News related to RSS
Tag: RSS
ABVP नेता तीन साल तक करता रहा बलात्कार, युवती ने महिला थाना में सुनाई आपबीती
विद्यार्थी परिषद के पूर्व महानगर मंत्री के खिलाफ रेप का मामला दर्ज, यूथ कांग्रेस बोली- घिनौना चेहरा आया सामने
जबलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के एक बड़े नेता पर संगीन आरोप लगा है। खबर है कि जबलपुर के पूर्व महानगर मंत्री एक युवती का लगातार तीन साल तक बलात्कार करता रहा। एबीवीपी नेता से तंग आकर पीड़िता ने महिला थाने में जाकर अपनी पूरी आपबीती सुनाई है। मामला सामने आने के बाद यूथ कांग्रेस ने कहा है कि आरएसएस, बीजेपी और उससे जुड़े सभी संगठनों का घिनौना चेहरा यही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक एबीवीपी जबलपुर के पूर्व महानगर मंत्री शुभांग गोटिया ने एक युवती को अपने जाल में फंसा लिया। इसके बाद शादी का झांसा देकर तीन साल तक लगातार यौन शोषण करता रहा। इतना ही नहीं युवती ने जब शादी की बात की तो वो साफ इनकार कर दिया और अपने रसूख का हवाला देकर धमकी भी दी।
युवती की शिकायत पर जबलपुर महिला थाने में आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला सामने आने के बाद यूथ कांग्रेस ने एबीवीपी को निशाने पर लिया है। मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने कहा की, ‘आरएसएस, बीजेपी और एबीवीपी का यही असली चेहरा है। इनकी घिनौनी मानसिकता ने प्रदेश की माताओं बहनों का जीना हराम कर रखा है।’
त्रिपाठी ने कहा कि जबलपुर में संघ और उससे जुड़े संगठनों का दुष्कर्म करना आम हो गया है। आए दिन सत्ता के संरक्षण में ये लोग महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ करते हैं और शिकायत के बावजूद प्रशासन मूकदर्शक बनी रहती है। हम शुभांग गोटिया की 24 घंटे में गिरफ्तारी की मांग करते हैं। सरकार के दबाव में आकर पुलिस यदि आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी तो हम थाने और सड़कों पर आंदोलन को मजबूर हो जाएंगे।’
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने इस परिस्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और जनता को कहा लापरवाह
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने शनिवार को कोरोना को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद जनता के साथ सरकार और प्रशासन लापरवाह हो गए थे । इसी के चलते कोरोना की दूसरी लहर नुकसान की वजह बनी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने आगे कहा कि कोरोना महामारी मानवता के सामने चुनौती है । हमें गुण-दोष की चर्चा किए बिना एक टीम के रूप में काम करना चाहिए। हम एक टीम के रूप में काम करे और अपने काम को तेज करके इस चुनौती को दूर कर सकते है।
उन्होंने कहा कि हमें पॉजिटिव रहना होगा और मौजूदा परिस्थिति में खुद को कोरोना नेगेटिव रखने के लिए सावधानियां बरतनी होंगी। वर्तमान परिस्थितियों में बेफिजूल बयान देने से भी बचना चाहिए। यह परीक्षा का समय है लेकिन हमें एकजुट रहना होगा और एक टीम की तरह कार्य करना होगा।
कोविड के वर्तमान हालात पर आरएसएस प्रमुख ने आगे कहा कि सफलता और विफलता अंतिम नही है जारी रखने का साहस मायने रखाता है। उन्होंने आगे कहा कि हम इस परिस्थिति का सामना कर रहे है क्योंकि सरकार,प्रशासन और जनता, सभी कोविड की पहली लहर के बाद लापरवाह हो गए थे।
भोपाल में RSS ने शुरू किए 4 क्वारेन्टीन सेंटर
मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने सेवा की कमान अपने हाथों में संभाल ली है। भोपाल में प्रतिदिन संक्रमित मरीजों का आंकड़ा जिस गति से बड़ा उसके कारण पूरे शहर के सभी अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड का अभाव देखने को मिला इस बात की जानकारी जब संघ के स्वयंसेवकों को लगी तो उन्होंने तुरंत ही समाज के बीच में उतरकर सहयोग करने की योजना बनाई ।
भोपाल में चार जगह शुरू क्वारेन्टीन सेंटर
