भोपाल में कोरोना का कहर अब भी जारी है और इससे तमाम लोग दम तोड़ रहे है। भोपाल के 2 श्मशान घाट और एक कब्रिस्तान में अप्रैल में कुल 2,557 शवों को अंतिम संस्कार कोरोना के प्रोटोकॉल के मुताबिक किया गया है। लेकिन भोपाल में सरकारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में मात्र 104 लोगों की मौत बताई गई है।
बता दे कि भदभदा विश्राम घाट प्रबंधन समिति के सचिव शर्मा ने कहा कि भदभदा विश्राम घाट में 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक कुल 2,052 शवों का अंतिम संस्कार किया है। इनमें से 1,654 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना के प्रोटोकॉल के मुताबिक किया गया है। भदभदा विश्राम घाट प्रदेश की राजधानी भोपाल में हिन्दुओं के बड़े श्मशान घाटों में से एक है।
इसके साथ शर्मा ने कहा कि भोपाल में भदभदा विश्राम घाट, सुभाष नगर विश्राम घाट एवं झदा कब्रिस्तान जहांगीराबाद में ही कोविड-19 के मरीजों का अंतिम संस्कार करने की अनुमति है।
वहीं सुभाष नगर विश्राम घाट के प्रबंधक शोभराज सुखवानी ने बताया कि उनके विश्राम घाट में अप्रैल में 1,386 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इनमें से 727 शवों का अंतिम संस्कार कोविड-19 के प्रोटोकॉल के मुताबिक किया गया।
झदा कब्रिस्तान जहांगीराबाद के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रेहान गोल्डन ने कहा कि पिछले महीने हमारे कब्रिस्तान में कुल 373 शव दफनाये गये। इनमें से 176 को कोविड-19 के प्रोटोकोल के मुताबिक दफनाया गया। जबकि 42 शवों को कोरोना वायरस से हुई मौत के संदेह में दफनाया।
हालांकि, मध्य प्रदेश सरकार की 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक की कोविड-19 बुलेटिनों के अनुसार अप्रैल 2021 में भोपाल में मात्र 104 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से हुई।