Newbuzzindia: जिस तरह अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को लोगो के उत्पीड़न से बचाने के लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति (उत्पीड़न रोकथाम) अधिनियम बनाया गया है उसी तरह मुसलामानों को समाज के एक खास वर्ग से बचाने के लिए भी एक एक्ट बनाना चाहिए, जिससे मुसलमान अपने आप को सुरक्षित महसूस करे। यह बात समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र के अध्यक्ष अबु आजमी ने कही है।
आजमी ने कहा कि ‘उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम की तर्ज पर एक ऐसा ही कानून मुसलमानों के लिए भी बनाया जाना चाहिए क्योंकि वे समाज के कुछ खास वर्ग के हाथों उत्पीड़न और उनकी अपमानजनक टिप्पणियों का सामना करते हैं।’
इसी दौरान उन्होंने मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर भी निशाना साधा और उनके राज ठाकरे द्वारा कहे गए बयान का भी विरोध किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अधिनियम रद्द कर दिया जाना चाहिए क्योंकि वह असंवैधानिक है।
आजमी ने यह भी कहा कि ‘मुसलमानों और धार्मिक प्रमुखों को आईएस की निंदा करनी चाहिए क्योंकि यह आतंकवादी संगठन इस्लाम के लिए धब्बा है और वह इस धर्म की छवि खराब कर रहा है।’