#Newbuzzindia/नई दिल्ली | स्वदेशी उत्पाद बनाने वाली देश की अग्रणी कम्पनी ‘पतंजलि’ एक बार फिर घेरे में आ गयी है। इस बार पतंजलि अपने प्रोडक्ट्स के कारण नही बल्कि अपने विज्ञापनों के कारण विवादों में आई है।
ASCI (भारतीय विज्ञापन मानक परिषद) ने बाबा रामदेव को पतंजलि के विज्ञापनों को लेकर कटघरे में लिया है और पतंजलि के विज्ञापनो को भ्रामक बताया है। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि पतंजलि के विज्ञापन, अपनी प्रतिद्वन्दी कम्पनी को गलत तरीके से दिखा रहे है और अनुचित बता दे रहे है।
इस मामले में उपभोक्ता शिकायत परिषद (सीसीसी) को पतंजलि के एक विज्ञापन कच्ची घानी के सरसों के तेल पर सवाल खड़ा किया है जिसमे पाया गया है कि पतंजलि का विज्ञापन अपनी विरोधी कम्पनियों सरसों का तेल सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन प्रक्रिया से निकाला गया तेल मिलावटी है और इसमें न्यूरोटॉक्सिन हैक्जेन है। इस तरह से पतंजलि ने बहुत बड़ा चड़ा कर विज्ञापन में प्रदर्शित किया है।
आपको बता दे कि ASCI ने इस घेरे में पतंजलि के दन्त क्रांति और दुग्धामृत जैसे उत्पादों पर ऊँगली उठी है जिनमे पतंजलि के दावो को पूरा न करने का आरोप लगा है। पतंजलि के साथ साथ टाटा मोटर्स के सिग्ना वाणिज्यिक वाहन, रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिलायंस जियो इंफोकॉम, सुजुकी मोटरसाइकिल की सुजुकी जिक्सर को भी ASCI ने कटघरे में लिया है।
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