Home Tags Damoh

Tag: damoh

नोटिस का जवाब देंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिलने पहुचे पूर्व मंत्री

0

मध्यप्रदेश के दमोह उपचुनाव के बाद कई दिग्गज नेताओं पर गाज गिरी थी। ऐसे में शो कॉज नोटिस के बाद पूर्व मंत्री जयंत मलैया बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिलने भोपाल उनके निवास पहुंचे है। 

बता दे कि उपचुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में जयंत मलैया को शो कॉज नोटिस दिया था। साथ ही उनके पुत्र सिद्धार्थ मलैया व पांच मंडल अध्यक्षों को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

दरअसल दमोह उपचुनाव में हार के बाद राहुल लोधी ने मलैया और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। और कहा था कि मलैया परिवार ही उनकी हार की वजह थे। उन्होंने ही बीजेपी को दमोह उपचुनाव में हराया है। राहुल लोधी के बयान के बाद पार्टी में जमकर बवाल मचा।

बताया जा रहा है कि मलैया पर हुई कार्रवाई के बाद विधायकों सहित कई नेताओं ने इस मामले में साथ दिया और पार्टी की कार्रवाई को गलत ठहराया था। इस मामले में जयंत मलैया का भी बयान आया था और उन्होंने भी सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा था।

हार पर बीजेपी मे हाहाकार, कमलनाथ का सरकार से सवाल हार के लिए कौन-कौन जिम्मेदार

0

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दमोह के एसपी-कलेक्टर के ट्रांसफर पर सवाल उठाया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए प्रदेश की सरकार से पूछा है कि क्या दमोह में बीजेपी को चुनाव जिताने की ज़िम्मेदारी वहाँ के कलेक्टर और एसपी को सौंपी गई थी ?

कमलनाथ ने कहा कि यदि दमोह कलेक्टर और एसपी ने अपने कर्त्तव्यों के निर्वहन और अपनी वर्दी का सम्मान करते हुये निष्पक्ष चुनाव कराये तो क्या सरकार उन्हें इस कर्तव्यपरायणता की सजा देगी ?  असफल होने के बाद अब प्रशासनिक अधिकारियों में आतंक पैदा करने के लिये कलेक्टर एवं एसपी को हटाया गया है। उन्होंने कहा कि दमोह चुनाव की पराजय का दूसरा शिकार बीजेपी के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया एवं उनके पुत्र सिद्धार्थ मलैया को बनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा यदि वास्तव में धनबल के साथ-साथ पूरी बीजेपी, पूरी सरकार, 22 मंत्री, कई विधायक और सांसद के दमोह में महीनों डेरा डालने के बाद भी यदि मलैया परिवार कांग्रेस को 17000 वोटों से जीत दिला सकते है तब उनके वर्चस्व और राजनीतिक कौशल को देखते हुये उन्हें तत्काल मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बना देना चाहिये ?

उन्होंने आगे कहा, जबकि ये हार वास्तव में बीजेपी के हर उस नेता की है जो पूरे दो महीने दमोह में रहने के बाद भी अपने प्रत्याशी को जीत नहीं दिला सके। ये हार शिवराज की उस अनैतिक राजनीति की हार है जो ख़रीद-फ़रोख़्त से सत्ता हथियाने के लिये कुख्यात है।

दरअसल दमोह में बीजेपी की हार शिवराज सरकार के एक साल के कार्यकाल पर जनता का मत है। ये हार बताती है कि बीजेपी ने पिछले एक साल में प्रदेश को कैसी सरकार दी है।

दमोह उपचुनाव के बाद हुई सियासत गरम, जयंत मलैया ने कहीं ये बात

0

दमोह विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को मिली हार के बाद सियासत गरमा चुकी है। चुनाव में हारे बीजेपी प्रत्याशी राहुल लोधी ने अपनी हार का ढीकरा पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया और उनके परिवार पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि मेरी हार का कारण मलैया परिवार है।

बता दे कि राहुल ने भीतरघात का आरोप लगाते हुए मलैया को पार्टी से निष्काषित करने की मांग तक कर डाली है। इस आरोप के बाद मलैया ने जवाब के तौर पर बयान दिया है। आज जयंत मलैया ने कहा है कि यहां भाजपा नहीं हारी बल्कि राहुल लोधी की छवि के खिलाफ जनता ने मतदान किया और परिणाम सामने आए है।

