मध्यप्रदेश में सियासी गहमागहमी बढ़ गई है। भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां ज़ोर आज़माइश कर रही हैं। सियासी हलचल कहती है कि बाबूलाल गौर का गढ़ मानी जाने वाली गोविंदपुरा सीट से फिलहाल उनकी बहू कृष्णा गौर विधायक हैं, लेकिन आने वाले वक्त में भाजपा एक बड़ा बदलाव कर सकती है।
चुनाव के अंतिम वक्त में अपनी खास रणनीति के लिए जानी जाने वाली भाजपा के नए दांव से कृष्णा गौर की दावेदारी कमज़ोर पड़ती दिख रही है। कयास हैं कि भाजपा कृष्णा गौर की जगह पर इस बार भाजपा सांसद और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को मौका दे सकती है।
2018 में भी सामने आया था वीडी शर्मा का नाम
इससे पहले 2018 में हुए चुनावों में संगठन स्तर पर वीडी शर्मा का नाम गोविंदपुरा सीट से सामने आया था। तब कृष्णा गौर की नाराजगी के चलते शर्मा को टिकट नहीं मिली थी। तब कृष्णा गौर ने चेतावनी दी थी कि अगर पार्टी टिकट नहीं देती है तो वो निर्दलीय भी लड़ सकती हैं। उस वक्त गौर कांग्रेस से भी संपर्क में थीं।
MIC सदस्यों के चुनाव के वक्त सामने आई थी कलह
पार्टी में कलह को लेकर कृष्णा गौर कभी खुलकर सामने नहीं आईं लेकिन ‘शहर सरकार’ के मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे के वक्त उनके समर्थक सदस्यों ने विभाग ना मिलने पर इस्तीफे दे दिए थे। हालांकि डैमेज कंट्रोल करते हुए गौर ने पूरे मामले को संभाल लिया था।
महापौर चुनाव के वक्त भी नज़रअंदाजी के आरोप लगे थे
विधायक कृष्णा गौर 2022 में महापौर की रेस में सबसे आगे चल रहीं थीं। लेकिन आखिरी वक्त में ये फैसला आया कि विधायकों को महापौर का टिकट नहीं मिलेगा। ऐसी स्थिति में कृष्णा गौर रेस से बाहर हो गईं थीं। ओबीसी कैटेगरी के लिए आरक्षित महापौर सीट पर गौर बड़ा नाम हो सकती थीं। लेकिन अंत में पार्टी ने मालती राय को अपना उम्मीदवार बनाया था।
कृष्णा गौर और वीडी शर्मा के बीच कलह
गोविंदपुरा सीट से वर्तमान विधायक कृष्णा गौर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच कलह की खबरें आती रहती हैं। अंदरखाने में अब ये खबर है कि यही कलह कृष्णा गौर को नुकसान पहुंचा सकती है।
प्रदेश में वीडी शर्मा एक जाना माना चेहरा हैं, अपनी छवि के चलते वो भाजपा को राज्य के स्तर पर बड़ा फायदा पहुंचा सकते हैं।
अमित शाह की बैठक के बाद सक्रिय हुए वीडी शर्मा
अमित शाह की आगवानी के बाद वीडी शर्मा को नई जिम्मेदारी देने का फैसला लिया गया है। वीडी शर्मा की टीम ने सक्रियता से इस विधानसभा में काम करना भी शुरू कर दिया है। ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही हैं कि वीडी शर्मा को प्रदेश में एक बड़ी जिम्मेदारी मंत्री के तौर पर दी जा सकती है। इन कयासों को कृष्णा गौर और वीडी शर्मा के बीच समय-समय पर सामने आने वाली कलह ने हवा दी है।
राज्य में बड़ा रोल निभा सकते हैं वीडी शर्मा
अमित शाह के दौरे के बाद ताज होटल में हुई बैठक में वीडी शर्मा को बड़ा रोल देने की चर्चा हुई। इस दौरान कई बड़े नेता शाह से अनौपचारिक मुलाकात करने पहुंचे थे। सीएम शिवराज ने भी इसके बाद दिल्ली दौरा किया, जिससे ये तो तय है कि भाजपा कुछ बड़ा प्लान तैयार कर रही है। ये तो वक्त ही बताएगा कि वो क्या है।