आज गुड़ी पड़वा के साथ हिंदू नव संवत्सर 2078 का शुभारंभ हो गया है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार लोग सावधानी पूर्वक त्योहार घर में ही मना रहे हैं। गुड़ी पड़वा का आध्यात्मिक महत्व है कि इस विशेष दिन पर कहा जाता है कि भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 साल के लंबे वनवास के बाद अयोध्या वापस लौटे थे और लंका में रावण को हराया था।
गुड़ी पड़वा को उत्साह से मनाया जाता है। लोग दरवाजे पर रंगोली बनाकर अपने स्थानों को सुशोभित करते है और फूलों से अपने घर को सजाते है। इसके अलावा, आम के पत्तों से बना एक तोरण भी दरवाजे के प्रवेश द्वार पर लटका दिया जाता है।
पुरुष और महिलाएं नवारी साड़ी समेत नए पारंपरिक परिधान पहनती हैं, जबकि पुरुषों के लिए ये कुर्ता पायजामा या धोती कुर्ता है। लोग इस त्योहार पर पूजा और आरती करते हैं और गुड़ी पर अक्षत डालते हैं।
गुड़ी पड़वा 13 अप्रैल, 2021 मंगलवार को पड़ेगा।अप्रैल 12, 2021 को सुबह 08:00 बजे प्रतिपदा तीथि शुरू होती है और 13 अप्रैल, 2021 को प्रात: 10:16 बजे प्रतिपदा तिथि समाप्त होगी।