Sunday, September 24, 2023
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मध्य प्रदेश के 7 जिले रहेंगे लॉकडाउन, 45 जिलों में मिलेगी राहत

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शाम प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि इंदौर के साथ भोपाल में 1 जून से कर्फ्यू नहीं खुलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी शक्ति के साथ इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि 1 जून से मध्यप्रदेश में जनजीवन सामान्य बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए, परंतु आंकड़े बताते हैं कि मध्य प्रदेश के 7 जिले लॉकडाउन रहेंगे। शेष 45 जिलों में कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।

बता दे कि इंदौर के अलावा भोपाल, सागर, रतलाम, रीवा, अनूपपुर तथा सीधी में लॉकडाउन जारी रहेगा। सीएम का कहना है कि इन जिलों की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से अधिक है। डब्ल्यूएचओ की गाइड लाइन के अनुसार साप्ताहिक औसत संक्रमण की दर 5 फीसदी से कम होने की स्थिति में ही कर्फ्यू में ढील दी जा सकती है।

यह भी कहा सीएम ने

  • 1 जून से कर्फ्यू में ढील देंगे, लेकिन अचानक न घर से निकलना है और न ही बड़े आयोजन करना है। इससे स्थिति बिगड़ सकती है।
  • वैज्ञानिक तरीके से लॉकडाउन खोला जाएगा। तीसरी लहर की भी बात आ रही है। अगर असावधान रहे तो संक्रमण बढ़ेगा। तीसरी लहर को नहीं आने देना है।
  • शादी-विवाह, धार्मिक आयोजन, राजनीतिक रैली जैसे बड़े आयोजन नहीं आयोजित होंगे।
  • समाज इसे अपना आंदोलन बनाए। धर्मगुरु अपने अनुयायियों को और राजनीतिक संगठन अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासित रहने का संदेश दें।

मध्यप्रदेश की राजधानी में एक मरीज में मिले ब्लैक और व्हाइट फंगस दोनो के लक्षण

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मध्य प्रदेश कोरोना की महामारी से अभी निपटे ही नहीं कि ब्लैक फंगस से प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। लेकिन अब व्हाइट फंगस ने भी प्रदेश में अपनी दस्तक दे दी है। राजधानी भोपाल में दूसरा मरीज मिला है। बताया जा रहा है कि इस मरीज को ब्लैक और व्हाइट दोनों फंगस मिले है।

जानकरी मिली है कि भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इस व्हाइट फंगस का मरीज भर्ती है। और इस मरीज में व्हाइट के साथ ब्लैक फंगस के भी इंफेक्शन है। राज्य में यह पहला मामला है जहां दोनों इंफेक्शन किसी मरीज में देखे गए है।

बता दें कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे है। 600 से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज सामने आ चुके है। वहीं 30 से ज्यादा की मौत हो चुकी है।

नेताओं की फटकार के बाद चिरायु अस्पताल आया बैकफुट पर, आयुष्मान योजना के तहत होगा इलाज

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चिरायु अस्पताल प्रबंधन दुबारा फटकार लगने के बाद बैकफुट पर आया और मरीज से लिए गए 2 लाख रूपय को लौटा दिया। जानकारी है कि अब मरीज का इलाज आयुष्मान कार्ड से ही होगा।

बता दे कि आयुष्मान योजना के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्ड धारी कोरोना मरीजों का निजी अस्पतालों में निशुल्क इलाज का आदेश दिया था। और चिरायु अस्पताल भी रजिस्टर्ड अस्पतालों की सूची में शामिल है। 

योगेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि उन्होंने चिरायु अस्पताल में आयुष्मान कार्ड देकर उन्हें आयुष्मान योजना के तहत उनकी दादी को भर्ती करने का आग्रह किया था। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने इंकार कर दिया था। उन्हें कहा कि चिरायु अस्पताल में आयुष्मान कार्ड नहीं चलता। जिसके बाद योगेन्द्र ने पैसों का इंतजाम कर 2 लाख रुपये अस्पताल में जमा करवाएं।

योगेंद्र ने बताया कि राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और डॉ प्रभुराम चौधरी ने चिरायु अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगाई। फटकार के बाद प्रबंधन ने सरजू बाई रघुवंशी के 2 लाख रुपय लौटा दिये। बता दे कि उनका इलाज अब आयुष्मान योजना के तहत किया जाएगा।

Corona curfew extends till May 24 in Bhopal

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Bhopal: The continuous surge in covid 19 cases has led extension of corona curfew in the district till May 24. The district collector of Bhopal Avinash Lavania issued the order on Sunday in this regard.

The Corona curfew was imposed in Bhopal since April and now it has been extended in order to stop spread of corona pandemic. According to the order issued by the Bhopal collector, the corona curfew is extended in the areas under the Bhopal Municipal Corporation and Berasia town till 6 am on May 24.

