भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंबेडकर जयंति के अवसर पर बड़ा फैसला लिया है। सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में बाबा अंबेडकर के पंचतीर्थ स्थल भी शामिल किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मुझे यह कहते हुए बेहद हर्ष हो रहा है कि महू में बाबा साहब का स्मारक बनाने का सौभाग्य हमें मिला है। हम इन पंच तीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के ज़रिये जोड़ रहे हैं, ताकि बाबा के अनुयायी इनके दर्शन कर सकें।
सीएम ने आगे कहा कि कई दिनों से मांग थी कि एक अच्छी धर्मशाला बनाई जाए, क्योंकि कई अनुयायी आते हैं जिनके रुकने की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके बाद हमने तय किया था डॉक्टर महाकुंभ का आयोजन होगा। आज सेना की एनओसी मिल गई है और साढ़े तीन एकड़ ज़मीन मिल गई है जिसे लीज पर देकर अनुयायियों के लिए व्यवस्था की जाएगी। बाबा अंबेडकर जी की समिति को धर्मशाला बनाने की व्यवस्था सौंपी जाएगी।
ये हैं पंचतीर्थ
अंबेडकर जी के पंचतीर्थ स्थल में पहला मध्यप्रदेश का महू है, जहां बाबा साहेब अंबेडकर का जन्म हुआ था। दूसरी दीक्षा भूमि नागपुर, तीसरी मुंबई का इंदुमिल, चौथा लंदन का वह घर जहां बाबा साहेब ने रहकर वकालत की शिक्षा ली और पांचवां दिल्ली के हलीपुर का वो घर जहां बाबा साहेब ने अपनी अंतिम सांस ली थी।
वहीं बाबा अंबेडकर के पंचतीर्थ स्थल को लेकर सरकार के फैसले पर कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा का कहना है कि सरकार का ढोंग करना अब सार्वजनिक होता जा रहा है। सरकार ने यही घोषणा बाबा साहब अंबेडकर के सम्मान में 2017 में भी की थी। अब छह साल बाद फिर ये बात याद आ गई है, क्योंकि अब चुनाव में सिर्फ पांच महीने बाकी रह गए हैं। बाबा साहब को अपवित्र कहने वाले विचारधारा के लोग भी बढ़-चढ़कर इसमें भाग ले रहे हैं।
मिश्रा ने आगे कहा कि कांग्रेस की रग-रग में अंबेडकर बसे हैं। भाजपा की तरह हमारा कभी कोई पॉलिटिकल ड्रामा नहीं होता है। वहीं मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में बाबा साहब के पंचतीर्थ को शामिल करने पर ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में बाबा साहेब अंबेडकर के पंचतीर्थ को शामिल करने की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।