पश्चिम बंगाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण से जनता की सुरक्षा के मद्देनजर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी सभी जनसभाएं रद्द कर दी हैं। पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा का चुनाव हो रहा है जिसमें अब अंतिम चरण के ही चुनाव बचे हैं।
राहुल ने अन्य दलों के नेताओं से भी अपील की है कि वह भी पश्चिम बंगाल की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखकर जनसभाएं करना बंद कर दें जिससे भीड़ ना बढ़े और कोरोना संक्रमण को रोका जा सके।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस और वामदलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है प्रधानमंत्री गृहमंत्री लगातार पश्चिम बंगाल में सभाएं कर रहे हैं तो उधर ममता बनर्जी भी सत्ता वापसी का पूरा जोर लगा रही हैं।
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वाम दल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं बीते दिनों कांग्रेस के 1 उम्मीदवार की कोरोनावायरस कारण मौत भी हो चुकी है यही कारण है कि राहुल गांधी ने अपनी आगामी सभी जनसभाएं कैंसिल कर दी हैं।
पश्चिम बंगाल में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है लेकिन चुनावों की आड़ में नेता कोरोनावायरस की गाइडलाइन का पालन नहीं कर पा रहे हैं जिसके कारण लोग अधिक मात्रा में संक्रमित हो रहे हैं।
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बंगाल चुनाव: बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राहुल गांधी ने रद्द की जनसभाएं, बाकी दलों से भी की ये अपील
राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर निशाना, बोले बीमारों और मृतकों की इतनी भीड़ पहली बार देखी है
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है राहुल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट में लिखा “बीमारों और मृतकों की इतनी भीड़ पहली बार देखी है#रैली”
दरअसल राहुल ने यह बात प्रधानमंत्री के कल पश्चिम बंगाल में दिए उस बयान के खिलाफ दिया है जिसमें उन्होंने कहा था आज मेरी रैली में इतनी भीड़ आई है कि मैं जहां तक देख पा रहा हूं वहां तक भीड़ ही भीड़ दिखाई दे रही है।
आपको बता दें कि देश में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है कई राज्यों में तो यह बुरी तरह बेकाबू हो चुका है कोरोना संक्रमण के कारण देश में मृत्यु दर लगातार बढ़ रहा है। इसका प्रमुख कारण हमारी सरकारों का सजग ना होना है।
देश के कई राज्यों में तो हालात यह हो गए हैं कि श्मशान घाट तक में लोगों को अंतिम संस्कार करने के लिए तो कल लेने पड़ते हैं और लंबा इंतजार करना पड़ता है कल गाजियाबाद और लखनऊ में ऐसी ही तस्वीर है सामने आए जहां पर लोग अपने प्रिय जनों की अर्थों को लाइन लगाकर साइड में बैठे थे उन्हें लाउडस्पीकर के माध्यम से बताया जा रहा था कि फला टोकन नंबर का समय इतनी देर बाद आने वाला है।
ऐसा माना जा रहा है कि देश के बिगड़ते हालातों के मद्देनजर राहुल ने अपना ये बयान दिया है।
राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना- लिखा कोविड रणनीति के तीन चरण, तुगलकी लॉकडाउन, घंटी बजाओ और प्रभु के गुण गाओ
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने कोविड-19 महामारी से निपटने की रणनीति को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। राहुल ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की रणनीति सिर्फ ‘तुगलकी लॉकडाउन’ लगाने और घंटी बजवाने की है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार की कोविड रणनीति- पहला चरण- तुग़लक़ी लॉकडाउन लगाओ। दूसरा चरण- घंटी बजाओ। तीसरा चरण- प्रभु के गुण गाओ।
राहुल ने अपने पिछले साल के एक बयान का वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कहा कि एक साल बाद भी लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। पीड़ा झेल रहे हैं, हमारा स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा ध्वस्त पड़ा है और हमारे प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से निरंतर पल्ला झाड़कर चुनाव में व्यस्त हैं।
वही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी लोगों से अपील की कि प्यारे देशवासियों, ये हम सबके लिए बहुत संकट का समय है। हम सबके प्रियजन, परिवारजन, आस-पास के लोग कोरोना महामारी की चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आप सब से निवेदन है कि मास्क लगाएं एवं कोविड सुरक्षा संबंधी सभी निर्देशों का पालन करें। सावधानी और संवेदना के साथ हमें मिलकर इस जंग को जीतना होगा।
आपको बता दें कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 2लाख 34 हजार नए मामले सामने आये हैं और देश मे 1400 से ज्यादा मौते इसके कारण हुई हैं कई जगहों पर हालात यह हैं कि लोगों को श्मशान घाट में भी लाइन लगाना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी के बयान के बाद कहा , उनकी ट्यूबलाइट काफी देर से जलती है
कांग्रेस(Congress) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष(Ex National President) राहुल गाँधी(Rahul Gandhi) ने उनकी दादी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री(Prime minister) इंदिरा गाँधी(Indira Gandhi) के इमरजेंसी(Emergency) लगाने के फैसले को एक भूल बताया है। राहुल गांधी ने कहा कि 1975 से 77 के बीच 21 महीने के आपातकाल के दौरान जो कुछ भी हुआ वो गलत था। वहीं राहुल के इस बयान के बाद बीजेपी को बड़ा मुद्दा मिल गया है। बीजेपी ने राहुल गांधी के इमरजेंसी वाले बयान पर अब उन्हें पूरी तरह से घेर लिया है।
मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री(Chief Minister) शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chouhan) ने राहुल गांधी को ट्यूबलाइट बताया है। उन्होंने कहा कि राहुल जी की दिक्कत यही है कि वह बहुत वर्षों बाद सोचते हैं। जब 1975 में इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगाई थी तब हम बच्चे थे लेकिन उसके साथ जेल भी गए थे। आज जब राहुल गांधी बोल रहे हैं तो हम 61 साल के हो गए हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की सोच बहुत पीछे चलती है और उन्हें यह बात अब समझ में आ रही है। हालांकि देर आए दुरुस्त आए लेकिन उन्हें सोचना चाहिए कि वह जो आज कह रहे हैं उन्हें अब कई वर्षों बाद लगेगा कि वह गलती कर रहे थे। तब उन्हें फिर गलती की माफी मांगनी पड़ेगी। उनकी ट्यूबलाइट देर से जलती है।
शिवराज सिंह चौहान ने खंडवा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि नंदू भैया के जाने से जो शून्य पैदा हुआ है वह मध्यप्रदेश के सार्वजनिक जीवन में तथा भाजपा के जीवन में तथा कार्यकर्ता के नाते मेरे भी निजी जीवन में वह शून्य कभी भरा नहीं जाएगा। नंदू भैया जैसा कोई नहीं वह सेवा की समर्पण की एक अलग शख्सियत थे।
बंगाल विधानसभा चुनाव: साथ लड़ेंगे कांग्रेस- लेफ्ट, सीटों को हुआ बटवारा
बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हलचल शुरू हो गई है। कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों में गठबंधन को लेकर चल रही चर्चाओं ने अंतिम रूप ले लिया है। विधानसभा की 193 सीटों को लेकर कांग्रेस ने लेफ्ट के साथ बंटवारा कर लिया है। इन 193 सीटों में से 101 पर लेफ्ट पार्टियां और 92 पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। वहीं बाकी सीटों के लिए अगली बैठक में फैसला किया जाएगा।
बता दें कि कांग्रेस ने 2016 के बंगाल विधानसभा चुनाव में भी वाममोर्चा के साथ गठबंधन किया था। जहां माकपा 148 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 26 सीटों पर उसे जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस ने 92 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें उसे 44 सीटों पर जीत मिली थी।
इसके अलावा वामदलों के सहयोगी के तौर पर ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ कर दो सीटें जीती थी। सीपीआई 11 सीटों पर चुनाव लड़कर 1 सीट जीती थी। इसके अलावा रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी 19 सीटों पर चुनाव लड़कर 3 सीटें जीती थी।
