आपने नारा देते हुए बदलाव की बात की थी, यह कैसा बदलाव आया है। आए दिन भाजपा के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है। इतने क्रूर मामले को हल्के में लेने वालों, तुम्हारी इंसानियत मर गई है क्या ? भाजपा के मंड़ल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की हत्या के बाद मंगलवार को उन्हे श्रद्धांजली देने पहुंचे शिवराज सिंह चौहान के कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए यह बातें कहीं। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शिवराज ने कहा कि भाजपा नेताओं की हत्या हो रही है और वो कह रहे है कि यह तो भाजपा ने ही करवा दिया होगा। मैं कहता हूं कि किसी ने भी करवाया हो हमें तो हत्यारे चाहिए किसी भी कीमत पर। हत्यारों को सामने लाओ नहीं तो ऐसा आंदोलन होगा की, जमाना याद रखेगा।
गैर जिम्मेदार बयान ना दें मंत्री
बलवाड़ी पहुंचे शिवराज ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक ओर कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के नेता और सरकार के मंत्री अनर्गल बयानबाजी में व्यस्त हैं। वह भाजपा नेताओं की हत्या के लिए पैसों के लेन-देन का विवाद और पार्टी का अंदरूनी मामला जैसे बयान देते हैं। मतोज ठाकरे की हत्या पर प्रश्न करते हुए शिवराज ने कहा कि मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकले भारतीय जनता पार्टी के बलवाड़ी मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे का शव बीते दिनों सड़क किनारे पाया गया था। उनके सिर में पत्थर से चोट लगने का निशान पाया गया था, जिससे उनकी हत्या किए जाने का संदेह है। कांग्रेस कह रही है कि पैसे के लेन-देन में मंदसौर नगरपालिका अध्यक्ष की हत्या हुई। क्या महज 25 हजार रुपयों के लिए एक नगरपालिका अध्यक्ष की हत्या हो सकती है ? पहले जिले के एसपी एक बनी-बनाई कहानी सुनाते हैं और फिर आरोपी से भी वही बयान दिलाया जाता है। यह सोचने की बात है कि अगर आरोपी के पास कुछ भी पैसे नहीं थे, तो वह हत्या के लिए कट्टा और कारतूस कहां से लाया। स्व. मनोज ठाकरे की हत्या के मामले में भी पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
असली मुख्यमंत्री कौन ?
भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि हम सवाल सरकार से करते हैं, तो जवाब पूर्व मुख्यमंत्री दे रहे हैं। समझना मुश्किल है कि असली मुख्यमंत्री कौन है, सरकार चला कौन रहा है। दिग्विजय सिंह ने पूरी सरकार पर कब्जा कर लिया है। प्रशासन को अपने हाथ में ले लिया है। अजीब तरह की सरकार चल रही है। प्रदेश को अराजकता के दौर में धकेला जा रहा है। हम हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठेंगे।