धार। कोरोना महामारी ने देश-दुनिया को हिला कर रख दिया था। कोरोना की चपेट में आने से व जाने कितने परिवार और कितनी ज़िंदगियां तबाह हो गई थीं। लाखों लोग काल के गाल में समा गए। महामारी के चलते अव्यवस्था इस क़दर फैली कि लोगों के शव बदलने तक के मामले सामने आए थे। स्वास्थ्य सुविधाएं कमज़ोर पड़ गयी थीं। एक बार फिर प्रदेश के धार से कोरोना से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
मध्यप्रदेश के धार में रहने वाले कमलेश नाम के व्यक्ति को कोरोना की दूसरी लहर में मृत घोषित कर दिया गया था। अब कमलेश दो साल बाद वापस लौट आया है। कमलेश के लौटने से जहां घरवाले खुश हैं वहीं आस-पड़ोस के लोग हैरान हैं।
साल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 30 साल का कमलेश भी कोरोना से संक्रमित हुआ था। तब अस्पताल ने कमलेश को मृत घोषित कर दिया था। तत्काली एडवाइजरी के कारण कमलेश का शव परिजनों को नहीं सौंपा गया था। कोरोना नियमों के तहत प्रशासन ने कमलेश की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार की खबर परिवार वालों को दी थी।
अब दो साल बाद जब कमलेश घर लौटा तो कमलेश का बुरा हाल था और वह अब भी सकते में है। दरअसल कमलेश को एक गिरोह ने अहमदाबाद में बंधक बना लिया था। उसे हर दिन नशे का इंजेक्शन दिया जाता था। कमलेश की वापसी ने प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। कमलेश की वापसी की जानकारी मिलते ही प्रशासन भी एक्टिव हो गया है। अधिकारियों के अनुसार मामले में पड़ताल की जा रही है।