भोपाल के बैरागड़ स्थित मीठी गोबिन्दराम पुब्लिस स्कूल में शनिवार को “सार्थक दीपावली कैसे मनाई जाए” विषय पर अभिप्रेरणात्मक सत्र आयोजित किया गया। कार्यक्रम में स्कूल के छात्रों को भावात्मक, उत्सव के उद्देश्य, प्रदूषण मुक्त, संवेदनशीलता के साथ दीपावली कैसे मनाएं बताया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ मानवीय मूल्यों जैसे दया, परोपकार, कृतज्ञता, आदरभाव, देशभक्ति तथा समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को जानने की भावना रोपित करना था। सत्र में पहली से आठवी कक्षा तक के छात्रों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सिद्ध भाऊजी मौजूद थे। उनके साथ संस्था सचिव श्री ए.सी. साधवानी, संस्था सदस्य मनोहर वासवानी, विद्यालय कार्डिनेटर्स, शिक्षक-शिक्षिकाएँ और छात्र उपस्थित रहे। सिद्ध भाऊजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “शिक्षा अर्जन के साथ-साथ हमारे लिए मानवीय जीवन मूल्यों एवं श्रेष्ठ संस्कारों से युक्त भी होना चाहिए।
संस्कारित शिक्षा द्वारा ही मानव सुयोग्य पदों पर आसीन होकर परिवार, समाज व देश को सही दशा व दिशा प्रदान कर सकता है। पाठ्येतर गतिविधियाँ इस उद्देश्य प्राप्ति में सहायक बनती है। अत: अपने माता-पिता गुरू व बड़ो के प्रति सम्मान का भाव रखते हुए अपने लक्ष्य के प्रति अग्रसर हो तथा आगामी परीक्षा को दृष्टिगत रखते हुए तकनीकी साधनों जैसे मोबाईल से पूर्ण रूप से दूरी बनाए और आज ही मोबाईल अपनी माँ को दे दें और परीक्षा में शतप्रतिशत अंक लाने के लिए पूर्णमनों योग से जुट जाएँ ताकि अकादमिक स्तर पर भी श्रेष्ठतम् अंक प्राप्त हो सके।”
सिद्ध भाऊजी के उद्बोधन के बाद विद्यालय प्राचार्य डॉ. अजय कांत शर्मा जी ने छात्रों को भाऊजी के द्वारा बताई गई बातों का पालन करने और पढाई को लेकर संकल्पित होने को कहा। कार्यक्रम में शामिल हुए छात्रों ने अपने अनुभव बांटते हुए कहा कि हमने इस दिवाली घर में रंगीन चाइनिज लाइटों का प्रयोग बंद कर दिया है। इसके साथ ही हमने बाजार की बनी मिठाइयों की जगह घर पर बनी मिठाई का सेवन किया तथा जरूरत मंद लोगों को वस्त्र, मिठाई, फल प्रदान किए ताकि वे भी प्रसन्नता पूर्वक त्योहार मना सकें। प्रदूषण रोकने के लिए हमने पटाखे भी नहीं फोड़े।