भोपाल में यौन शोषण का आरोपी प्यारे मियां की शिकार बनी बच्चियों में से एक युवती की पिछले दिनों नींद की गोलियां खाने से मौत हो गई थी। इस मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है और जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन करने का फैसला लिया है।
प्यारे मियां की हवस का शिकार बनी बालिकाएं राजधानी के शासकीय बालिक गृह में हैं। इनमें से एक बालिका ने पिछले दिनों नींद की गोलियां खा ली थी और उसे गंभीर हालत में हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी। इतना ही नहीं बालिका के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सीधे श्मसान घाट ले जाया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बालिका की मौत को गंभीरता से लिया है। अधिकारियों के साथ हुई बैठक में भी बालिका की मौत के मामले पर चर्चा हुई। साथ ही मामले की जांच एसआईटी से कराने को कहा गया।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राज्य की सरकार पर तंज कसा और कहा है, बेहद निंदनीय , बेहद शर्मनाक .. शिवराज सरकार में भांजियां कही भी सुरक्षित नहीं? प्रदेश की राजधानी में यौन शोषण की शिकार मासूम बच्चियां बालिका गृह में भी सुरक्षित नहीं? उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि, कितनी अमानवीयता, मृत बच्ची को उसके घर तक नहीं जाने दिया गया, उससे अपराधियों जैसा व्यवहार?
उसके परिवार को अंतिम रीति-रिवाजों से भी वंचित किया गया, यह कैसी निष्ठुर व्यवस्था? कहां हैं जिम्मेदार? प्रदेश को कितना शर्मसार करेंगे? मामला बेहद गंभीर, मामले की सीबीआई जांच हो, बाकी बालिकाओं को भी पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाए।