देश में कोविड-19 की वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है इसी के तहत कल 16 जनवरी को पूरे देश में सफाईकर्मियों,स्वास्थ्य कर्मियों,हॉस्पिटल की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को फ्रंटलाइन वारियर्स मानते हुए पहला टीका लगाया गया था लेकिन टीका लगने के बाद से ही दिल्ली एम्स के एक सुरक्षा गार्ड को खुजली की एलर्जी की शिकायत सामने आई है जिसकी पुष्टि स्वयं एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने की है।
दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया के अनुसार कोवैक्सीन का पहला टीका लगवाने के बाद एक सुरक्षाकर्मी को अचानक धड़कन तेज होने और शरीर में चकत्ते पढ़ने की शिकायत आई है जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है गुलेरिया के अनुसार वैक्सीन लगने के 15 मिनट के बाद ही सुरक्षा गार्ड की धड़कन अचानक से तेज हो गई और पूरे शरीर में चेचक के चकत्ते पड़ गए।
गौरतलब है कि देश में कोवैक्सीन के आने के बाद से ही विपक्ष लगातार इस पर सवाल उठा रहा है उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इसपर सवाल उठाये थे वही उनकी पार्टी के एक MLC ने तो इस वैक्सीन को लगवाने वाले को नपुंसक बन जाने तक की बात कही थी।
वही कांग्रेस ने भी इस पर सवालिया निशान उठाए हैं कांग्रेस का कहना है कि अगर वैक्सीन इतनी ही सुरक्षित है तो यह प्रधानमंत्री,केंद्र सरकार के मंत्री,मुख्यमंत्रियों और राज्य सरकारों के मंत्रियों को पहले लगना चाहिए उसके बाद यह वैक्सीन अधिकारियों को लगनी चाहिए तत्पश्चात की आम जनता के ऊपर इसका ट्रायल किया जाना चाहिए।
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कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद एम्स के सिक्योरिटी गार्ड को हुई खुजली- रणदीप गुलेरिया
सपा का टिकट लौटाकर अर्जुन आर्य कांग्रेस में शामिल,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ लड़ सकते है चुनाव
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अर्जुन आर्य तथा पूर्व विधायक शेखर चौधरी कांग्रेस में शामिल हो गए है। शनिवार को अर्जुन आर्य और शेखर चौधरी कांग्रेस कार्यालय पहुंचे जहाँ उन्होंने कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ली। बता दें कि सपा आर्य को बुदनी विधानसभा सीट से खड़ा करना चाहती थी, जो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र है।
ऐसा माना जा रहा है कि अगर अर्जुन आर्य कांग्रेस के टिकट पर बुदनी विधानसभा सीट से खड़े होते हैं तो वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। अर्जुन आर्य ने कहा कि वे मुख्यमंत्री चौहान को सबक सिखाने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए है वहीँ पूर्व विधायक शेखर चौधरी ने कहा कि वे अपने घर वापसी से सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
क्या अब कांग्रेस पर खीज उतार रहे हैं अखिलेश यादव,इच्छुक नेताओं को देंगे टिकट
कांग्रेस से चुनावी समझौते की बात न बन पाने के बाद अब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। सोमवार को खजुराहो में हुई बैठक के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि जो भी मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने की इच्छा के साथ उनके पास आता है तो वे जरूर टिकट देंगे। अखिलेश यादव के इस बयान को कोंग्रेसियों के लिए एक संदेश माना जा रहा है। राज्य में पिछले चुनावों में भी कांग्रेस के कई बागी समाजवादी पार्टी अथवा बहुजन समाज पार्टी का टिकट लेकर चुनाव मैदान में उतरे थे। अखिलेश यादव की अपील के बाद यह उम्मीद भी जताई जा रही है कि बसपा प्रमुख मायावती भी इस तरह का एलान कर सकतीं हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस लगातार यह दावा करती रही है कि मध्यप्रदेश में वह बसपा और सपा के अलावा समान विचारधारा वाले दलों से मिलकर चुनाव लड़ना चाहती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कई बार कहा कि उनकी बसपा और सपा से समझौते की बातचीत चल रही है। लेकिन, कांग्रेस और सपा के बीच कोई अधिकृत टेबल टॉक नहीं हुई। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का कोई बड़ा जनाधार राज्य में नहीं है। सपा ने अपना जनाधार बढ़ाने की गंभीर कोशिश भी कभी नहीं की। जबकि मध्यप्रदेश में तीसरे दल की जरूरत लगातार महसूस की जाती रही है। बहुजन समाज पार्टी में हमेशा ही विवाद के हालात रहे हैं। फूल सिंह बरैया के पार्टी छोड़ने के बाद बसपा की स्थिति कमजोर हुई है। बसपा ने भाजपा-कांग्रेस से नाराज नेताओं को टिकट देकर उनके निजी वोट बैंक का लाभ उठाया है।
मध्यप्रदेश में उलटा पड़ा सपा का दाव, कांग्रेस के साथ आए किसान नेता अर्जुन आर्या
मध्यप्रदेश में कांग्रेस को झटका देकर अलग चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाली समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा छेत्र बुधनी से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और किसान नेता अर्जुन आर्या ने समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ने का ऐलान किया है. आर्या ने कहा है की वह समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव न लड़कर कांग्रेस का साथ देंगे और पार्टी उन्हें जहाँ से भी टिकट देगी वहां से वो चुनाव लड़ेंगे।
कौन है अशोक आर्या
अर्जुन आर्या पिछले काफी समय से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह छेत्र बुधनी में किसानों की लड़ाई लड़ रहे है. पिछले दिनों इसी आंदोलन के चलते प्रशासन ने उन्हें जेल भेज दिया था. जिसके बाद अखिलेश यादव ने उन्हें बुधनी से सपा का उम्मीदवार घोषित किया था.
कांग्रेस का पलटवार
अशोक आर्या के सपा से इस्तीफे को कांग्रेस के पलटवार के रूप में देखा जा रहा है. अशोक आर्या बुधनी में किसानों के बीच काफी अच्छी पकड़ रखते है और सूत्रों की मानें तो वह 12 अक्टूबर को कांग्रेस की सदस्यता ले सकते है.
दरअसल काफी समय से मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, सपा और बसपा के बीच महागठबंधन बनाने के लिए बातचीत चल रही थी. सीटों के बटवारे को लेकर पहले बसपा ने 22 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करके कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं पर अंकुश लगा दिया. जिसके बाद सपा 6 उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए कहा की कांग्रेस ने उन्हें काफी इंतजार करा दिया है.