««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द……………………5120विक्रम संवत्…………………..2075शक संवत्……………………..1940मास…………………………..आश्विनपक्ष……………………………..शुक्लतिथी……………………………अष्टमीदोप 12.50 पर्यंत पश्चात नवमीरवि…………………………दक्षिणायनसूर्योदय……………….06.24.01 परसूर्यास्त………………..06.00.12 परसूर्य राशि………………………..कन्याचन्द्र राशि………………………..मकरनक्षत्र……………………….उत्तराषाढ़ारात्रि 09.19 पर्यंत पश्चात श्रवणयोग…………………………….सुकर्माप्रातः 08.42 पर्यंत पश्चात धृतिकरण………………………………बवदोप 12.50 पर्यंत पश्चात बालवऋतु………………………………शरददिन…………………………….बुधवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-17 अक्तूबर सन 2018 ईस्वी ।
⚜ *तिथि विशेष :**दुर्गाअष्टमी, महाअष्टमी |*
*माता पूजन (कुलदेवी पूजन) :-*अष्टम महागौरी पूजन (आठवां दिवस) :-महागौरी : मां दुर्गा का अष्टम स्वरूप :-
शंख और चन्द्र के समान अत्यंत श्वेत वर्ण धारी “माँ महागौरी” माँ दुर्गा का आठवां स्वरुप हैं। धार्मिक ग्रन्थ के अनुसार भगवान शिव को पाने के लिए किये गए अपने कठोर तप के कारण माँ पार्वती का रंग काला और शरीर क्षीण हो गया था, तपस्या से प्रसन्न होकर जब भगवान शिव ने माँ पार्वती का शरीर गंगाजल से धोया तो वह विद्युत प्रभा के समान गौर हो गया। इसी कारण माँ को “महागौरी” के नाम से पूजते हैं। महागौरी की चार भुजाएं हैं जिनमें से दो अभयमुद्रा और वरमुद्रा में हैं तथा दो में त्रिशूल और डमरू धारण किया हुआ है। अपने सभी रूपों में से महागौरी, माँ दुर्गा का सबसे शांत रूप है। अष्टमी के दिन कन्या पूजन का भी विधान है।
*राहुकाल* :-दोपहर 12.11 से 01.37 तक ।
*दिशाशूल* :-उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
☸ शुभ अंक…………..8🔯 शुभ रंग……………हरा
⚜ चौघडिया :-प्रात: 06.26 से 07.53 तक लाभ ।प्रात: 07.53 से 09.19 तक अमृत ।प्रात: 10.45 से 12.11 तक शुभ ।दोप. 03.03 से 04.29 तक चंचल ।सायं 04.29 से 05.55 तक लाभ ।रात्रि 07.29 से 09.03 तक शुभ ।
*आज का मंत्र* :-।।ॐ महागौर्ये नम: ।।
*सुभाषितम्* :-तृणादपि सुनीचेनतरोरपि सहिष्णुना।अमानिना मानदेनकीर्तनीयः सदा हरिः ॥३॥अर्थात :-स्वयं को तृण से भी छोटा समझते हुए, वृक्ष जैसे सहिष्णु रहते हुए, कोई अभिमान न करते हुए और दूसरों का सम्मान करते हुए सदा श्रीहरि का भजन करना चाहिए॥३॥
*आरोग्यं* :-*दांत की सफाई के उपाय -*
*3. केले के छिलके -*विटामिन बी6, विटामिन बी12, मैग्नीशियम और पोटेशियम केला पोषक तत्वों और कार्बोहाइड्रेट में समृद्ध स्रोत है। यह पाचन को सही करता है तथा एनीमिया से फाइट करता है। दांतों की सफाई के लिए केले के छिलके के अंदर के हिस्से को दांतों पर रगड़ें और बाद में गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। दांतों का पीलापन कम धीरे-धीरे कम होने लगेगा।
⚜ *आज का राशिफल :-*
*राशि फलादेश मेष* :- नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। विवाद में न पड़ें। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कार्यकुशलता का विकास होगा। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। सुख के साधनों पर व्यय होगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी।
*राशि फलादेश वृष* :- धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। संत समागम हो सकता है। कोर्ट व कचहरी के काम सुलझेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। राजकीय वरिष्ठ व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। परिवार की चिंता बनी रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। बात बिगड़ सकती है। जोखिम न लें।
*राशि फलादेश मिथुन* :- पुराना रोग उभर सकता है। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद से स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कुसंगति से हानि होगी। वरिष्ठजनों की सलाह मानें। विवेक का प्रयोग करें।
*राशि फलादेश कर्क* :- किसी के व्यवहार से दिल को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट बाधा का कारण बन सकता है। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। धनार्जन होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
*राशि फलादेश सिंह* :- शत्रु परास्त होंगे। आय में वृद्धि होगी। लेन-देन में सावधानी रखें। भय रहेगा। भूमि, भवन व दुकान आदि के खरीदने-बेचने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय के स्रोत बढ़ सकते हैं। प्रसन्नता रहेगी। परिवारजन साथ देंगे।
🏻♀ *राशि फलादेश कन्या* :- व्यावसायिक यात्रा में सावधानी रखें। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। मनपसंद भोजन की प्राप्ति संभव है। मस्तिष्क में पीड़ा रह सकती है। बेमतलब लोग विरोध करेंगे, धैर्य रखें। ठीक होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :- भागदौड़ अधिक होने से स्वास्थ्य प्रभावित होगा। किसी के व्यवहार से हृदय को ठेस पहुंच सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। आय में कमी रहेगी। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। जोखिम न लें।
*राशि फलादेश वृश्चिक* :- कष्ट, भय व तनाव का वातावरण बन सकता है। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों से मतभेद समाप्त होकर सहयोग मिलेगा। बाहर जाने का मन बन सकता है। धनार्जन होगा। जल्दबाजी न करें।
*राशि फलादेश धनु* :- कान संबंधी रोग हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। अतिथियों का आगमन होगा। व्यय बढ़ेगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। क्रोध पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।
*राशि फलादेश मकर* :- स्वास्थ्य संबंधी समस्या रहेगी। बेचैनी रहेगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे आदि से दूर रहें। बेरोजगारी की समस्या समाप्त होगी। प्रयास करें। नए अनुबंध हो सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें।
*राशि फलादेश कुंभ* :- स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जरूरी कागजों को समझकर हस्ताक्षर करें। कोई बड़ी मुसीबत आ सकती है। अपनों से विरोध होगा। धैर्य रखें।
*राशि फलादेश मीन* :- जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। चोट व रोग से हानि संभव है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। धनार्जन सुगमता से होगा। मान-सम्मान मिलेगा। दूसरों के भरोसे कार्य न करें। विवेक का प्रयोग आवश्यक है।
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।