Newbuzzindia: दलित समाज की एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जोरदार प्रहार किए। राहुल गांधी ने रोहित वेमुला की आत्महत्या का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ‘रोहित वेमुला ने आत्महत्या नही की बल्कि उसे देश की सरकार ने मारा है’। जाहिर है कि राहुल का निशाना मोदी सरकार की तरफ था। राहुल गांधी ने अहमदाबाद में रैली को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर कई प्रहार किए।
अगर आपको नही पता
रोहित वेमुला हैदराबाद विश्वविद्यालय का छात्र था जिसने विश्वविद्यालय प्रशासन से परेशान होकर 17 जनवरी 2016 को फासी लगाकर खुदखुशी कर ली थी। इस मामले में उस समय की शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। राजनैतिक तौर पर भी रोहित वेमुला का मामला काफी संवेदनशील था।
इस मुद्दे की संवेदनशीलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी को खुद इस मसले पर बयान देना पड़ा था। लखनऊ के डॉ भीमराव अंबेडकर विश्विद्यालय के दीक्षांत समारोह में पीएम मोदी ने कहा था कि ‘राजनीति अपनी जगह है पर एक मां ने अपना लाल खोया है, जिसकी पीड़ा में भलीभांति महसूस कर सकता हूँ।
खबर के अंदर की खबर
राहुल गांधी गुजरात चुनाव में पाटीदार, दलित और पिछड़ों का ऐसा समीकरण तैयार कर रहे है जो अगर काम कर गया तो कांग्रेस की जीत गुजरात में पक्की है। रोहित वेमुला का मुद्दा उठाकर राहुल गांधी गुजरात की जनता को याद दिलाना चाह रहे है कि मोदी सरकार उनका भला नही चाहती। राहुल का यह फार्मूला अगर काम कर गया तो गुजरात का दलित वोटबैंक कांग्रेस के पाले में आ जाएगा। दलित नेता जिग्नेश मेवानी भी राहुल गांधी के इस प्लान में उनका बखूबी साथ दे रहे है।
अब आगे क्या ?
राहुल गांधी अभी गुजरात में एक के बाद एक कई रैली करेंगे और दलित, पाटीदार और पिछड़ों से जुड़े मुद्दे उठाएंगे। जाती के एलावा राहुल जीएसटी से परेशान व्यापारियों को भी साधने की कोशिश करेंगे। अपनी रैलियों में राहुल मोदी सरकार की विफलताओं को गिनाएंगे और बीजेपी के खिलाफ बनी इस लहर को कांग्रेस के वोटबैंक में तपदील करने की कोशिश करेंगे।