इस तरह से देखें तो 2016 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस वाम मोर्चे के गठबंधन में सबसे अधिक फायदा कांग्रेस को ही हुआ था। कांग्रेस पार्टी ने मात्र 92 सीटों पर चुनाव लड़कर 44 सीटें जीती, जबकि वामपंथी दल 202 सीटों पर चुनाव लड़कर मात्र 32 सीटें ही जीत पाए थे। 44 सीटें जीतने के कारण कांग्रेस को विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल का दर्जा भी मिला था। इसके बाद कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन टूट गया था और 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ी थी।
वहीं, इस बार कांग्रेस और लेफ्ट ने फैसला किया था कि साल 2016 के चुनाव में जीती हुई अपनी-अपनी सीटों पर कांग्रेस और लेफ्ट के प्रत्याशी उतरेंगे। इस तरह कांग्रेस को अपनी जीती हुई 44 सीटों के साथ 92 सीटें मिली है और लेफ्ट को अपनी जीती हुई 33 सीटों के साथ 101 सीटें मिली है।इसके बाद बाकी बची सीटों पर अभी पेच फंसा हुआ है, जिस पर दोनों दलों के साथ सहमति बनने बाद बंटवारे का ऐलान होगा। इससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस इस बार बंगाल में पिछले चुनाव से ज्यादा सीटों पर किस्मत आजमाएंगी।
पीएम मोदी से ज्यादा समझदार हैं किसान, उन्हें पता कि देश में क्या हो रहा है: राहुल गांधी का सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश की आम जनता की लड़ाई आज किसान लड़ रहे हैं। वे हमारे भोजन की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें उनका पूरा समर्थन करना चाहिए। अभी तक खेती में किसी का एकाधिकार नहीं था। इन कृषि कानूनों से किसानों का हाल आजादी से पहले वाला हो जाएगा। सरकार को इन तीनों कानून को वापस लेना होगा। हम सरकार पर दबाव बना रहे हैं। ये प्रेस कॉन्फ्रेस भी सरकार पर दबाव बनाने के लिए की जा रही है। किसानों को न थकाया जा सकता है और न ही बेवकूफ बनाया जा सकता है। किसान प्रधानमंत्री मोदी से ज्यादा समझदार हैं। उन्हें पता है कि देश में क्या हो रहा है।
“आज देश के सामने एक त्रासदी आ गई है, सरकार देश की समस्या नजरअंदाज करना चाहती है और गलत सूचना दे रही है। मैं अकेले किसानों के बारे में बोलने वाला नहीं हूं क्योंकि यह त्रासदी का हिस्सा है। यह युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है। यह वर्तमान के बारे में नहीं बल्कि आपके भविष्य के बारे में है।”
रोबर्ट वाड्रा ने दिए राजनीति में आने के संकेत, राहुल- प्रियंका और सरकार पर की बात
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने आज राजनीति में उतरने और चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। बेनामी संपत्ति के मामले में लगातार दो दिन पूछताछ किए जाने के बाद उन्होने यह बयान दिया है।
मीडिया से बात करते हुए वाड्रा ने कहा कि राजनीतिक परिवार से जुड़े होने के कारण उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। राजनीति में न होने के बावजूद वह सियासी लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होने कहा कि सरकार जब भी मुश्किल में होती है, वह पंचिंग बैग की तरह मेरा इस्तेमाल किया जाता है।
वाड्रा ने आगे कहा कि अब मुझे लगता है कि मैंने लंबे समय तक बाहर से लड़ाई लड़ी है। मैंने खुद को समझाया, लेकिन लगातार वे मुझे परेशान करते रहे। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि मैं राजनीति में नहीं हूं। मैं हमेशा राजनीति से दूर रहा।
रॉबर्ट वाड्रा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को गुरुवार को दिए इंटरव्यू में ये बातें कही हैं।
बता दें कि वाड्रा ने लोकसभा चुनाव के दौरान सोनिया गांधी के लिए रायबरेली और राहुल गांधी के लिए अमेठी में प्रचार किया था।
गांधी परिवार पर बात करते हुए उन्होने कहा कि, गांधी परिवार के लोगों ने देश के लिए जान दी है। मैं ऐसे परिवार से हूं, जो कई पीढ़ियों से इस देश की सेवा करता आया है। इस परिवार के लोगों ने देश के लिए जान दी है। मैंने उन्हें देखा है, उनसे सीखा है, मुझे लगता है कि मुझे इसी ताकत के साथ लड़ने के लिए संसद में जाना होगा।
सही समय आने पर लूंगा चुनाव लड़ने का फैसला
