मध्यप्रदेश के दमोह में उपचुनाव का बिगुल बजते ही दोनों पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत चुनाव जीतने में लगा दी है।
एकतरफ जहाँ भाजपा ने अपने सभी बड़े और प्रमुख नेताओं मसलन केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा,दमोह के प्रभारी मंत्रीद्वय भूपेंद्र सिंह,गोपाल भार्गव समेत लगभग 30 विधायकों को जीत सुनिश्चित करवाने की जिम्मेदारी दी है
तो दूसरी तरह कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने भी इस सीट को वापस पाने के लिए कमर कस ली है कमलनाथ ने लगभग 30 विधायकों और पूर्व मंत्रियों की टीम समेत समस्त मोर्चा संगठनों के प्रमुखों को दमोह में कैम्प करने के निर्देश दिए हैं।
आज इसी क्रम में कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं और विधायकों के नेतृत्व में दमोह के लगभग 20 से ज्यादा उन भाजपा के कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में शामिल करवा लिया जो भाजपा की जीत में निर्णायक भूमिका अदा करते रहे हैं।
आपको बता दें कि पिछले दिनों हुई मुख्यमंत्री की रैली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मुकेश नायक के भाई ने कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा जॉइन कर ली थी आज उसी का पलटवार करते हुए कांग्रेस ने भी भाजपा के कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल करवा लिया।