Monday, June 5, 2023

जातिवाद, छुआछूत हजारों साल पुरानी बीमारी है, इससे लड़ने के लिए बहुत सतर्कता और समझदारी से चलना होगा: मोहन भागवत

जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर पहुंचे आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत (RSS chief Dr Mohan Bhagwat) ने कहा कि संघ हिंदू समाज को संगठित करने का काम कर रहा है। संघ धर्म समाज में भेदभाव को दूर करने का काम करता है। कोई भी अपवित्र नहीं है, न ही कोई ऊंचा या नीचा है, सभी सामान्य हैं। हम सभी एक हैं, हमें इसी भावना से आगे बढ़ना है।

आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने ये बात जबलपुर के मानस भवन सभागार में समरसता व्याख्यानमाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि स्वार्थ के स्वभाव ने हमको ऊंच-नीच सिखाई है। लेकिन अब जागने का समय आ गया है।

धर्म को जानने के लिए सत्य पर चलना पड़ता है। भेद का समर्थन अध्यात्म में कहीं नहीं है। फिर से समरसता के कार्यक्रम को चलाने की जरूरत है। समरसता सिर्फ भावना से नहीं आती बल्कि उस पर अमल करने से आती है। जातिवाद, छुआछूत ये सब हजारों साल पुरानी बीमारी है। इससे लड़ने के लिए बहुत सतर्कता और समझदारी से चलना होगा। जो लोग घर छोड़कर चले गए उनको हम वापस लाएंगे। समरसता के साथ भारत विश्व गुरु बनना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि भेद का भाव लेकर चलने वाले को भविष्य में बुर्का ओढ़ना पड़ता है। भागवत ने आगे कहा कि गलती को ठीक करना है, गलती करने वाले को ठीक नहीं करना है। अपना दायरा बढ़ाना होगा, तब समरसता होगी। सिर्फ लोगों का जमावड़ा सामाजिक समरसता नहीं है। बल्कि सब की सोच और लक्ष्य एक होना चाहिए। संतों की कोई जाति नहीं होती। इसलिए उनकी जयंती, समारोह में हर जाति-वर्ग के लोग शामिल होने चाहिए।

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