दरअसल मलैया ने कहा कि बीते 2018 के आम चुनाव में उनको मिली हार को सामना करना पड़ा था। उनके पास अपनी हार के कारण बताने के वाजिब कारण थे लेकिन उन्होंने किसी से कुछ नहीं कहा। लेकिन अब राहुल लोधी को खुद अपना विश्लेष्ण करना चाहिए। और मलैया ने ये भी कहा कि जिसे जहां शिकायत करनी है करता रहे।

दमोह उपचुनाव के बाद बीजेपी नेता प्रह्लाद पटेल ने दिखाया रंग, मतदाता को दी ‘दो तमाचे’ मारने की धमकी

0

बुधवार की शाम दमोह सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद पटैल ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और कोरोना मरीजों को मिलने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में सिविल सर्जन डॉ. ममता तिमोरी से जानकारी ली।

जब उन्होंने निरीक्षण कि तब वहां पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल में आक्सीजन की लूट मार मचाने वाली जो घटना हुई है उस पर कार्रवाई भी की जाएगी। लोगों को धैर्य रखना चाहिए आखिर डाक्टर 24 घंटे मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इस स्थति से हम सबको मिलकर निपटना होगा। 

ऐसे में वहां एक वीडियो दुबारा सामने आया है जिसमे एक कार्यकर्ता अपने मंत्री से अपनी माँ के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की गुहार लगा रहा था और मंत्री जी ने बोल दिया कि बकवास करेगा तो 2 थप्पड़ पड़ेंगे।

बता दे कि बीते दिन दमोह में चुनाव का माहौल था। तब सरकार हर उसका इलाज कर रही थी जिन्हें कोरोना था। उस समय उनके लिए भरपूर दावा और ऑक्सीजन था। और आज जब चुनाव हो गए है तो सरकार ने दमोह में लॉकडाउन लगा कर उन्हें आत्मनिर्भर बना दिया।

इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता के के मिश्रा में ट्वीट किया है कि , दमोह में मतदान के पहले हर संक्रमित को प्रदेश के मंत्री कारों से भोपाल-जबलपुर अस्पतालों में भर्ती करवा रहे थे,अब जिला अस्पताल में अपनी माँ को बचाने के लिए ऑक्सीजन की गुहार करने वाले BJP कार्यकर्ता को दो चांटे देने की बात कह रहे हैं केंद्रीय मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल! काम निकल

दमोह जिले के सरकारी अस्पातल में ऑक्सीजन सिलेंडर की मची लूट

0

मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस रफ्तार से बढ़ रहा है। शासन प्रशासन और हेल्थ वर्कर्स सभी लाचार और बेबस नजर आ रहे हैं। प्रदेश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। जनता ने सरकार से भी उम्मीद छोड़ दी है। वहीं दमोह स्थित सरकार अस्पताल में नए ऑक्सीजन सिलेंडर ( Oxygen Cylinder) उतरने ही लोगों ने लूट लिए।

बता दे कि दमोह के सरकारी अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर की लूट कल रात हुई। भर्ती मरीज़ों के परिजन ऑक्सीजन सिलेंडर ( Oxygen Cylinder) आते ही टूट पड़े, मेडिकल स्टाफ़ ने इलाज बंद करने की धमकी दी। पूरे प्रदेश में आक्सीजन की भारी क़िल्लत है।

ऐसा अनुमान है कि बेकाबू हालातों को देखते हुए सरकार लॉकडाउन आगे भी बढ़ा सकती है। पहले सरकार ने 19 अप्रेल तक लाकडाउन की घोषणा की थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 30 अप्रेल तक कर दिया गया है। लेकिन स्थिति नियंत्रित होने की स्थिति में सरकार आगे भी लॉकडाउन जारी रख सकती है।

नही काम आई मुख्यमंत्री की अपील, कोरोना के डर से दमोह में हुआ सिर्फ 59.81% मतदान, कांग्रेस को फायदा मिलने की संभावना

0

दमोह चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक भाषण और टू इट काफी वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने दमोह की जनता से घर से निकल कर वोट डालने की अपील की थी लेकिन आज मतदान में मुख्यमंत्री की उस अपील का दमोह वासियों पर बहुत ज्यादा फर्क पड़ता दिखाई नहीं दिया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वह ट्वीट