वाड्रा ने चुनाव लड़ने पर कहा कि मैं एक ऐसी जगह देखूंगा, जहां के लोग मुझे वोट देंगे और मैं उन लोगों की जिंदगी में फर्क ला सकता हूं। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसमें परिवार की रजामंदी भी जरूरी होगी। पूरा परिवार, खास तौर से प्रियंका हमेशा मेरे फैसलों का सपोर्ट करती हैं। मैं पूरे परिवार के बारे में बात कर रहा हूं। जब वे इसके लिए हां कह देंगे, तो मैं राजनीति में आ सकता हूं।
असल मुद्दों से भटकाना चाहती है सरकार
मैं राजनीतिक परिवार का हिस्सा हूं और इसलिए दूसरी पार्टियों से निपटना होगा। वे भी मेरे बारे में बात करते हैं। देश के लोग और मीडिया भी हमारा पक्ष जानना चाहते हैं। सरकार असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए मुझे जरिया बना रही है। उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना फैला हुआ है। किसानों के मुद्दे हैं। वे प्रदर्शन कर रहे हैं। खुदकुशी कर रहे हैं। ऐसे माहौल में सरकार सोचती है कि किसी एजेंसी को पूछताछ के लिए भेजना चाहिए। वे मुझसे वही सवाल पूछते हैं, जिनके मैं पहले जवाब दे चुका हूं।’
राहुल में नेतृत्व क्षमता
राहुल गांधी के पास कांग्रेस का नेतृत्व करने की क्षमता है। हालांकि, यह पार्टी को तय करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है। यहां हर किसी का अपना मत है। अगर पार्टी को लगता है कि उनमें संभावना है तो वे उन्हें अध्यक्ष चुन लेंगे। प्रियंका अपना काम ईमानदारी से कर रही हैं। देश के लोग चाहते हैं कि वे नेशनल लेवल पर ज्यादा एक्टिव रहें। उन्हें खुद को साबित करने के लिए और वक्त दिया जाना चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव नतीजे लाइव: महागठबंधन और एनडीए में कड़ी टक्कर
बिहार विधानसभा चुनाव में जारी वोटों की गिनती में लगातार रुझान बदल रहे हैं। 243 सीटों के प्राप्त रुझानों में बीजेपी 77 सीटों पर, आरजेडी 61 सीटों पर, जेडीयू 52 सीटों पर, कांग्रेस 22 सीटों पर, भाकपा-माले 13 सीटों पर, वीआईपी छह सीटों पर, एलजेपी 4 सीटों पर और माकपा तीन सीटों पर आगे चल रही हैं, वहीं भाकपा, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, बसपा एवं एआईएमआईएम एक-एक सीट पर तथा निर्दलीय चार सीटों पर आगे चल रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस वक्त करीब 47 सीटों पर 100 वोटों से भी कम का अंतर चल रहा है।
एग्जिट पोल में महागठबंधन की जीत का अनुमान
बिहार विधानसभा चुनाव में अधिकांश एक्जिट पोल में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पांच दलों के महागठबंधन को जीत हासिल होने का पूर्वानुमान व्यक्त किये जाने के बीच मंगलवार को मतगणना होगी । राज्य में मतगणना 38 जिलों के 55 मतगणना केंद्रों पर होगी और इसके परिणाम नीतीश कुमार सरकार का भविष्य तय करेंगे । नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षो से बिहार के मुख्यमंत्री हैं।
हरियाणा उपचुनाव: 10वे राउंड के बाद भी कांग्रेस ने बनाए रखी बड़त, योगेश्वर दत्त पीछे
तमाम Exit Polls में महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत, मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी बने पहली पसंद
बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के साथ ही विभिन्न मीडिया समूहों के एग्जिट पोल्स के नतीजे सामने आ गए हैं। जिनमें ज्यादातर समूह महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता हुआ दिखा रहा है। पोल्स में मुख्य बात यह है कि यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पछाड़ते हुए तेजस्वी यादव पहली पसंद बनकर उभरे हैं।
एक्जित पोल्स के अनुसार महागठबंधन को 180 सीटों तक मिलने की संभावना है। जारी किए गए सर्वे में न्यूज 18- चाणक्य ने महागठबंधन को 180 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है । वहीं एनडीए के हिस्से में 55 सीटें जाने की संभावना दी है।
इंडिया टुडे के लिए एक्सिस माइ इंडिया के सर्वे में महागठबंधन को 139 से 161 सीटें तक मिलने की संभावना जताई गई है। वहीं एनडीए का आंकड़ा 69 से 91 तक जा सकता है।
इसके अलावा एबीपी न्यूज-सी वोटर के सर्वे के मुताबिक महागठबंन के खाते में 108 से 131 सीटों की संभावना है वहीं एनडीए को 104 से 128 तक सीटें मिल सकती हैं।
