Monday, June 5, 2023

अर्नब की व्हाट्सऐप चैट पर कांग्रेस हमलावर, चार पूर्व मंत्रियों ने कहा- इसमें नहीं मिल सकती माफी

रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी BARC के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता की कथित व्हाट्सऐप चैट को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बुधवार को कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद और पूर्व केंद्रीय मंत्रियों एके एंटनी, सुशील कुमार शिंदे और सलमान खुर्शीद के साथ प्रेस वार्ता की।

प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ये बेहद गंभीर मामला है, इसे किसी भी सूरत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इस मामले में प्रधानमंत्री को खुद सामने आकर जवाब देना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसे अभियान की जानकारी सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे कुछ लोगों को होती है और ऐसे में इसका पता लगना चाहिए कि यह संवेदनशील जानकारी कैसे लीक हुई।

अर्नब गोस्वामी की चैट में बालाकोट हमले से पहले इसका जिक्र होने को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, 73 साल के इतिहास में राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ होते हुए इस देश ने नहीं देखा। आजाद हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री, उनका कार्यालय, गृहमंत्री एवं पूरी सरकार की मर्यादा को छिन्न-भिन्न होते हुए भी यह देश देख रहा है। बड़े-बड़े दिखने वाले लोग कितने बौने हो जाते हैं कि अपना ईमान एक ऐसे व्यक्ति के साथ मिलकर जो अपने आप को पत्रकार कहता है, बेच रहे हैं। देश के साथ जो खिलवाड़ प्रधानमंत्री, अमित शाह और अर्नब गोस्वामी ने मिलकर जो किया वो पूरा देश स्तब्ध होकर देख रहा है। इस मामले में किसने ये जानकारी लीक की, पता चलना जरूरी है।

पूर्व रक्षामंत्री एंटनी ने कहा, ये व्हाट्सएप बातचीत पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। हर देशभक्त भारतीय स्तब्ध है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय है। यह हमारे सशस्त्र बलों खासकर वायु सेना के जवानों की सुरक्षा से जुड़ा है। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी और बहुत संवेदनशील जानकारी कुछ ऐसे लोगों के पास थी जिनके पास नहीं होनी चाहिए। सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे सिर्फ चार-पांच लोगों को इस तरह के अभियान के बारे में पता होता है, ऐसे में बालाकोट एयर स्ट्राइक से कुछ दिनों पहले एक पत्रकार को इस बारे में कैसे पता चला? सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना राष्ट्र विरोधी कृत्य और राष्ट्रद्रोह है।

पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, हम संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे। सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत जो करना चाहिए था वो नहीं किया। मुझे उम्मीद है कि जांच होगी और जो गुनाह हुआ है उसकी सजा मिलेगी। इस मामले में माफी नहीं दी जा सकती है।

पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार में, संविधान और हमारी व्यवस्था में आप सभी भली-भांति जानते हैं कि न्यायपालिका का क्या महत्व है। हम सभी लोग जहां इस देश में एक तरफ पार्लियामेंट पर निर्भर हैं तो दूसरी ओर न्यायपालिका पर हमारा विश्वास हैसमय-समय पर बहुत सारी बातें उठती हैं, अफवाहें उठती हैं लेकिन हमेशा हमारा यह मत रहा है अगर हमने न्यायपालिका पर विश्वास खो दिया तो फिर कुछ नहीं बचेगा। न्यायपालिका को लेकर जो कुछ इस बातचीत में कही गई है, इससे कई सवाल उठते हैं। इसमें जज के बिकने जैसी बातें हैं। उन्होंने कहा कि इस बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के बारे में जो बातें की गई हैं वो बहुत दुखद हैं। ये बातें बहुत विचिलित करती हैं।

बता दें कि अर्नब गोस्वामी और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता के बीच हुई एक कथित व्हाट्सऐप चैट लीक हुई है। ये व्हाट्सऐप चैट 23 फरवरी, 2019 की हैं। इनसे पता चलता है कि अर्नब को पहले से पता था कि भारतीय सेना का बालाकोट में स्ट्राइक का प्लान है। इसी को लेकर विपक्षी दल सरकार को घेर रहे हैं और कह रहे हैं कि केंद्र सरकार ने देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया है।

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