भाजपा-कांग्रेस दोनों के लिए नाक का सवाल बन चुके दमोह चुनाव में आज कुल 59. 81% ही मतदान हुआ है लोग कोरोनावायरस के डर से घरों से बाहर नहीं निकले

दमोह विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का मतदान के प्रति उत्साह ना दिखाना कहीं कोई सोची समझी साजिश का हिस्सा तो नहीं है यह तो आने वाला वक्त यानी 2 मई को पता चलेगा लेकिन आज जिस प्रकार से लोग घर से नहीं निकले उसका सीधा सा मतलब यह निकाला जा सकता है कि लोगों का उपचुनाव का मन बिल्कुल भी नहीं था।

सूत्र बताते हैं कि दमोह में लोधी वर्सेज अन्य का सीधा मुकाबला है जिसके खाते में लोधियों के वोट जाएंगे वही दमोह का विधायक बनेगा लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह भी है की दमोह के रण में दो लोधी प्रत्याशी आमने-सामने थे कहीं इसका फायदा कांग्रेस तो नहीं ले जाएगी यह तो 2 मई को ही पता चल पाएगा।

हमारे दमोह के सूत्रों ने तो यहां तक बताया कि हमने 35 वर्षों से लगातार जीत रहे जयंत मलैया को इस कारण हर आया ही था कि यहां पर कोई नया विधायक बने और क्षेत्र का विकास कर सके लेकिन आज वही मलैया नेपथ्य में है और उन्हीं मलैया के सामने जिस आदमी ने उन्हें धूल चटाई थी वह भाजपा का प्रत्याशी बना बैठा है यह कारण भी है कि लोग मतदान करने मतदान केंद्र ही नहीं गए।

दमोह से कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन कोरोना पॉजिटिव,17 अप्रैल को है मतदान

0

दमोह उपचुनाव(DAMOH BY ELECTION) में कांग्रेस प्रत्याशी(CONGRESS CANDIDATE) अजय टंडन(AJAY TANDON) कोरोना संक्रमित पाए गए हैं यह जानकारी उनकी बड़ी बेटी पारुल टंडन ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है।

दमोह उपचुनाव की वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं टंडन का बीते 2 दिनों से स्वास्थ्य खराब था जिसके कारण उन्होंने कल अपना रैपिड टेस्ट कराया जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

आपको बता दें कि दमोह में 17 अप्रैल को उप चुनाव की वोटिंग होना है उपचुनाव में दोनों दलों भाजपा कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है जिसके कारण यह मुकाबला बड़ा रोचक बना हुआ है जहां एक तरफ भाजपा इस सीट को जीत कर अपने संख्या बल में बढ़ोतरी करना चाह रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस इस सीट को बचाकर यह संदेश देने की कोशिश में है कि आम जनता का भरोसा अभी भी कांग्रेस में है।

दमोह में उपचुनाव के कारण ही बीते 12 अप्रैल को गृह मंत्रालय मध्यप्रदेश शासन ने एक अजीबोगरीब आदेश निकाला था जिसमें स्पष्ट उल्लेखित किया गया था कि दमोह छोड़कर बाकी जगह जहां भी कोरोनावायरस तेजी से बढ़ रहा है वहां पर लॉकडाउन लगाने का फैसला जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के बाद किया जा सकता है। जब इस पर पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह हमारे अधिकार क्षेत्र की बात नहीं है दमोह अभी चुनाव आयोग के अधीन है।

दमोह में नहीं है कोरोना, ये हैं वजह

0

दमोह उपचुनाव से हैरान करने वाली बात सामने आई है। यहा जिला निर्वाचन अधिकारी ही लोगों से कह रहे हैं कि आप तो वोट देने आइए कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि उप चुनाव 17 अप्रैल को होने है।

इस पोस्टर पर लिखा है कि कोरोना से नही डरेंगे, मतदान हम जरूर करेंगें। अब इस पोस्टर को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर इतने बड़े अधिकारी ही इस तरह के स्लोगन लिखवाएंगे तो फिर कैसे आम लोगों को जागरूक किया जाएगा।

