मणिपुर के इंफाल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुऐ कहा कि पहले की सरकारों ने ही पूर्वोत्तर को दिल्ली से दूर किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों के अटके, लटके और भटके प्रॉजेक्ट्स को हम पूरा कर रहे हैं। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद हमारे सामनेे बहुत बड़ी चुनौती थी, दशकों से लटके, ’लेइशांगअटके और भटके प्रॉजेक्ट को पूरा करना है। मणिपुर के हप्ता कांगजीबंग में पीएम मोदी ने 8 परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इस दौरान उन्होंने चार अन्य योजनाओं का शिलान्यास भी किया। इस मौके पर पीएम ने कहा, ’जिस मणिपुर को, जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की आजादी का गेटवे बताया था, उसको अब न्यू इंडिया की विकास गाथा का द्वार बनाने में हम जुटे हुए हैं। मैं खुद बीते साढ़े चार साल में करीब 30 बार नॉर्थ ईस्ट आ चुका हूं। आपसे मिलता हूं, बातें करता हूं तो एक अलग ही सुख मिलता है, अनुभव मिलता है। मुझे अफसर से रिपोर्ट नहीं मांगनी पड़ती, सीधे आप लोगों से मिलती है। ये फर्क है पहले और आज में।
लेइशांग और मणिपुर का नाम आएगा
उन्होंने कहा कि आज मणिपुर को 125 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बने इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट का भी उपहार मिला है। ये सिर्फ एक चेक पोस्ट नहीं है बल्कि दर्जनों सुविधाओं का केंद्र भी है। अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए पीएम मोदी ने कहा, ’देश के जिन 18 हजार गांवों को रेकॉर्ड समय में अंधेरे से मुक्ति मिली है, उनमें सबसे आखिरी गांव कांगपोकपी जिले का लेइशांग है। जब भी भारत के हर गांव तक बिजली पहुंचाने के अभियान की बात आएगी तो लेइशांग और मणिपुर का नाम भी आएगा। आज शिक्षा, स्किल और स्पोर्ट्स से जुड़े प्रॉजेक्ट्स का शिलान्यास किया गया है। मैरी कॉम की जन्मभूमि और कर्मभूमि मणिपुर का देश को स्पोर्टिंग सुपर पावर बनाने में बहुत बड़ा रोल रहने वाला है।’