संघ के कार्यकर्ताओं ने भोपाल के गांधीनगर के सेवा भारती आश्रम , शिवाजी नगर के सरस्वती शिशु मंदिर सरस्वती शिशु मंदिर नारियल खेड़ा, सरस्वती शिशु मंदिर कोटरा को कवरेन्टीन सेंटर बनाया गया है। बता दे कि लगभग 70 लोगों को आश्रय देने की व्यवस्था की गई है । वहीं आवश्यकता पड़ने पर लगभग 200 लोगों के रुकने की व्यवस्था की जाएगी ।
संक्रमित मरीजों के परिजनों के रहने हेतु व्यवस्था
कार्यकर्ताओं ने बताया कि इन सेंटर में उन लोगों को रहने की व्यवस्था की गई है जिनके परिजन हाल ही में कोरोना से संक्रमित हुए है। वहीं इन सेंटर में रहने वाले लोगों को निशुल्क भोजन की व्यवस्था भी संघ के कार्यकर्ताओं के द्वारा की गई है।
25 कार्यकर्ता करेंगे सेंटर पर सेवा
जानकारी के मुताबिक इन चारों सेंटर पर संघ के 25 कार्यकर्ता लोगों की सेवा में 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। वही इस अवधि में यदि कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित निकलता है तब उसे अस्पताल तक पहुंचाने की व्यवस्था और उसके इलाज की व्यवस्था भी संघ के कार्यकर्ताओं के द्वारा की जाएगी ।
मोहन भागवत हुए कोरोना से संक्रमित
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rss) प्रमुख(head) मोहन भागवत(mohan bhagwat) कोरोना वायरस(corona virus) से संक्रमित हो गए हैं और उन्हें नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि भागवत को कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है और उनकी स्थिति स्थिर है। आरएसएस के ही एक सूत्र ने यह बताया कि संघ चीफ के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की है। बता दें कि देश में पिछले 24 घंटे में 1 लाख 30 हजार से ज्यादा कोविड-19 के नए मरीज मिले हैं।
गौरतलब है कि नागपुर, पुणे और मुंबई जैसे महानगर कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कोरोना पर राज्यों के मुख्यमंत्रीयों से चर्चा की थी और इस महामारी से निपटने के लिए उपाय सुझाए थे।
दत्तात्रेय होसबाले बने सरकार्यवाह, भैया जी जोशी का पूरा हुआ कार्यकाल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने शुक्रवार को शुरू हुई दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन शनिवार को सर्वसम्मति से संघ का नया सरकार्यवाह चुन लिया। प्रतिनिधि सभा के सदस्यों ने सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले (Dattatreya Hosabale) को यह जिम्मेदारी सौंप दी। वह सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी (Suresh Bhaiyaji Joshi) का स्थान लेंगे। सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सन 2009 से ही सह सरकार्यवाह की जिम्मेदारी निभा रहे थे। अब वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में नंबर दो की पोजीशन पर पहुंच गए हैं।
दत्तात्रेय होसबाले (Dattatreya Hosabale) न केवल 2024 के चुनावों तक इस पद पर रहेंगे बल्कि 2025 में संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों में संघ का संगठनात्मक मार्गदर्शन करेंगे। वह कर्नाटक के शिमोगा से आते हैं। उनका नाम पहले से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह के लिए चल रहा था और उसके बाद अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के दूसरे दिन उनके नाम को सहमति दे दी गई है ।
अब तक सरकार्यवाह की जिम्मेदारी सभाल रहे सुरेश भैयाजी जोशी 2009 से ये जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्होंने 2018 में पद छोड़ने की पेशकश की थी लेकिन कुछ कारण वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए उनका कार्यकाल बढ़ाया गया था। वैसे सरकार्यवाह का कार्यकाल तीन साल का होता है लेकिन सुरेश भैयाजी जोशी ने अपने चार वर्ष का कार्यकाल पूरा किया है।
विवादित जमीन का आरएसएस से कोई लेना देना नहीं, भोपाल पुलिस ने जबरन डाली पेंच
रविवार को राजधानी के हनुमानगंज, टीलाजमापुरा और गौतम नगर थाना क्षेत्रों में लगी धारा 144 सोमवार रात को हटा ली गई है। यहां स्थिति सामान्य है। मंगलवार से सभी दुकानें खुलने लगेंगी। राजदेव कालोनी स्थित जिस भूखंड पर बांउड्री वाल का निर्माण होना है वहां ज्यादातर दुकानें बंद रहीं।
