भारत सरकार और राज्य सरकारें कोरोना के संक्रमण से देशवासियों को बचाने के लिए वैक्सीनेशन पर ज्यादा जोर दे रही हैं।
दूसरी लहर में कोरोनावायरस ने जिस प्रकार से समूचे देश में हाहाकार मचाया है उसके बाद से सरकारों ने आम जनता का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करवाने के उद्देश्य से वैक्सीनेशन करवाने वालों को कई सहूलियत दी थी मसलन लॉकडाउन में भी वैक्सीन लगवाने वालों को घर से निकलनेकी परमिशन दी गई थी लेकिन इस बीच एक ऐसा आदेश सामने आया है जो अपने आप में अनूठा है।
यूपी के इटावा जिले में वैक्सीनेशन को बढ़ाने के लिए सैफई एसडीएम ने एक अजीबोगरीब मौखिक आदेश दिया है जिसमें उन्होंने शराब और बियर के ठेकेदारों से कहा है कि वह ऐसे किसी व्यक्ति को भी शराब की बिक्री ना करें जिसके पास वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र ना हो। जिसका असर भी दिखाई देने लगा है।
एसडीएम हेमसिंह के अनुसार शनिवार को उन्होंने ठेकेदारो से बगैर वैक्सीन प्रमाण पत्र के किसी को शराब की बिक्री नहीं करने की अपील की थी। एसडीएम की अपील के बाद अब शराब खरीदने वाले वैक्सीन लगावाने का प्रमाण पत्र लेकर आ रहे है।
एसडीएम ने सैफई तहसील में कोरोना वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने की इस अनूठे प्रयोग की जमकर तारीफ हो रही है। उन्होंने शराब व बीयर ठेका संचालकों से अपील की है कि कोरोना का टीका लगवा चुके लोगों को ही शराब बेचें। इसके लिए वह समय-समय पर दुकानों की जांच भी करेंगे।
आपको बता दें कि उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में बीते दिनों जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद एसडीएम हेमसिंह और सीओ राकेश वरिष्ठ और आबकारी विभाग की टीम के साथ शराब व बीयर की दुकानों का निरीक्षण करने निकले थे।
दुमीला तिराहे और गीजा गांव में दुकानों की जांच के बाद एसडीएम ने शराब दुकानों के सामने वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने वाले पोस्टर लगाने के निर्देश दिए। एसडीएम ने ठेका संचालकों और सेल्समैनों से कहा कि 45 वर्ष आयु से अधिक उम्र के व्यक्ति को शराब-बीयर तभी दें जब वह कोरोना का टीका (वैक्सीनेशन) लगवाने का कार्ड दिखाए। टीका न लगवाने वाले को शराब न दें।