आगर मालवा के विधायक और एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े ने बढ़ते कोरोनावायरस को दृष्टिगत रखते हुए 10वीं 12वीं की परीक्षा स्थगित करने की मांग की है।

स्कूल शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में वानखेड़े ने कहा कि मध्यप्रदेश में दसवीं की परीक्षाएं 30 अप्रैल से 19 मई तक तो 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 1 मई से 21 मई तक संपन्न होना सुनिश्चित की गई है है ऐसे समय में जब कोरोनावायरस अपने चरम पर है और समस्त प्रतियोगी परीक्षाओं ऐसे पुलिस परीक्षा,विश्वविद्यालय परीक्षा,विद्यालयीन शिक्षकों की भर्ती परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है तो 10वीं 12वीं की परीक्षाओं को भी स्थगित किया जाना चाहिए।
वानखेड़े ने पत्र में लिखा कि 10वीं और 12वीं के छात्र छात्रों पर परीक्षा का तनाव बढ़ता जा रहा है क्योंकि वह दोहोरी चिंता से घिरे हुए हैं एक तरफ जहां उन्हें परीक्षाओं का तनाव है तो दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण के कारण आए दिन होने वाली घटनाऐं उनके मन मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव छोड़ रही हैं तथा छात्रों का इस संक्रमण काल में पढ़ाई करना मुश्किल हो रहा है।
वानखेड़े ने स्कूल शिक्षा मंत्री को सुझाव देते हुए कहा कि छात्र हित और छात्रों के परिजनों को दृष्टिगत रखते हुए 10वीं 12वीं की परीक्षा स्थिति सामान्य होने तक स्थगित कर देना चाहिए या उनकी परीक्षाएं भी ऑनलाइन मोड पर आयोजित करवा ली जानी चाहिए।
वानखेड़े ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग कोरोना की भयावहता को जानते हुए भी जानबूझकर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। यह केंद्र सरकार और समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का भी उल्लंघन है ऐसी विकट परिस्थितियों में छात्रों का भविष्य संकट में डालना छात्रों के साथ अन्याय करने जैसा है क्योंकि परीक्षाओं में न सिर्फ छात्र उपस्थित होंगे बल्कि उनके परिजन,स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी,कर्मचारीगण भी उपस्थित रहेंगे तो उनके परिवारों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है इसलिए लाखों जीवन की जान माल की सुरक्षा हेतु 10वीं 12वीं की परीक्षाएं स्थिति सामान्य होने तक स्थगित करना ही हितकर रहेगा।