सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले ने आज भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कई बड़े खुलासे किए है। जारी किए गए तथ्यों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए कई चीनी कंपनियों को करोड़ों रुपये दिए थे। वहीं खुलासे में बड़ी बात यह है कि इन कंपनियों में कई ऐसी कंपनियां भी शामिल है जो भारतीय डेटा को चीन भेजने को लेकर सरकार की रडार पर थी।

जिन कंपनियों/एप्प को भारतीय जनता पार्टी ने पैसों का भुगतान किया उनमें शेयर इट (ShareIt), यूसी ब्राउज़र (UC Browser) और टेनसेंट (Tencent) शामिल है।
मिली जानकारी के अनुसार भाजपा ने इन चीनी कंपनियों को अपने प्रचार के लिए लगभग 1.15 करोड़ रुपये का भुगतान किया है कर यह कंपनियां हाल ही में भारत सरकार द्वारा बैन किये गए 59 चीनी एप्प्स में शामिल है।
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1: यूसी वेब ब्राउज़र ( UC Web Browser )
जिन कंपनियों को भाजपा ने अपने प्रचार के लिए पैसे दिए उनमें प्रमुख है यूसी ब्राउज़र। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए यूसी ब्राउज़र को कुल 33,50,793 रुपये का भुगतान किया है।

ज्ञात हो कि साल 2017, मतलब लोकसभा चुनाव के लकगभग 2 साल पहले भारत सरकार ने अलीबाबा ग्रुप के यूसी ब्राउज़र को डेटा लीक करने के शक में सरकार के रडार में रखा गया था।

2: गम्मा गाना (Gamma Gaana)
यूसी ब्राउज़र के बाद जो दूसरी बड़ी चीनी कंपनी थी जिसे भाजपा ने प्रचार के लिए पैसे दिया, वह थी गम्मा गाना। कंपनी के कई डायरेक्टरों में से एक है, चीनी पो शू युइंग (Po Shu Yueng)। वहीं दिलचस्प बात यह है कि पो शू युइंग एक अन्य कंपनी, 10 सी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (10c India Pvt Ltd) के भी डायरेक्टर है।

बता दें कि कंपनी गम्मा गाना, टेनसेंट (चीनी कंपनी) के अनुदान पर चलती है।
अलीबाबा और टेनसेंट का चीनी पार्टी पीपल्स लेबेराशन पार्टी ( Peoples Liberation Party) से कनेक्शन

3: शेयर इट ( Share IT)
तीसरी और आखरी कंपनी जिसको भाजपा ने अपने प्रचार-प्रसार के लिए लोकसभा चुनाव में पैसा दिया, वह है शेयर इट, (Share IT)।

शेयर इट उन ऍप्लिकेशन्स में से है जिन्हें हाल ही में मोदी सरकार ने देश की अखंडता और संप्रभुता को खतरा बताके बैन किया है।
साकेत गोखले ने उठाए कई अहम सवाल
इन सभी तथ्यों को मीडिया के सामने लाते हुए सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले ने कई अहम सवाल भी उठाए है। जिनका जवाब भाजपा को देश की जनता को देना चाहिए।
- भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान इन चीनी कंपनियों को कितना भारतीय डेटा दिया ?
- भाजपा को लोकसभा चुनाव जीतने में चीनी सरकार की क्या भूमिका रही ?
- भाजपा के यह चीनी संपर्क कितने गहरे है ?
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साकेत ने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच समय समय पर मुलाकात होती रही है। प्रधानमंत्री मोदी भी चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग से 18 बार मिल चुके है।
भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव में किये गए पूरे खर्चे की पूरी लिस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें।
(नोट: लेख में दिए गए सभी तथ्य सामाजित कार्यकर्ता एवं आरटीआई एक्टिविस्ट साकेत गोखले द्वारा उनके ट्विटर एकाउंट पर जाती किये गए है। ऐसे दौर में जब मुख्य मीडिया एक तय प्रोपेगंडा पर काम कर रहा है तो साकेत गोखले जैसे आरटीआई और सामाजिक कार्यकर्ता का यह योगदान सराहनीय है।)