The movement of vehicles for essential services will be allowed. People engaged in vaccination drive or going for vaccination and other medical emergencies will be allowed.

One month has been passed since corona curfew was declared but the positivity rate remained at 20%. As of Saturday, Bhopal’s COVID-19 caseload stood at 1,14,848 while the death toll stood at 899.

भोपाल के निजी अस्पताल में कोरोना हवन

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भोपाल में कोरोना का कहर बरकरार है। ऐसे में ब्लैक फंगस ने भी तबाही मचा रखी है। बताया जा रहा है कि भोपाल में इसके चलते आधे से ज्यादा बिस्तर भर चुके है। कई अस्पतालों के कोविड वार्ड में कोरोना के साथ साथ ब्लैक फंगस का भी इलाज चल रहा है। ऐसे में भोपाल के एक निजी अस्पताल से एक फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। वे फोटो कोविड इमरजेंसी वार्ड की है जहां आज होम हवन किया गया था।

दरअसल वो फोटो ISBT स्तिथ पालीवाल अस्पताल की है। जहां आज इमरजेंसी वार्ड में हवन किया गया था। सूत्रों के अनुसार हवन जल्दी कोरोना को हराने के लिए आयोजित करवाया गया था। जानकरी मिली है कि अस्पताल प्रबंधन कोरोना के साथ साथ उन आत्माओ को भी शांति दिलाना चाहता है जिन्होंने अपने प्राण कोरोना के चलते दिए है।

सूत्रों से ये भी पता चला कि जब इस घटना को लेकर मरीजो के परिजनों से इस पूजा और हवन को लेकर सवाल किए तब डॉ पालीवाल ने जवाब देते हुए ये कहा कि ये हवन आप लोगों के भले के लिए ही करवाया जा रहा है। इस हवन की ताकत से जल्द से जल्द मरीज कोरोना से ठीक होने लगेंगे। इसके साथ साथ जिन लोगों की मृत्यु कोरोना से हुई है उनकी आत्मा को शांति मिले उसके लिए भी ये हवन करवाया गया है।

भोपाल में चलती हुई एम्बुलेंस में लगी आग,ड्राइवर ने गाड़ी से कूदकर बचाई अपनी जान

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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल एक चलती एंबुलेंस में अचानक आग लग गई थी। ड्राइवर ने समझदारी दिखाते हुए गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाई।

बताया जा रहा है कि नवोदय अस्पताल की एंबुलेंस मरीज को लेने जा रही थी और इसी बीच राजधानी शादी हॉल के सामने उसमें अचानक आग लग गई। जैसे ही ड्राइवर ने देखा वह एंबुलेंस रोककर तुरंत बाहर निकल आया। लेकिन आग लगने की वजह अब तक सामने नहीं आई है।

बता दे कि जिस जगह यह हादसा हुआ उससे कुछ दूरी पर ही पुलिस कर्मी मौजूद थे। और जैसे ही पुलिस कर्मियों ने उस जलती हुई एम्बुलेंस को देखा वे तुरंत फायर एक्सटिंग्यूशर की मदद से आग पर काबू करने के लिए पहुच गए।

भोपाल में ऑक्सीजन सिलेंडर का दाम किया तय

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मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे मरीजों के लिए सुखद खबर है। अब ऑक्सीजन सिलेण्डर के लिए लोगों को मनमाने पैसे नहीं देने पड़ेंगे। इसके लिए भोपाल कलेक्टर ने दाम तय कर दिए है। दिए गए आदेश के मुताबिक अब ज्यादा पैसे लेने वालों पर कालाबाजारी की धारा के तहत की जाएगी कार्रवाई।

दरअसल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने भोपाल में ऑक्सीजन सिलेंडर के मूल्य को निर्धारित कर दिया है। उससे अधिक राशि लेने पर कालाबाजारी करने की धारा में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऑक्सीजन सिलेंडर के विक्रय मूल्यों में एकरूपता रखने के लिए मूल्य निर्धारित किये गए है।

7 क्यूबिक मीटर सिलेंडर वितरक और निर्माता रेट (जीएसटी सहित) 360 रुपए और सब वितरक रेट/अस्पताल तक रेट(परिवहन एवं जीएसटी सहित) 500 रुपए निर्धारित किया है।

10 क्यूबिक मीटर सिलेण्डर वितरक और निर्माता रेट (जीएसटी सहित) 510 रुपए, सब वितरक रेट/अस्पताल तक रेट (परिवहन एवं जीएसटी सहित) 650 रुपए नियत व अधिकतम दर है।

भोपाल में उड़ाई जा रहीं है कोरोना कर्फ्यू की धज्जियां,अभी भी पैसा कमाने में लगे है दुकानदार

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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के दौरान लगाए गए कर्फ्यू की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां पर चिकन मटन से लेकर कपड़े जूते और अन्य दुकानें चलाने वाले लोग शटर बंद कर कारोबार कर रहे हैं। अब पुलिस प्रशासन ने धड़ल्ले से कार्रवाई शुरू की है।

दरअसल सोमवार सुबह नगर निगम का अतिक्रमण आमला काजी कैंप पहुंचा तब वहां एक चिकिन शॉप के शटर लगे हुए थे लेकिन अंदर कर्मचारी चिकिन साफ करने में लगे हुए थे। पूछताछ में पता चला कि शटर बंद कर सप्लाई की जा रही है। इसके बाद टीम ने काजी कैंप, बैरसिया रोड और सिंधी कॉलोनी समेत अन्य इलाकों में कार्रवाई शुरू की।

बता दे कि मार्केट की दुकानों के शटर गिरे हुए थे लेकिन जब कार्रवाई शुरू की गई तो पता चला सभी दुकानों के अंदर से कारोबार चल रहा है। अतिक्रमण अमला अब तब में 1 दर्जन से अधिक दुकानों पर कार्यवाही कर चुका है। इस पूरी कार्रवाई के दौरान हनुमानगंज सीएसपी और और नगर निगम के अतिक्रमण प्रभारी नासिर खान भी मौजूद रहे।

1000 बिस्तरों के साथ मध्यप्रदेश को मिला सबसे बड़ा क्वारेंटाइन सेंटर,मुख्यमंत्री ने किया इसका निरक्षण

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कोरोना से लड़ने के लिए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रदेश का सबसे बड़ा क्वारेंटाइन सेंटर बनकर तैयार हो गया है। ये नेहरू स्टेडियम में बनाया गया है।

बता दें कि बीजेपी और जिला प्रशासन के सहयोग से यहां पर 1000 बिस्तर का क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। बताया जा रहा है कि यहां पर असिम्प्टमैटिक मरीजों को रखा जाएगा। और इसी के साथ इमरजेंसी के लिए ऑक्सीजन कन्संट्रेटर भी उपलब्ध रहेगा।

इस अवसर पर सीएम ने कहा कि यह कोविड केयर सेंटर समाज की ताकत का प्रतीक है जो सेवा करने आगे आई है। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश में 78 हजार मरीज होम आइसोलेटेड है। उन्होंने आगे कहा जिनके घर छोटे या जगह की कमी है वे भी यहां आकर रह सकते है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इसे लेकर कहा कि हमारे लिए सेवा सबसे पहले है बाद में राजनीति। भोपाल इकाई ने माधव सेवा केंद्र नाम से इस कोविड सेंटर को बनाया है। कोरोना की चेन ब्रेक करने में यह सेंटर अहम भूमिका निभाएगा।

भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर अब परिजनों के लिए रात में रुकने हेतु की जाएगी व्यवस्था

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कोरोना वायरस संक्रमण से अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने भदभदा विश्राम घाट पर आये लोगों के लिए रात में ठहरने, खाने-पीने एवं सोने का इंतजाम किया गया है, ताकि जरुरत होने पर वे इन सुविधाओं का लाभ ले सकें।

भदभदा विश्राम घाट प्रबंधन समिति के सचिव मम्तेश शर्मा ने शनिवार केा बताया कि शहर के अस्पतालों में महामारी से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। इस कारण विश्राम घाट में शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए लंबी कतारें लग रही है। ऐसे में परिजनों को दाह-संस्कार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में दूसरे जिलों से आए लोगों को अपने परिजन की अस्थियां ले जाने के लिए रात में भोपाल में रूकना पड़ रहा है लेकिन कोरोना कर्फ्यू के कारण उन्हें भोजन और रहने की समस्या आ रही है।

शर्मा ने कहा कि लोगों की इन परेशानियों को देखते हुए स्थानीय लोगों की मदद से विश्राम घाट पर रहने और भोजन की व्यवस्था की गयी है। कोविड से मरने वालों के परिजनों का दाह संस्कार करने वाले लोग आवश्यकता अनुसार इन सुविधाओं का लाभ ले सकते है।

उन्होंने बताया कि विश्राम घाट में आजकल रोजाना करीब छह से सात लोग अपने परिजन की अस्थियां ले जाने के लिए रात को ठहरते हैं। उन्होंने बताया कि रात को रुकने वालों के लिए कुछ बिस्तरों का भी इंतजाम किया गया है।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को विश्राम घाट में 60 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इनमें से 54 कोविड-19 से मरे थे, जिनमें 38 भोपाल जिले के थे, जबकि 16 अन्य जिलों के थे।