पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब पर आधारित अनुपम खेर की फिल्म द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर सियासत खत्म होने का नाम नही ले रही है। फिल्म के ट्रेलर रिलीज होते ही इस विवाद की शुरुआत हुई जब भारतीय जनता पार्टी ने इसे अपने ऑफिशियल ट्रिटर हैंडल से शेयर किया। वहीं विवाद बढ़ते ही भाजपा-कांग्रेस के साथ कई मशहूर हस्तियां अब इस विवाद में कूद पड़ी है। फिल्म 11 जनवरी को रिलीज होनी है और लगता है कि उसके पहले सह विवाद थमने वाला नही है। कांग्रेस इस फिल्म को भाजपा की साजिश बता रही है तो भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि यह फिल्म डॅा मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब पर आधारित है, जब इस किताब पर उस समय विवाद नही हुआ तो अब क्यों?
आईए देखते है फिल्म पर अभी तक आई प्रमुख बयान
सुरजीत सिंह कोहली( मनमोहन सिंह के भाई )-
दुनिया मनमोहन सिंह की क्षमता को जानती है और कांग्रेस सरकार में उनके 10 साल के कार्यकाल में उनके काम को देखा है। मैं हैरान हूं कि कैसे कोई उनकी छवि खराब करने के बारे में सोच सकता है, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह विपक्ष का प्लान है कि लोकसभा चुनाव से पहले डॉक्टर सिंह को खराब नजरिए से पेश किया जाए। बीजेपी ने पीएम रहते हुए भी उनके स्वतंत्र अधिकारों को लेकर छवि खराब करने की कोशिश की थी। जब उन्हें कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं मिला तो उन्होंने 2019 में सत्ता में आने के बाद डॉ साहब की छवि खराब करने की कोशिश की।
दलजीत सिंह कोहली(भाजपा में शामिल मनमोहन सिंह के भाई)-
देश के लिए उनकी सत्यनिष्ठा या उनके काम को लेकर कोई सवाल या शक किया ही नहीं जा सकता।
एच डी देवगौड़ा (पूर्व प्रधानमंत्री)-
‘मैं नहीं जानता किसने इसकी इजाजत दी और क्यों? सच कहूं तो मैं इस तथाकथित ‘एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के बारे में नहीं जानता, बल्कि मुझे लगता है कि मैं भी ’एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ हूं’
अनुपम खेर (अभिनेता)-
केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड फिल्म को देख चुकी है और अब रिलीज से पहले किसी को देखने का हक नहीं, फिर भी मैं कहता हूं कि अगर डॉ. मनमोहन सिंह जी फिल्म को रिलीज होने से पहले देखना चाहेंगे तो हम सिर्फ उनके लिए ही इस बात पर तैयार हो सकते हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह(पंजाब के मुख्यमंत्री)-
भाजपा ने जिस प्रकार फिल्म के ट्रेलर का उपयोग अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कर रही है और इसे भाजपा के नेता प्रचारित कर रहे हैं, इससे उनकी निराशा साफ झलकती है। भाजपा ने जनसमर्थन खो दिया है। यही कारण है कि वह अब इस तरह की सस्ती राजनीति पर उतर आई है। डॉ. सिंह के कटु आलोचक भी कभी ऐसी गलती नहीं कर सकते थे, जैसे भाजपा कर रही है।
अहमद पटेल( वरिष्ट कांग्रेस नेता)-
यह तिकड़मबाजी से ज्यादा कुछ नहीं है। भाजपा के पास बहुत पैसा है और वह इस बात में व्यस्त है कि इसका दुरुपयोग कैसे किया जाए। वह जो करना चाहते हैं उन्हें करने दीजिए। ऐसी फिल्में आती-जाती रहती हैं, हम इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते।’