंभ कर चुके हैं। योजना में 25 मार्च से आवेदन भरवाने का काम शुरू होगा। आगामी 10 जून से पात्र बहनों को प्रति माह 1000 रूपए मिलना प्रारंभ हो जायेंगे। योजना का लाभ लेने के लिए प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिससे महिलाओं को आवेदन की पूर्ति में कठिनाई न हो। आवेदन भरने के लिये वार्ड और ग्राम में ही औपचारिक कार्यवाही पूर्ण करवाई जाएगी। जन-प्रतिनिधि, प्रशासनिक अमला और सामाजिक कार्यकर्ता बहनों के हित में सक्रिय भूमिका निभा कर योजना के क्रियान्वयन में सहयोग देंगे।

ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे 7 दिन में पूरा करें : मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओलावृष्टि से नुकसान का सर्वे 7 दिन में पूरा करें और 10 दिन के भीतर राहत राशि बाँटना शुरू की जाए। फसल क्षति सर्वे का कार्य पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से किया जाये। फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने की पूरी कार्यवाही गंभीरता से हो। खरीफ फसलों के लिए खाद का अग्रिम भंडारण करें। किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूँ विक्रय में असुविधा नहीं होना चाहिए। साथ ही भुगतान समय पर सुनिश्चित हो। ग्रीष्मकाल में पेयजल की व्यवस्था बेहतर एवं सुचारू बनी रहे। प्रतिदिन जल प्रदाय हो, जहाँ पेयजल परिवहन की व्यवस्था करना है, उसकी भी तैयारी अग्रिम रूप से कर लें।

मुख्यमंत्री चौहान आज देर रात निवास कार्यालय में विकास यात्रा के फीडबैक संबंधी बैठक को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। मंत्रीगण, विधायक, जन-प्रतिनिधि और जिलों के प्रशासनिक अधिकारी वर्चुअली जुड़े।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विकास यात्राएँ व्यवस्थित और अभूतपूर्व तरीके से हुई हैं। यात्राओं में सरकार के साथ समाज भी जुड़ा। सभी 230 विधानसभाओं में यात्राएँ हुई। सभी ओर यात्रा की प्रशंसा हुई है। कलेक्टर्स ने कई नवाचार किए हैं। यात्रा का स्वरूप अद्भुत था। मुख्यमंत्री ने यात्रा की सफलता के लिए सभी को बधाई दी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यात्रा का फॉलोअप हो। इस दौरान जो कमी मिली हो उसे पूरा किया जाये। शेष रहे कार्यों को भी पूरा करें। यात्रा तभी परफेक्ट होगी जब जीरो डिफेक्ट होगा। यात्रा की रिपोर्ट भेजी जाए, जिससे कमियों को पूरा किया जा सके।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो बहनों की जिंदगी बदलने में मील का पत्थर साबित होगी। बहने योजना के लाभ से वंचित नहीं रहें। प्राण-प्रण से योजना का लाभ दिलवाने में जुट जाएँ। गाँव और वार्ड में पहुँचकर बहनों के आवेदन भरवाए जाएँ। बहनों को कोई असुविधा नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस बार गेहूँ उत्पादन अच्छा होने की संभावना है। किसानों के हित में समर्थन मूल्य पर गेहूँ के उपार्जन की व्यवस्थाएँ अच्छी हों। उपार्जन व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करें।

मोदी सरकार ने जनजातीय बजट बढ़ा कर 90 हजार करोड़ किया : शाह

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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की डबल इंजन की सरकार हर गरीब के जीवन को सुखी बनाने के लिये संकल्पित है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अनुसूचित जाति और जनजाति के विकास के लिये अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये हैं। पूर्व की केन्द्र सरकार एससी-एसटी वर्ग के लिये 24 हजार करोड़ प्रतिवर्ष खर्च करती थी, मोदी सरकार ने इस राशि को कई गुना बढ़ा कर 90 हजार करोड़ रूपये कर दिया है। पहले सिर्फ 167 एकलव्य विद्यालय हुआ करते थे, मोदी सरकार ने इनकी संख्या बढ़ा कर 690 कर दी है। इसी प्रकार एससी-एसटी वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिये पहले 1000 करोड़ रूपये का प्रावधान था, जिसे मोदी सरकार ने बढ़ा कर 2833 करोड़ रूपये कर दिया है।

