देर शाम जारी हुई मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यसूची से फ्लोर टेस्ट को शामिल नहीं किए जाने के बाद एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा जहां राज्यपाल से मिलकर कल ही फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग कर रही है तो वहीं कांग्रेस कह रही है कि विधानसभा की कार्यवाही अध्यक्ष ही तय करेंगे।
जहां एक ओर फ्लोर टेस्ट की उम्मीद में भाजपा के विधायक भी दिल्ली से भोपाल के लिए रवाना हो चुके है तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पंकज शर्मा ने ट्वीट कर बड़ी बात कही है। पंकज शर्मा ने ट्वीट करते हुए दावा किया है कि मध्यप्रदेश विधानसभा में भाजपा के 9 विधायक कर क्रास वोटिंग सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि कल सोमवार को फ्लोर टेस्ट नहीं होगा।
#MadhyaPradesh में @BJP4India के 9 विधायकों के क्रास-वोटिंग के आसार | कल नहीं होगा फ्लोर टेस्ट |
— Pankaj Sharma पंकज शर्मा (@Pankaj___Sharma) March 15, 2020
इससे पहले भाजपा विधायक दल फ्लोर टेस्ट की मांग को लेकर राजभवन पहुंचा थे। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और बीजेपी के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा सहित कई भाजपा नेता थोड़ी देर में राज्यपाल टंडन से मुलाकात कर कल ही फ्लोर टेस्ट कराया जाए। बता दें कि राज्यपाल के निर्देश के बावजूद विधानसभा की कार्यसूची से फ्लोर टेस्ट के विषय को शामिल नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि कल से शुरू होने वाले बजट सत्र में विधानसभा की कार्यसूची से फ्लोर टेस्ट के विषय को को शामिल नहीं किया गया है। इस लिहाज से ये माना जा रहा है कि कल सदन में फ्लोर टेस्ट नहीं कराया जाएगा। बता दें कि राज्यपाल लालजी टंडन ने कल ही सीएम कमलनाथ को लिखे पत्र में स्पष्ट कहा था कि किसी भी शर्त में 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराया जाना है, सदन की कार्यवाही किसी भी शर्त में स्थगित नहीं की जाएगी। वहीं, विधानसभा की कार्यसूची राज्यपाल के अभिभाषण के बाद भाषण पर कृतज्ञता व्यक्त करने का प्रस्ताव है।
वहीं, दूसरी ओर फ्लोर टेस्ट कराए जाने को लेकर कहा है कि कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि हमारे 16 विधायकों को भाजपा ने बंधक बना लिया है और इन हालातों में क्या फ्लोर टेस्ट करना संविधानिक होगा? इससे पहले आज ही सभी विधायकों ने एक पत्र जारी कर कहा था कि हम विधानसभा अध्यक्ष के सामने प्रस्तुत होने में असमर्थ हैं, कृपया इसे ही हमारा इस्तीफा समझा जाए।