मध्य प्रदेश से बाहर काम पर जाने वाली युवतियों का पंजीयन किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य से बड़ी संख्या में गांव से बाहर युवतियां काम की तलाश में जाती हैं, काम के लिए बाहर जाने में कोई आपत्ति नहीं है, मगर उनकी सुरक्षा जरुरी है। इसके लिए यह व्यवस्था की जा रही है कि गांव से जो बेटी बाहर काम के लिए जाती है, तो वह कहां काम के लिए गई है इसकी जानकारी देना हेागी। उसके साथ एक टेलीफोन नंबर होगा जिस पर बेटी किसी भी तरह की समस्या पर कॉल कर सकती है और सहायता व सहयोग मांग सकती है।
वहीं भोपाल में मध्यप्रदेश आजीविका मार्ट का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, इनमें स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दिशा में निरन्तर कार्य होगा ताकि बहनें स्वयं सशक्त होकर एक सशक्त समाज की रचना में सहयोगी बनें। प्रदेश की बहनों को गरीब नहीं रहने दिया जायेगा। पोषण आहार तैयार करने का कार्य अब ठेकेदार नहीं बल्कि महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाएं करेंगी। इन समूहों के उत्पाद पोर्टल के माध्यम से दूसरे देशों तक जा सकेंगे। गरीबी मिटाने का यह बहुत बड़ा माध्यम होगा।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में माफिया के विरूद्ध अभियान छेड़ा गया है। इसके साथ ही नशे की लत से युवाओं को बचाने के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। महिलाएं भी बच्चों को नशे की तरफ बढ़ने से रोककर इस कार्य में सहयोगी बन सकती हैं।