राजदेव कॉलोनी की जिस 37,268 वर्ग फीट जमीन का कब्जा दिलाने को लेकर रविवार को तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू और 11 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगाई गई थी। ऐसा बताया जा रहा है कि यह जमीन राजदेव जनसेवा न्यास के नाम पर है।
जमीन के सामने संघ कार्यालय है और ट्रस्ट के सभी सदस्य संघ से जुड़े हुए हैं, लेकिन दस्तावेज बताते हैं कि उस विवाद से संघ का कोई नाता नहीं है। संघ के मध्यभारत प्रांत प्रचार प्रमुख ओमप्रकाश सिसौदिया ने भी कहा कि विवाद से संघ का कोई संबंध नहीं है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने भी कहा कि जमीन ट्रस्ट की है। कुछ लोग कह रहे हैं कि ट्रस्ट ने इसे आरएसएस को दान कर दी जो पूर्णत: गलत है। ट्रस्ट ऐसा कर भी नहीं सकता। पूरा मामला वक्फ बोर्ड, न्यास और शेख इस्माइल व सुलेमान के बीच था। संघ कभी भी इसमें पक्षकार नहीं रहा। हर न्यायालय में ट्रस्ट के पक्ष में फैसला आया। कोर्ट के फैसले के आधार पर ही पिछले साल दिसंबर में जमीन का कब्जा ट्रस्ट को सौंपा गया।
भोपाल के इन क्षेत्रों में अभी भी बनी रहेगी सख्ती
भोपाल (Bhopal) में अशांति को रोकने के लिए पुरानी भोपाल के हनुमानगंज, टीला जमालपुरा और गौतम नगर बीते दिनों कलेक्टर अविनाश लवानिया(Avinash Lavania) ने कर्फ्यू लगा दिया था। प्रशासन द्वारा रविवार सुबह 3 थाना क्षेत्र के कर्फ्यू और 11 थाना क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई थी। इस कर्फ्यू को दर रात कलेक्टर ने हटाने के आदेश जारी कर दिए।
विवाद की स्थिति को देखते हुए भोपाल कलेक्टर ने इन क्षेत्रों में कर्फ्यू की घोषणा की थी। वही कर्फ्यू की तैयारी शनिवार को ही कर ली गई थी। इस मामले में भोपाल कलेक्टर का कहना है कि शाहजहानाबाद, छोला मंदिर, निशातपुरा, तिलैया, मंगलवारा, जहांगीराबाद और नजीराबाद थाना क्षेत्र में धारा 144 हटा ली गई है। जबकि तीन थाना क्षेत्र हनुमानगंज, टीला जमालपुरा और गौतम नगर में धारा 144 सोमवार को भी लागू रहेगी।

कल कर्फ्यू के दौरान पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं इन इलाकों के चार लाख से अधिक रेवासी और ट्रेन बस से सफर करने वाले यात्री भी पैदल भटकते नजर आए। हालांकि इन इलाकों में किसी भी असंवेदनशील माहौल की जानकारी नहीं मिली। इसके बाद देर रात भोपाल कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए इन इलाकों से कर्फ्यू हटाने के आदेश दिए हैं। हालांकि तीन थाना क्षेत्र में धारा 144 लागू सोमवार को भी लागू रहेगी।
भोपाल के पुराने शहर में आरएसएस के केशव नीडम कार्यालय में फेंसिंग का काम हुआ शुरू डीआईजी ने कहा स्तिथि काबू में है
भोपाल(Bhopal) के कबाड़खाना क्षेत्र में आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) के केशव नीडम कार्यालय में फेंसिंग का काम शुरू हो गया है। जमीन विवाद में केस जीतने के बाद फेंसिंग कार्य किया जा रहा है। दूसरी ओर इसके विरोध को देखते हुए कलेक्टर ने अविनाश लवनिया ने इलाके कर्फ्यू लगा दिया है।
प्रशासन के आदेशानुसार पुराने भोपाल के थाना हनुमानगंज, टीलाजमालपुरा, और डीआईजी बंगला इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं इतवारा, सोमवारा, बुधवारा, भारत टॉकिज चौराहा को पुलिस ने बंद कर दिया है। सुबह से पुलिस की तगड़ी चाक-चौबंद है।
कर्फ्यू के बीच हो रहे निर्माण कार्य को लेकर डीआईजी इरशाद वली ने मीडिया को बयान दिया और कहा कि स्थिति काबू में है। कर्फ्यू के दौरान हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है। फेंसिंग के चलते एहतियातन में इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है।
भोपाल के ग्यारह थाना क्षेत्र में धारा 144 एवं तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया
