पिछले साल के मुकाबले पार्टी के खर्च में भी 998.15 करोड़ रुपये की कमी आई है। 30 मार्च को पार्टी द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। पार्टी की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कमाई वित्तीय वर्ष 2020-21 में 58 प्रतिशत से ज्यादा घट गई। पिछले साल में जो कमाई 682.2 करोड़ रुपये थी वह अब घटकर 285.7 करोड़ रुपये हो गई।
पार्टी का खर्च भी पिछले वित्तीय वर्ष में 998.15 करोड़ रुपये से कम होकर 2019 करोंड़ रह गया है। बता दें कि वित्त वर्ष 2018-19 में कांग्रेस की आय 918 करोड़ रुपये थी। तब से इसमें गिरावट जारी है।
ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी की आय का एक बड़ा हिस्सा “कूपन जारी करने” से आता है। पार्टी ने कहा कि उसे इससे 156.9 करोड़ रुपये मिले। एक अन्य स्रोत, “अनुदान और दान”, ने 95.4 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जबकि 20.7 करोड़ रुपये “शुल्क और सदस्यता” से आए।
एनसीपी की आय वित्त वर्ष 2015 में 85.5 करोड़ रुपये से घटकर वित्त वर्ष 21 में 34.9 करोड़ रुपये हो गई। इसका खर्च भी पिछले वित्त वर्ष के 109.18 करोड़ रुपये से गिरकर 2020-21 में 12.17 करोड़ रुपये हो गया।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी जद (यू) ने वित्त वर्ष 2015 में अपनी वार्षिक आय में 23.25 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 2015 में 65.31 करोड़ रुपये की वृद्धि देखी, और इसी अवधि में पार्टी का खर्च भी 10.67 करोड़ रुपये से बढ़कर 24.34 करोड़ रुपये हो गया।
पिछले साल, चुनावी ट्रस्टों द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए आंकड़ों से पता चला कि अन्य राजनीतिक दलों के योगदान में गिरावट आई है, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के लिए उनका हिस्सा बढ़ा है।