Newbuzzindia: भाजपा के फायरब्रांड नेता और गोरखनाथ पीठ के महंत, भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने ईसाई मिशनरियों का भारत में मजबूत हिस्सा रहीं समाजसेवी मदर टेरेसा पर विवादित बयान देते हुए कहा है कि टेरेसा का लक्ष्य भारत का ‘ईसाईकरण’ करना ही था।
भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के बस्ती में आयोजित रामकथा कार्यक्रम में कहा कि, ‘मदर टेरेसा जैसे लोग कभी भारत का ईसाईकरण करने का काम करते हैं तो कभी फादर बनकर यही लोग हिन्दुओं को दफनाने की साजिश रचते हैं।’
बता दें कि यह पहली बार नही है जब किसी ने मदर टेरेसा पर इस तरह के आरोप लगाये हों बल्कि इससे पहले प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन, आरएसएस चीफ मोहन भागवत सहित कई पश्चिमी विद्वानों ने टेरेसा पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें ईसाई मिशनरियों का पिट्ठू बताया था जिनका लक्ष्य सेवा करना नही बल्कि लोगों को ईसाईयत अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
भारत में ईसाई मिशनरियों की साजिशों के बारे में लोगों को अवगत कराते हुए योगी आदित्यनाथ ने बताया कि, ‘भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में ईसाईयों ने अपने धर्म परिवर्तन कार्यों से खतरनाक स्थिति पैदा कर रखी है।
आगे उन्होंने यह भी कहा कि, अगर ईसाई मिशनरियों का प्रभाव देखना हो तो आप वहां जाकर देखिये। झारखंड, अरुणाचल, त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में ईसाइयों ने अलगाववाद की ऐसी स्थिति पैदा की है जिसे देखने के बाद आपके भी पैरों तले जमीन खिसक जायेगी।’
ज्ञात हो कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य ईसाई मिशनरियों की जद में हैं जहां पूरी तरह से जनमानस को ईसाईयत में रंग दिया गया है। कई राज्य अब ईसाई बहुल होने की कगार पर हैं तो नागालैंड जैसा राज्य पूरी तरह से ईसाईयत को ही अपना चुका है।
इसी तरह हाल ही में शामली जिले के कैराना से हिन्दुओं के पलायन पर योगी आदित्यनाथ ने चिंता प्रकट करते हुए श्रोताओं से कहा कि, आखिर हिन्दू कब तक पलायन करेगा और वह जायेगा कहां ?