मध्यप्रदेश दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को ग्वालियर किले में स्थित गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंचे। वे यहां करीब 10 मिनट रहे। उन्हें यहां सरोपा भेंट किया गया। उनके साथ कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहुंचे। वे मुरैना में शाम को करीब 46 किलोमीटर लंबा रोड शो करेंगे। राहुल ने सोमवार को दतिया में पीताम्बरा पीठ, ग्वालियर के अचलेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। उन्होंने शाम को यहां की मोती मस्जिद में इबादत भी की थी। राहुल मंगलवार को ही श्योपुर में मेला मैदान पर आम सभा को संबोधित करेंगे।
पीताम्बरा पीठ में राहुल ने पीली धोती पहनकर प्रवेश किया। ग्वालियर के अचलेश्वर मंदिर में भी अभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने रोड शो किया। अचलेश्वर मंदिर में अभिषेक के दौरान पंडित ने उन्हें जल से भरा लौटा दिया तो राहुल ने तपाक से कहा- इसमें दूध नहीं है। इसके बाद उसमें दूध डाला गया। पूजा के दौरान पंडित ने राहुल के माथे पर चंदन से त्रिपुंड बनाया। जामा मस्जिद में मसाजिद कमेटी के नाजिम खान ने राहुल को मक्का-मदीना से लाई गई चादर भेंट की। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके साथ थे।
दिग्विजय कांग्रेस की रैलियों में नहीं आएंगे नज़र,नहीं करेंगे कोई प्रचार
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पार्टी की किसी भी रैली में ज्यादा नहीं दिखाई देते है। इससे कांग्रेस में गुटबाज़ी साफ़ दिखाई दे रही है। हाल ही में दिग्विजय सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियों में वो पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात करते नजर आ रहे हैं और साफ तौर पर कह रहे हैं, मेरे भाषणों से कांग्रेस के वोट कटते हैं, इसलिए मैं रैलियों में नहीं जाता।
बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह का यह वीडियो उस वक्त का है जब वो मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी के सरकारी बंगले पर पहुंचे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात पार्टी के कार्यकर्ताओं से हो गई और दिग्विजय सिंह अपनी व्यथा सुनाने लगे। वीडियो में दिग्विजय सिंह ने साफ़ तौर पर यह भी कहा कि देखते रह जाओगे,ऐसे सरकार नहीं बनेगी। जिसको टिकट मिले, चाहे दुश्मन को टिकट मिले, जिताओ। उन्होंने आगे कहा, मेरा काम सिर्फ एक है- कोई प्रचार नहीं, कोई भाषण नहीं। मेरे भाषण देने से तो कांग्रेस के वोट कटते हैं, इसलिए मैं कहीं जाता ही नहीं। इससे साफ़ दिखता है कि दिग्विजय सिंह पार्टी से कटे-कटे नज़र आ रहे है।
बता दें कि राहुल गांधी हाल ही में भोपाल दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान पार्टी के सभी बड़े नेताओं के पोस्टर मौजूद थे लेकिन दिग्विजय सिंह के पोस्टर नजर नहीं आए। हालांकि इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने माफी भी मांगी थी। पार्टी में अपनी स्थिति का एहसास हो जाने के बाद दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को साफ तौर पर कह दिया है कि पार्टी को जीताने में लग जाओ। इसके साथ ही उन्होंने अपनी स्थित भी साफ कर दी है।