अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा 10 जनवरी तक सुनवाइ टालने के एलान के बाद अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को बड़ा बयान आया है। अब्दुल्ला ने कहा कि इस मामले पर चर्चा होनी चाहिए और इसका समाधान ढूंढा जाना चाहिए। इस मामले को कोर्ट में ले जाने की क्या जरूरत है? मुझे पूरा भरोसा है कि बातचीत के जरिए इसे सुलझाया जा सकता है।
अब्दुल्ला न आगे कहा कि भगवान राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं हैं बल्की वह पूरी दुनिया के बगवान हैं। भगवान राम से किसी को बैर नहीं है और होना भी नहीं चाहिए। कोशिश करनी चाहिए मामले को सुलझाने की और बनाने की। जिस दिन यह हो जाएगा, मैं भी एक पत्थर लगाने जाऊंगा।
बीजेपी पर बोला हमला
इस दौरान अब्दुल्ला ने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला। अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा ने पिछले पौने पांच साल में कुछ भी नहीं किया। मंदिर बनाने से बीजेपी का कोई सरोकार नहीं है। ये लोग सिर्फ कुर्सी पर बैठने के लिए मंदिर की बात उठाते हैं।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट अब 10 जनवरी को अगली सुनवाई करेगा। वहीं 6 या 7 जनवरी को इस बेंच में शामिल जजों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। बता दें कि जस्टिस दीपक मिश्रा के रिटायर होने के बाद इस मामले में सुनवाई के लिए कोई विशेष पीठ नहीं थी। सीजेआई ने कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए एक रेग्युलर बेंच बनेगी, जो 10 जनवरी को इस मामले में आगे के आदेश परित करेगी।