केन्द्रीय मंत्री श्री शाह आज सतना के मैत्री पार्क में माता शबरी जयंती पर कोल जनजाति महाकुंभ में शामिल हुए। अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने की। केन्द्रीय मंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाकुंभ का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। साथ ही 507 करोड़ रूपये लागत के 70 विकास कार्यों का शिलान्यास और 26 करोड़ रूपये लागत के 18 कार्यों का लोकार्पण किया। समारोह में विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये गये। प्रारंभ में केन्द्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम और माता शबरी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। साथ ही कन्या-पूजन कर बेटियों का सम्मान किया।

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि आज माता शबरी की जयंती का ऐतिहासिक दिन है। माता शबरी ने अपनी भक्ति से लोगों को युगों-युगों तक राम की भक्ति करने की प्रेरणा दी, ऐसी पवित्र भूमि को मैं प्रणाम करता हूँ। उन्होंने कहा कि मुझे यहाँ तीन बार आने का अवसर मिला। जब-जब मैं यहाँ आया, तब-तब मैं नई ऊर्जा और चेतना लेकर गया। माता शबरी समग्र विश्व का कल्याण करने वाली माँ है, आप सभी सौभाग्यशाली है जो माँ के सान्निध्य में रह रहे हैं।

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि आज करोड़ों रुपयों के लोकार्पण और शिलान्यास श्री शिवराज सिंह चौहान ने मेरे हाथों कराये हैं। मैं आज मन से श्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई देना चाहता हूँ, जिन्होंने आपकी सभी जरूरतों को समझ कर कोल समाज के भाई-बहनों के लिए संकल्प लिए हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं जबलपुर आया था, उस दिन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनजातीय वर्ग के लिये 14 घोषणाएँ की थी। मुझे प्रसन्नता है कि श्री चौहान ने अपनी सभी घोषणाओं पर अमल कर जनजातीय वर्ग के उत्थान का कार्य किया है। श्री शाह ने कहा कि केन्द्र और मध्यप्रदेश की सरकार अंत्योदय के तहत गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन को सँवारने का काम कर रही है।

केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूरे देश में कोरोनारोधी टीके नि:शुल्क लगवा कर देशवासियों के जीवन को सुरक्षित किया है। साथ ही प्रधानमंत्री ने हर गरीब के घर में प्रति व्यक्ति प्रतिमाह 5 किलो अनाज मुफ्त में भेजने का फैसला भी किया, 10 करोड़ लोगों के घरों में शौचालय बनवाये और 3 करोड़ लोगों को गैस सिलेण्डर उपलब्ध कराये हैं। देश के 80 करोड़ लोगों को ढाई साल से लगातार मुफ्त में 5 किलो अनाज दिया जा रहा है। उन्होंने वर्ष 1832 के कोल विद्रोह का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी सरकार देश में शहीदों के स्मारक बनाने का काम कर रही है। पिछले 5 सालों में 80 जनजातीय स्मारक बनाने के लिये 200 करोड़ रूपये खर्च किये। देश में 70 साल में जो नहीं किया गया वह प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कर दिखाया है। देश में यह पहली बार हुआ है कि गरीब जनजातीय समाज की बेटी श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बना कर समग्र जनजातीय समाज का सम्मान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 5 करोड़ रूपये खर्च कर रघुनाथ शाह और शंकर शाह का स्मारक बनाया और ढेर सारी योजनाएँ संचालित की हैं। श्री शाह ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई देते हुए कहा कि उनकी अगुवाई में प्रदेश तरक्की के नये आयाम हासिल कर रहा है। श्री चौहान एक लोकप्रिय जननायक हैं।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अन्याय का अंत करना ही धर्म है। माता शबरी द्वारा सच्चे मन से की गई भगवान श्री राम की भक्ति अमर हो गई। मुख्यमंत्री ने मैया शबरी और भगवान श्री राम के मिलन का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि माँ शबरी और भगवान राम की कथा संदेश देती है कि शासन और प्रशासन चल कर अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे, तभी राम राज्य होगा। यह कथा अन्याय का अंत करने का संदेश देती है। साथ ही इस कथा से माँ की इच्छा की पू‍र्ति करने का संदेश भी मिलता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत गौरवशाली, वैभवशाली, समृद्धशाली, भ्रष्टाचारमुक्त और अन्याय को समाप्त करने वाला बन रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में भारत को नये मुकाम पर पहुँचाना है। मोदी सरकार द्वारा गरीबों को पक्का मकान दिया गया। साथ ही आयुष्मान कार्ड से 5 लाख रूपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा और जम्मू-कश्मीर में धारा 370 समाप्त की गई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोल समाज की उन्नति और गौरव को स्थापित करने के लिये राज्य सरकार की संकल्प शक्ति को जताया। उन्होंने कहा कि रीवा जिले की त्यौंथर तहसील में कोल शासकों की कोल गढ़ी का साढ़े 3 करोड़ रूपये की लागत से जीर्णोद्धार किया जायेगा। गढ़ी की बाउण्ड्री-वॉल बनाई जायेगी, मैया शबरी की प्रतिमा स्थापित की जायेगी और अंतिम कोल राजा का तेल चित्र बनवाया जायेगा। गढ़ी परिसर में कोल जनजाति की संस्कृति, वेशभूषा, रीति-रिवाज एवं इतिहास को भी दर्शाया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोल समाज की बहनों को भी पोषण आहार के लिए प्रतिमाह एक हजार रूपये का आहार अनुदान दिया जायेगा। साथ ही समाज के छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिये प्रशिक्षण और कोचिंग की व्यवस्था की भी जायेगी। रीवा जिला मुख्यालय पर पोस्ट ग्रेजुएट जनजातीय छात्रावास और सतना में कोल जनजाति कन्या छात्रावास बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार स्वयं का व्यवसाय करने वाले कोल जनजाति के युवाओं को बैंक से ऋण दिलाने की गारंटी सरकार लेगी और ब्याज अनुदान भी देगी। कोल जनजाति के सभी भाई-बहनों को प्लाट उपलब्ध कराया जायेगा। कोल जनजाति का कोई भी व्यक्ति बिना जमीन के नहीं रहेगा। कोल जनजाति के देवी-देवताओं के धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण एवं संरक्षण का कार्य किया जायेगा। प्रदेश में एक अप्रैल से शराब की दुकानों के अहाते बंद होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातियों के बच्चों के उच्च शिक्षा में आगे बढ़ने के लिये कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई को हिन्दी माध्यम में शुरू किया गया है, जिससे गरीब जनजातीय परिवारों के बच्चे भी आगे बढ़ सकें। सीएम जन-सेवा अभियान के माध्यम से छूटे हुए पात्र हितग्राहियों के राशन कार्ड एवं आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। विकास यात्रा से यह कार्य सतत् जारी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की गरिमामयी उपस्थिति में जबलपुर में शंकरशाह-रघुनाथ शाह जयंती कार्यक्रम में जनजातीय समाज के उद्धार के लिये की गईं सभी 14 घोषणाएँ अमल में आ चुकी हैं। मध्यप्रदेश में जनजातीय वर्ग को जल, जंगल और जमीन का हक देने पेसा नियम लागू कर दिया गया है।

सांसद श्री गणेश सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के विरूद्ध 18वीं शताब्दी में पहला कोल विद्रोह हुआ था। आज केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाकुंभ में कोल समाज को सम्मानित कर उनका गौरव बढ़ाया है। कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री रामलाल रौतेल और विधायक श्री शरद कोल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद खजुराहो श्री व्ही.डी. शर्मा, जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत परंपरागत लोक नृत्यों से किया गया।

जनजातीय जीवन की सरलता अपनायें, शहरी चकाचौंध में न आयें : मुख्यमंत्री श्री चौहान

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शहरों में भौतिक सुविधाओं का भंडार है परंतु सोने के लिये नींद की गोली और भोजन से पहले इंसुलिन लेना पड़ता है। वहीं जनजातीय भाई प्रकृति की गोद में सरल, निष्कपट, निष्छल, निर्भीक और निस्वार्थ जीवन जीते हैं। जीवन में आनंद के लिये जनजातीय जीवन की सरलता अपनायें, शहरी चकाचौंध में न आयें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज लाल बाग इंदौर में जनजातीय फूड फेस्टिवल को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के प्रारंभ में जनजातीय नायकों के चित्रों पर पुष्पांजलि भेंट कर उन्हें नमन किया। उन्होंने फूड फेस्टिवल का अवलोकन कर जनजातीय वर्ग के हुनर की सराहना की। उन्होंने झाबुआ की गुड़िया को प्रसिद्धि दिलाने वाले परमार दम्पत्ति का भी मंच पर सम्मान किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज दुनिया मोटे अनाज की बात कर रही है, जबकि वर्षों से हमारे जनजातीय भाई-बहन मोटे अनाज का उपयोग कर रहे हैं। मोटा अनाज, जो कल तक गरीबों का भोजन माना जाता था, आज वैज्ञानिकों ने सिद्ध कर दिया है कि उसमें जबरदस्त पोषण क्षमता होती है। आज लोग गेहूँ की रोटी खाना छोड़ रहे हैं और ज्वार, बाजरा, मक्का का उपयोग कर रहे हैं। हमारी जड़ी-बूटियों, वनस्पतियों की उपचार क्षमता अदभुत है। आयोजकों ने फूड फेस्टिवल के माध्यम से शहरी जनता के समक्ष जनजातीय खान-पान, परम्पराओं, जीवन मूल्यों को लाने का अभिनंदनीय प्रयास किया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय संस्कृति अदभुत संस्कृति है। जनजातीय परम्पराएँ, जीवन मूल्य, कला, संस्कृति, नृत्य जीवन का आनंद प्रकट करते हैं। इनमें हमारी जड़े हैं। हम अपनी जड़ों को न भूलें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज मैं जनजातीय बहन लहरी बाई से मिला, जिनकी बीज बैंक बनाने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सराहना की है। उन्होंने बीज बैंक बना कर भारत के विलुप्त होते बीजों को बचा लिया है।

कार्यक्रम में महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, सांसद श्री शंकर ललवानी, विधायक, जन-प्रतिनिधि, जनजातीय समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।

मध्यप्रदेश में सुशासन की नई मिसाल कायम हो रही : सीएम शिवराज

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को पुन: स्थापित किया जा रहा है। यह देवी अहिल्या बाई के सुशासन का प्रतीक है। गोपाल मंदिर का पुर्नउद्धार हो रहा है। यहाँ आज जिस फ्लाई ओवर ब्रिज उदघाटन किया जा रहा है उसका नाम संत श्री सेवालाल जी महाराज ब्रिज रखा जायेगा। दो दिन बाद 15 फरवरी को संत श्री सेवालाल जी महाराज की जयंती है। हम उन्हें नमन करते हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहनों की जिन्दगी बदलने का अभियान चल रहा है। लाड़ली बहना योजना के लिये मार्च माह से फार्म भरे जायेंगे और जून माह से 1000 रूपये महीना बहनों के खाते में पहुँचेगा। योजना में गरीब, निम्न और मध्यम वर्ग की बहनें शामिल होंगी। वृद्धावस्था पेंशन की राशि भी एक हजार रूपये महीना की जायेगी। प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना भी संचालित है।