गौरतलब है कि दमोह विधानसभा सीट क्रमांक 55 पर 17 अप्रैल को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है। इस उपचुनाव में अपने भाग्य को आजमाने के लिए 22 उम्मीदवार मैदान में हैं। जहाँ सभी नेता जनता के बीच पहुंचकर अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा मतदान करने अपील कर रहे हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिला बड़ा झटका ,दमोह उपचुनाव में प्रचार करेंगे भाजपा सांसद केपी यादव

0

मध्यप्रदेश में होने वाले दमोह उपचुनाव के लिए बीजेपी से गुना सांसद केपी यादव चुनाव प्रचार कर रहे हैं। बीजेपी द्वारा केपी यादव को प्रचार में बुलाए जाने को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।पिछले लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर सांसद बने केपी यादव को ऐसे समय में प्रचार के लिए बुलाया गया है जब खबरें आ रही है कि पार्टी ने सिंधिया को चुनाव से दूर रहने का निर्देश दिया है।

चुनाव प्रचार में आने पर रोक लगाने की वजह से सिंधिया इतने खफा हो गए कि उन्होंने अपने अन्य कार्यक्रमों तक को रद्द कर दिए है। बीजेपी द्वारा केपी यादव को प्रचार में उतारने के बाद कांग्रेस को सिंधिया को घेरने का बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है। 

कांग्रेस ने इस मामले पर तंज कसते हुए कहा है कि शिवराज के चूल्हे में नई राख दिख रही है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘सिंधिया को हराने वाले गुना सांसद केपी यादव दमोह में प्रचार कर रहे हैं, और सिंधिया के दमोह प्रवेश पर प्रतिबंध है। “शिवराज के चूल्हे में नई राख दिख रही है”

माना जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा गद्दार और बिकाऊ करार दिए जाने के बाद सिंधिया की छवि को नकारात्मक मानते हुए बीजेपी चाहती है कि उनके बिना ही चुनाव प्रचार किया जाए। ताकि कांग्रेस को गद्दार और बिकाऊ वाले मुद्दे पर ज्यादा बोलने का मौका न मिल पाए।

भाजपा से नाराज़ हुए सिंधिया , नहीं करेंगे दमोह में प्रचार

0

मध्यप्रदेश भाजपा में एक बार फिर अनबन होने की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर पार्टी हाईकमान से नाराज हो गए हैं। इस बात को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाए जा रहे हैं। दावा है कि सिंधिया के चुनाव प्रचार तक में आने पर रोक लगा दिया गया था, जिस वजह से खफा होकर उन्होंने अपने कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।

इस मामले पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलुजा ने ट्वीट किया कि, ‘चर्चा ज़ोरों पर है कि दमोह उपचुनाव में प्रचार के लिये नहीं बुलाने से नाराज व अपनी किरकिरी से बचने के लिये श्रीमंत ने अपना 4-5 अप्रैल का ग्वालियर क्षेत्र का दौरा ही निरस्त कर दिया है। वैसे भी उनके इस दौरे में दमोह प्रचार का कोई कार्यक्रम नहीं था,प्रदेश में चुनाव और महाराज महल में?’

सिंधिया के नाराज होने के पीछे दो वजहें हैं। एक तो स्टार प्रचारकों की सूची में उन्हें 10वें स्थान पर धकेल दिया गया और उसके बाद अब चुनाव प्रचार अभियान से भी दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा गद्दार और बिकाऊ करार दिए जाने के बाद सिंधिया की छवि को गलत मानते हुए भाजपा चाहती है कि उनके बिना ही चुनाव प्रचार किया जाए ताकि कांग्रेस को गद्दार और बिकाऊ वाले मुद्दे पर ज्यादा बोलने का मौका न मिल पाए।के

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कोरोना का हवाला देते हुए अपने दौरे रद्द कर दिए हैं। राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, रतलाम, निवाड़ी जैसे कई ऐसे मुख्य शहर है जहां कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश के कई शहरों में लॉकडाउन के बावजूद सीएम शिवराज को अपने कार्यक्रमों को लेकर किरकिरी का सामना करना पड़ा रहा था। मामला तूल पकड़ते देख उन्होंने भी अपने दौरे को रद्द कर दिया है।

सिंधिया और शिवराज के दौरे रद्द होने को साझा फैसला के तौर पर दिखाया जाता है। इसके पीछे तर्क यह है कि सिंधिया का दौरा निजी था और सीएम शिवराज सार्वजनिक शिलान्यास कार्यक्रमों में शरीक होने वाले थे।