महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और बीजेपी में शुरु हुआ टकराव खत्म होने का नाम नही ले रहा। एक ओर मोदी केबिनेट से शिवसेना मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है तो वहीं दूसरी शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर रही है। गवर्नर ने भाजपा द्वारा मना करने के बाद शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दे दिया है।
भाजपा से अलग होने के बाद अब शिवसेना खुलकर भाजपा पर हमला बोल रही है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी अहंकार में है और इसलिए जानबूझकर राज्य को राष्ट्रपति शासन की तरफ धकेल रही है।
राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। जम्मू-कश्मीर में रहे बीजेपी और पीडीपी गठबंधन पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि “महबूबा मुफ्ती और बीजेपी का जो रिश्ता था क्या वो लव जिहाद था क्या?”
संजय राउत ने एनसीपी और कांग्रेस के बारे में कहा, “मेरा दोनों पक्षों से आह्वान है, आपकी परीक्षा की घड़ी है। शरद पवार और कांग्रेस के नेता ये चाहते हैं कि हम सब मिलकर सरकार बनाएं। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत सरकार बनाने की दिशा में काम चल रहा है। “
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ‘बीजेपी के नेताओं का निवेदन मैंने सुना है। बीजेपी सत्ता स्थापित नहीं कर सकी, इसलिए ठीकरा शिवसेना पर फोड़ना उचित नहीं। बीजेपी विपक्ष में बैठने को तैयार है लेकिन 50-50 फॉर्मूला नहीं मानेंगे। ये एक तरह का द्वेष है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘झूठ और अहंकार की वजह से राज्य की यह स्थिति हुई है। बीजेपी ने कहा शिवसेना हमारे साथ आने को तैयार नहीं, ये उनका अहंकार है, महाराष्ट्र की जनता का अपमान है. एग्रीमेंट पर अमल होता तो आज महाराष्ट्र की ये स्थिति नही होती. यह अहंकार जनता का अपमान है।’
केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत के इस्तीफ़े पर राउत ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे के आदेश पर केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत इस्तीफ़ा दे रहे हैं। महाराष्ट्र के लिए ये अभिशाप है। ये कैसा रिश्ता है? अब ये रिश्ता सिर्फ औपचारिक है।’
राउत ने आगे कहा कि राज्यपाल ने सिर्फ 24 घंटे की मुद्दत दी है, बीजेपी को 72 घंटे का समय दिया था। हमें ज्यादा समय देने की ज़रूरत थी। महाराष्ट्र को रष्ट्रपति शासन की तरफ ढकेलने का काम हो रहा है। जो संविधान के तहत जरूरी क़दम उठाना होगा हम देखेंगे।