इन्दौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा ने कहा कि फ्लाईओवर 625 मीटर लंबाई एवं 24 मीटर चौड़ाई का होगा। निर्माण की समय-सीमा 18 माह निर्धारित की गई है। इसके बन जाने से धार रोड से आने वाला ट्रेफिक सीधे एबी रोड और केसरबाग ब्रिज की ओर जा सकेगा। साथ ही रिंग रोड की ओर से आने वाला ट्रेफिक बिना किसी बाधा के धार रोड की ओर जा सकेगा। इसके बनने से फूटी कोठी पर यातायात नहीं रूकेगा। छह लेन ब्रिज के लिए चौराहे से कोई बाधक निर्माण नहीं हटाना पड़ेगा। बिजली के पोल शिफ्ट होंगे, जिसका सर्वे आइडीए ने कर लिया है।

जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, सांसद श्रीमती कविता पाटीदार, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, विधायक सर्वश्री रमेश मेंदोला, महेन्द्र हार्डिया, श्रीमती मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय, पूर्व महापौर श्री कृष्णमुरारी मोघे, श्री गौरव रणदिवे, श्री सावन सोनकर सहित जन-प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

मध्यप्रदेश में शुरू होने जा रही है अनलॉकिंग की प्रक्रिया,15 जून तक रहेंगी ये गाइडलाइन

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मध्य प्रदेश में कोरोना अब काबू में आ रहा है। शिवराज सरकार ने 1 जून से प्रदेश को अनलॉक करने की तैयार कर ली है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूहों ने अनलॉक को लेकर सरकार से सिफारिशें की है।

बता दे कि शुक्रवार को मंत्री समूह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने अपनी सिफारिशों को सामने रखा। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में संक्रमण दर 5% से कम है, वहां कर्फ्यू में ढील देकर लोगों को राहत दी जा सकती है। वहीं भोपाल और इंदौर मे दर फिलहाल 5% से ज्यादा है। ऐसे में यहां ज्यादा छूट नहीं देने की बात की गई है।

बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेंस ने बैठक में कहा कि भोपाल और इंदौर 40 दिन से ज्यादा समय से बंद है, इसलिए यहां भी थोड़ी राहत देनी चाहिए। इस संबंध में एक गाइडलाइन तैयार करने के लिए भी कहा है। इसके आधार पर जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप 31 मई तक बैठक कर निर्णय लें, ताकि 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो सके।

जानकारी मिली है कि होटल व रेस्टोरेंट को फिलहाल बंद ही रखने की बात की गई है। इसके अलावा अन्य ऐसे स्थान जहां भीड़ ज्यादा होती है, उन्हें भी बंद रखा जाएगा। वहीं शादियों में दोनों पक्षों के 20-20 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी जा सकती है।

दरअसल सरकार अनलॉक की गाइडलाइन शनिवार तक जिलों को भेज देगी। यह गाइडलाइन 1 जून से 15 जून तक लागू रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि 15 जून के बाद फिर से समीक्षा कर नई गाइडलाइन जारी की जाएगी।

कमलनाथ ने बीजेपी को कहा कोविड माफिया

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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शनिवार को उज्जैन के दौरे पर है। यहां उन्होंने बाबा महाकाल के शिखर दर्शन किए। इस दौरान कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा और बीजेपी को कोविड माफिया बताया।

कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरा प्रदेश इस महामारी में शासन भरोसे नहीं भगवान भरोसे है। ऐसे में मंत्रायल और कार्यालय में जाने से कुछ नहीं होने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि भारत पूरे विश्व में बदनाम हो रहा है। कोरोना चीनी वायरस था लेकिन आज विश्व में लोग इसे इंडियन वैरियंट कह रहे है।

उन्होंन कहा कि सरकार कोरोना से नहीं आलोचना से लड़ रहे है। सरकार आज कोविड मैनेजमेंट में नहीं बल्कि इमेज मैनेजमेंट में लगी है। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार लाशों को दबाने और छिपाने की राजनीति न करें, कितनी लाशें श्मशान घाट और कब्रिस्तान में आई सरकार इसकी रिकॉर्ड दे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 80 फीसदी मौतें कोरोना से हुई है।