भोपाल के ग्यारह थाना क्षेत्र में धारा 144 एवं तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया। पुराने भोपाल में रास्ते सील किये गये। चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात । मेडिकल सेवाएं और अतिआवश्यक सेवाओं के अलावा किसी को भी बाहर घूमने के अनुमति नही है।
पुराने भोपाल के कबाड़खाना क्षेत्र में आर एस एस के मुख्यालय रहे केशव नीडम की लगभग 30 हजार वर्ग फीट भूमि का प्रकरण हाईकोर्ट से जीतने के बाद केशव नीडम के पदाधिकारी आज उक्त भूमि पर फेसिंग कर रहे हैं। किसी प्रकार की अशांति न हो, इसलिए जिला एवं पुलिस प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है।

भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने जनता से यह अपील की है कि किसी भी प्रकार की अशांति और आरकजता नही फैलाई जाए और इसीलिए किसी को भी अपने-अपने घरों से ना निकलने की अपील की गई है। भोपाल कलेक्टर ने यह भी बताया कि सूचना ध्वनि विस्तारक यंत्र से पुराने भोपाल शहर के थाने शाहजहानाबाद ,छोले मंदिर, निशातपुरा तलैया ,मंगलवारा, अशोका गार्डन, ऐशबाग, जहांगीराबाद ,स्टेशन बजरिया ,बैरसिया एवं नजीराबाद क्षेत्र में इस कर्फ्यू की जानकारी दे दी गई है।
इन इलाकों में रहेगा कर्फ्यू का असर
1. पुरानी सब्ज़ी मंडी
2. भारत टॉकिज चौराहा
3. तलैया थाना छेत्र
4. हमीदिया रोड
5. सेफिया कॉलेज रोड
6. शाहजनाबाद थाना छेत्र
7. भोपाल रेलवे स्टेशन
8. भारत टॉकिज ओवरब्रिज
9. निशातपुरा छेत्र
10. हनुमानगंज छेत्र
माखनलाल विश्विद्यालय के पूर्व कुलपति समित 20 प्राध्यापकों को मिली हरी झंडी
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय(Makhanlal Chaturvedi National University Of Journalism And Communication) में हुई आर्थिक अनियमितताओं के मामले में ईओडब्ल्यू (EOW) ने विशेष अदालत में रिपोर्ट पेश की है। लेकिन अदालत में ईओडब्ल्यू के जांच अधिकारियों की पेशियां होंगी। ऐसा कहा जा रहा है कि पुष्टि होने पर ही अदालत EOW की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार करेगी।
कोर्ट में पेश की क्लोजर रिपोर्टई
ओडब्ल्यू के अधिकारियों ने भोपाल विशेष अदालत में इस पूरे मामले की क्लोजर रिपोर्ट पेश की है। ऐसा मानना है कि क्लोजर रिपोर्ट में साफ तौर पर लिखा हुआ है कि, पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 20 प्रोफेसर पर लगे आरोप द्वेष पूर्ण हैं और जांच के दौरान इन आरोपों को सिद्ध नहीं हुए है और लिहाजा इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट पेश की जा रही है।क्लोजर रिपोर्ट पेश होने के बाद अब ईओडब्ल्यू के अधिकारियों की पेशियां विशेष अदालत में होगी।
आरएसएस से तालुक रखते है कुठियाला
कुठियाला को आरएसएस का बेहद करीबी माना जाता है। प्रोफेसर बीके कुठियाला MCU के 10 साल कुलपति रहे हैं। और उस समय भाजपा सरकार रही थी । मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार बनने के बाद यह आरोप लगाए थे कि प्रोफेसर बीके कुठियाला ने माखनलाल विश्विद्यालय को आरएसएस का गढ़ बना दिया था और भारी आर्थिक अनियमितताएं थी। उस दौरान ईओडब्ल्यू की जांच में कई ऐसे बिल भी सामने आए थे जो कहीं ना कहीं आर्थिक अनियमितताओं के पुख्ता सबूत थे।
2 साल पूर्व कमलनाथ सरकार ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आर्थिक अनियमितताओं के चलते पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 20 प्रोफेसर के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई थी । शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू ने इस मामले में कुठियाला समेत 20 प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की। इतना ही नहीं बीके कुठियाला से भी EOW के अधिकारियों ने कई बार पूछताछ की और इससे पहले उन्हें फरार घोषित भी किया। बाद मे जब मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ और प्रदेश में बीजेपी सरकार बनी तब ईओडब्ल्यू के कई अधिकारियों के तबादले भी किए गए और अब इस पूरे मामले में ईओडब्ल्यू ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट पेश कर दी है।