प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अभय दुबे ने कहा कि 15 साल बाद ये पहला अवसर है जब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और राकेश सिंह ने अपराध के खिलाफ अपना मुँह खोला है। सत्ता में रहते जनता की चिंता कभी नहीं की, प्रदेश को अपराधियों के हवाले कर मौन साध लिया था। भाजपा को अब शिकायत यह है कि भाजपा नेताओं पर हमले हो रहे हैं। इसीलिए वे अपराध के खिलाफ खड़े हुए हैं। मगर हमलों में खुद भाजपा नेताओं पर आरोप हैं।
अभय दुबे ने कहा कि कांग्रेस ने कभी अपने दायित्वों से मुँह नहीं चुराया। हम प्रतिबद्ध हैं, अपराध को कांग्रेस सरकार जड़ से समाप्त करेगी। कांग्रेस सरकार को जो अपराधों की विरासत भाजपा के 15 सालों के शासन में मिली है, वो खुद मोदी सरकार के केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के हवाले से भाजपा को जाननी चाहिये।
- हत्या रू भाजपा शासन-काल में लगभग 7 हत्याएं रोज हुआ करती थीं।
- हत्या के प्रयास रू लगभग 6 हत्या के प्रयास रोज हुआ करते थे।
- बलात्कार रू लगभग 10 बेटियाँ रोज बलात्कारियों का शिकार होती थीं
- जघन्य अपराध रू हत्या, लूट, बलात्कार, अपहरण जैसे 48 अपराध रोज मध्यप्रदेश में हुआ करते थे।
- आईपीसी अपराध रू आईपीसी के 607 अपराध रोज मध्यप्रदेश में हुआ करते थे।
दुबे ने कहा कि हमें याद है कि कभी भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री किसी रेप पीड़िता से मिलने नहीं गए, कभी एक ट्वीट तक नहीं किया। पूरे समय बस अपनी सत्ता की भूख को मिटाने के लिए रैलियों और राजनैतिक आयोजनों में लगे रहते थे। इसीलिए ये हाल प्रदेश का हुआ।