बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उर्मिला का पार्टी में स्वागत किया। उर्मिला ने दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर कांग्रेस की सदस्यता ली। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस उन्हें मुंबई नॉर्थ सीट से लोकसभा चुनाव 2019 के दंगल में उतार सकती है। हालांकि कांग्रेस और उर्मिला की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
उर्मिला ने बयान करी करते हुए कहा कि “राहुल गांधी और कांग्रेस से जुड़े सभी लोगों का शुक्रिया जिन्होंने मेरा यहां इतना अच्छा स्वागत किया। ये दिन मेरे लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि मैं आज सक्रिय राजनीति में कदम रख रही हूं। दरअसल, बचपन से मेरी सोच महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों से मेल खाती है। मेरी पूरी पर्सनालिटी इनके विचारों से काफी मिलती- जुलती है। इसलिए मैंने कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया है।”
पार्टी में शामिल होते ही उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करना भी शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि संविधान पर कहीं न कहीं आज प्रहार हो रहा है। साथ ही उर्मिला ने यह भी साफ कर दिया कि वह कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर राजनीति में आई हैं और कहीं जाने वाली नहीं हैं। वह लंबे समय तक राजनीति में रहेंगी।
बता दें कि मुंबई नॉर्थ सीट पर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का दबदबा रहा है। इसलिए कांग्रेस को इस सीट के लिए हमेशा कड़ा मुकाबला करना पड़ा है। इस सीट से पिछली बार कांग्रेस के संजय निरूपम को भारी मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। बताया जा रहा है कि ऐश्वर्या जोशी और शिल्पा शिंदे जैसी अभिनेत्रियों के नाम पर भी मुंबई नॉर्थ सीट के लिए चर्चा हुई, लेकिन पार्टी ने इन नामों को गंभीरता से नहीं लिया।
गौरतलब है कि मुंबई की 6 लोकसभा सीटों के लिए चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होगा। इसी दिन राज्य की 17 अन्य सीटों के लिए भी वोट डाले जाएंगे। यदि उर्मिला मातोंडर को उम्मीदवार बनाया जाता है तो उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी से होगा।
गोविंद भी मुंबई नॉर्थ से लड़ चुके हैं चुनाव अभिनेता गोविंदा ने साल 2004 में पूर्व पेट्रोलियम मंत्री राम नाईक को मुंबई नॉर्थ से पराजित किया था। नाईक इस समय उत्तर प्रदेश के राज्यपाल हैं। नाईक को वर्ष 2009 में संजय निरूपम के हाथों फिर हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन साल 2014 में मोदी लहर के दौरान गोपाल शेट्टी ने निरूपम को पराजित कर दिया। इसके बाद संजय निरूपम मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट पर शिफ्ट हो गए, जहां उनकी अच्छी पकड़ है।