#Newbuzzindia/नई दिल्ली | महाराष्ट्र में भाजपा का सबसे बड़ा सहयोगी दल शिवसेना लगातार बीजेपी पर शब्द भेदी बाण छोड़ रहा। एक तरफ शिवसेना सत्ता में भाजपा का साथ दे रही है तो वहीँ दूसरी ओर वह केंद्र पर हर मुद्दे पर ऊँगली उठाने से पीछे भी नही हट रही है। शिवसेना ने केंद्र और भाजपा पर निशाना साधने और विरोध करने का एक नया तरिका इज़ाद किया है, वह है सामना ! वैसे तो शुरू से ही सामना में विरोध की गंध झलकती थी पर अब यह निशाना साधने का मुख्य हथियार बन गया है।
मोदी ने रविवार को जब अपने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया तो मोदी सरकार पर निशाना साधने और आरोप लगाने से शिवसेना पीछे नही छूटी और आखिर भाजपा से पूछ ही लिया कि “कितने खातों में आये 15 लाख रूपए। पीएम मोदी के उन दावों का क्या हुआ जो कालेधन पर वो किया करते थे। दो साल में कितने खातों में काला धन वापस आया है।”
यह सवाल शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिये पूछा। सामना के संपादकीय का शीर्षक था चाय से ज्यादा केतली गरम, मन की बात । शिवसेना ने इस पर केंद्र और मोदी से काले धन पर सवाल खड़े करते हुए यह भी कहा कि “देश बदल रहा है, लेकिन हमें फ्री की चाय नहीं चाहिए। चुनाव से पहले जो वादे किए गए थे उनका क्या हुआ। ये सवाल चाय की चुस्की मारते हुए कोई सिरफिरा पूछे तो उसके साथ क्या करना चाहिए। ये सवाल लोगों के मन में उठ सकता है।”
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