2019 लोकसभा चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में उतारने का फैसला ले लिया है। राहुल गांधी ने प्रियंका को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव न्युक्त किया है और उन्हे पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी भी सौपीं है। इसके साथ ही राहुल ने गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रियंका की एंट्री के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अब हम बैकफुट पर नहीं फ्रंटफुट पर खेलेंगे और यूपी में कांग्रेस की विचारधारा को बनाए रखने की पुरजोर कोशिश करेंगे। मैं व्यक्तिगत रूप से काफी खुश हूं कि मेरी बहन (प्रियंका) जो खुद में कर्मठ और सक्षम हैं, वह अब मेरे साथ काम करेंगी।
प्रियंका के चुनाव लड़ने के सवाल पर राहुल ने कहा कि इसका फैसला प्रियंका करेंगी। हालांकि मैंने प्रियंका और ज्योतिरादित्य को दो महीने के लिए यूपी नहीं भेजा है बल्कि कांग्रेस की जो विचारधारा है उसे यूपी में फिर से मजबूत बनाने के लिए कहा है। मुझे उम्मीद है कि वह दोनों मिलकर कांग्रेस को यूपी में मजबूत बनाएंगे।
हमारे दिल में मायावती जी और अखिलेश के लिए प्यार
सपा-बसपा से जुड़े सवालों पर राहुल ने कहा कि मायावती जी और अखिलेश ने हमें गठबंधन में शामिल नहीं किया, यह उनका फैसला है लेकिन हमारे दिल में उनके लिए प्यार है, कोई नफरत नहीं है। हम तीनों ही बीजेपी को हराने के लिए लड़ रहे हैं। मायावती जी, अखिलेश और हमारी विचारधारा में बहुत समानता है और उन्हें जहां भी जरूरत होगी हम उन्हें सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
भाजपा ने उत्तर प्रदेश को बर्बाद किया
राहुल ने कहा कि हम यूपी की जनता, युवा और किसानों को कहना चाहते हैं कि आपने भाजपा को बहुत समय दिया है। उन्होंने पूरा यूपी बर्बाद कर दिया। इन्हें हटाइए, हमें लाइए, हम आपको नई दिशा देंगे। हम किसी जाति और धर्म की बात नहीं करेंगे। जो यूपी के युवा को चाहिए वह कांग्रेस दे सकती है।