रिपब्लिक- जन की बात के सर्वे में महागठबंधन के लिए 118 से 138 सीटों का अनुमान लगाया गया है और एनडीए के खाते में 91 से 117 सीटें जाती दिखाई गई हैं।
इसके अलावा टाइम्स नाउ- सी वोटर ने महागठबंधन के खाते में 120 और एनडीए के खाते में 116 सीटें जाने का अनुमान लगाया गया है
दैनिक भास्कर ने दिया एनडीए को बहुमत
हालांकि, बाकी सभी एग्ज़िट पोल से अलग दैनिक भास्कर के अनुमान में एनडीए को बिहार में बहुमत मिलता दिखाया गया है। भास्कर ने एनडीए को 120-127 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि महागठबंधन को 71-81 सीटें मिलने की बात कही गई है। वहीं इस एग्जिट पोल में एलजेपी के लिए अच्छी खबर है। एलजेपी को इसमें 12-23 सीटें दी गई हैं और अन्य पार्टियों को 19-27 सीटें मिलती बताई गई हैँ।
मुख्यमंत्री के लिए तेजस्वी पहली पसंद
एग्जिट पोल में महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां मुख्यमंत्री पद के लिए पसंद में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को पछाड़ दिया है। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक बिहार के 44 फीसदी लोगों की पसंद तेजस्वी यादव हैं। वहीं, इस रेस में नीतीश कुमार पीछड़कर 35 फीसदी पर पहुंच गए हैं। वहीं एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान को महज 7 फीसदी लोग ही मुख्यमंत्री का पसंद मानते हैं।
बता दें कि चुनाव संपन्न होने के बाद अब नतीजों के लिए सभी को 10 नवंबर का इंतजार है।
हारे ट्रम्प, जो बिडेन बनेंगे राष्ट्रपति, कामाला हैरिस बनेंगी पहली महिला उपराष्ट्रपति
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों के नतीजे आ चुके हैं और वाइट हाउस की कमान अब डेमोक्रैट कैंडिडेट जो बाइडेन के हांथों में आना तय है। बाइडेन ने रिपब्लिकन कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप को पीछे छोड़ते हुए पेंसिल्वेनिया अपने नाम कर लिया। इसके साथ ही उन्हें जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट मिल गए।
CNN projects #JoeBiden will be the next US President pic.twitter.com/YOcgnkbolj
— ANI (@ANI) November 7, 2020
जीत की रिपोर्ट्स सामने आने के बाद बाइडेन ने ट्वीट किया-‘अमेरिका, मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि आपने देश के नेतृत्व के लिए मुझे चुना है। हमारे आगे का काम मुश्किल होगा लेकिन मैं वादा करता हूं कि मैं सभी देशवासियों का राष्ट्रपति रहूंगा- चाहे आपने मुझे वोट किया हो चा नहीं। आपने जो भरोसा मुझपर दिखाया है, उसे मैं पूरा करूंगा।’ बता दें कि पेंसिल्वेनिया में ट्रंप आगे चल रहे थे लेकिन जैसे-जैसे मेल-इन बैलेट की गिनती की गई, वैसे-वैसे बाइडेन आगे निकलते गए। इससे पहले खबरें आ रही थीं कि फिलेडेल्फिया में फर्जी बैलेट ले जाने के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
Congratulations @JoeBiden on your spectacular victory! As the VP, your contribution to strengthening Indo-US relations was critical and invaluable. I look forward to working closely together once again to take India-US relations to greater heights. pic.twitter.com/yAOCEcs9bN
— Narendra Modi (@narendramodi) November 7, 2020
राहुल गांधी ने भी दी बधाई
Congratulations to President-elect @JoeBiden. I’m confident that he will unite America and provide it with a strong sense of direction.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 7, 2020
अमेरिका में पहली महिला उपराष्ट्रपति बनेंगी कमला हैरिस
कमला हैरिस ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति चुनाव जीत वे ऐसा करने वाली पहली महिला, पहली अश्वेत अमेरिकी और पहली एशियाई अमेरिकी बन गई हैं।
बता दें कि कमला हैरिस के माता और पिता भारत और जमैका से आए थे। कमला ने अपनी पार्टी की ओर से 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन किया था और पार्टी के दूसरे उम्मीदवारों बिडेन और अन्य का मुकाबला किया था। हालांकि वे पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो गईं थीं।