कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही. आज के ताजा राजनैतिक घटनाक्रम में कांग्रेस और जेडीएस के लगभग 8 विधायकों ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगर विधानसभा अध्यक्ष ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया, तो जेडीएस – कांग्रेस की सभा में संख्या 111 हो जाएगी। वहीं भाजपा के पास इस समय सदन में 105 विधायक हैं।
इन विधायकों ने दिया है इस्तीफ़ा
मीडिया मीडिया चल रही रिपोर्ट्स के अनुसार इस्तीफ़ा देने वालों में कांग्रेस विधायक रमेश जारकीहोली, बीसी पाटिल, महेश कुमटल्ली, प्रथापसौदा पाटिल, शिवराम हेब्बार, सुब्बा रेड्डी शामिल है वहीं जेडीएस विधायकों में एच विश्वनाथ, नारायण गौड़ा और के गोपालैया का नाम सामने आ रहा हैं।
कांग्रेस विधायकों का एक अन्य दल जिसमें रामलिंग रेड्डी, सौम्या रेड्डी, एन मुनिरत्ना, एसटी सोमशेखर और बैराठी बसवराज शामिल है, ने भी विधानसभा स्पीकर से मुलाकात की। हालांकि, दोनों दलों ने बार-बार कहा है कि गठबंधन को कोई खतरा नहीं है और सरकार अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेगी।
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद छाए खतरे के बादल
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में, कांग्रेस और जेडीएस ने कर्णाटक में सत्ता दल होने के बावजूद बेहद ही ख़राब प्रदर्शन किया। वहीं भाजपा ने लोकसभा की 28 में 25 सीटें जीतने में कामयाबी मिली थी। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे की भाजपा जल्द ही कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को तोड़कर राज्य की सत्ता पाने की कोशिश करेगी।