कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया परेशान है। आज विश्व के लगभग सभी देशों में कोरोना के निदान के बहस छिड़ी हुई है इसी बीच कोरोना को लेकर एक नई बात सामने आई है। इसके मुताबिक पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस तीन प्रकार का है जिसमे टाइप A, टाइप B और टाइप C कैटेगरी शामिल है।
अमेरिका के शोधकर्ताओं ने इस बात का खुलासा किया है कि अमेरिका के न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस के जिस प्रकार ने कोहराम मचाया हुआ है वह यूरोपीय देशों से आया है।
डेली मेल की खबर के मुताबिक कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का मानना है कि कोरोना वायरस पहले चमगादड़ से पैंगोलिन और फिर अन्य किसी जानवर में फैला था। जिसके बाद से वह मीट मार्केट के माध्यम से चीन के वुहान शहर में पहुंचा और फिर मीट का सेवन करने वाले इंसानों को संक्रमित करते हुए पूरे विश्व मे फैल गया।
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस की इस नस्ल को टाइप A करार दिया है। शोधकर्ताओं के अनुसार यह वायरस ज्यादा दिनों तक चीन में नहीं रहा और मीट के निर्यात और लोगों की आवाजाही के कारण धीरे धीरे यह जापान,आस्ट्रेलिया,इटली,ऑस्ट्रिया होते अमेरिका और भारत तक पहुंच गया।
शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि चूँकि क्रिसमस के दौरान चीन और अन्य देशों में इससे संक्रमित लोगों ने ज्यादा से ज्यादा यात्राएं कि इससे इस बात की पुष्टि होती है कि वायरस की शुरुआत क्रिसमस के आसपास हुई थी।
इसी वायरस का बदला हुआ रूप टाइप B है जिसकी वजह से चीन में हजारों लोगों की जान गई थी और बाद में यही टाइप B भी चीन के बाद यूरोप, दक्षिण अमेरिका और कनाडा जा पहुंचा था।
शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर हम कोरोना वाइरस के टाइप C की बात करें तो इसने अपना शिकार पर्यटन के लिए मशहूर सिंगापुर, इटली और हांगकांग में हजारों की जान ले ली है।
शोधकर्ताओं ने यह भी दावा किया कि हालांकि कोरोना वाइरस का सबसे मजबूत और प्रभावी प्रकार टाइप A और C ही हैं लेकिन जिस प्रकार से टाइप B ने अपना कहर इटली जैसे देशों में बरपाया है उससे भी सतर्क रहने की जरूरत है।
गौरतलब है कि भारत मे कोरोना वाइरस के तीनों प्रकारों का कहर निरंतर जारी yugहै क्योंकि भारत मे कोरोना चीन के बाद सर्वाधिक संख्या में यूरोपीय देशों से आये हुए यात्रियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों में पाया गया है।