मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की चेन तोड़ना आवश्यक है। और इसलिए लोग 30 अप्रैल तक अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। वहीं शाम 7 बजे शिवराज प्रदेश की जनता को भी संबोधित करने वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना का संकट अत्यंत विकट है, यह एक युद्ध है जिसमें सबको अपने अपने मतभेद भुलाकर एकजुट होकर लड़ना पड़ेगा। सरकार अपने स्तर पर पूरे प्रयास कर रही है लेकिन जब तक समाज का पूरा सहयोग नहीं मिलेगा हम कोरोना को शीघ्र नियंत्रित नहीं कर पाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीमारी के थोड़े भी लक्षण दिखने पर तुंरत जांच करवायें तथा होम आइसोलेशन अथवा कोविड केयर सेंटर में रहकर अपना इलाज करवाए। यहां सरकार द्वारा दवाओं, डाक्टर की परामर्श आदि की पूरी व्यवस्था की गई है। उन्होंने जनता से अपील की कि आगामी 30 अप्रैल तक कोई भी अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले। गांव, मोहल्लों, कॉलोनियों, बिल्डिंग्स आदि में लोग जनता कर्फ्यू लगाएं। इस दौरान आवश्यक वस्तुएं दो-चार व्यक्ति जाकर ले आएं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि सभी के सहयोग से हम सभी इस जंग से जल्दी जीतेंगे। उन्होंने कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक तथा अन्य संगठनों एवं जनसामान्य से पूरा सहयोग करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 08 अप्रैल से अब तक सरकारी सप्लाई और निजी क्षेत्र की सप्लाई मिलाकर लगभग 01 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन आ चुके हैं। आज हैटरो कंपनी से 12 हजार इंजेक्शन की सरकारी सप्लाई प्राप्त हो रही है। मॉयलॉन कंपनी से 20 अप्रैल को 20 हजार इंजेक्शन प्राप्त हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वालेंटियर्स कोरोना के नियंत्रण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सेवा का इच्छुक कोई भी व्यक्ति 181 पर कॉल कर कोरोना वालेंटियर्स बन सकता है। प्रदेश में अभी तक 97 हजार 500 कोरोना वालेंटियर्स पंजीकृत हुए हैं।