बूँद-बूँद पानी के लिए अब तरसेगा पाकिस्तान, मोदी सरकार ने उठाया बड़ा कदम..!


Newbuzzindia: पाकिस्तान को उसकी ना’पाक’ हरकत का नतीजा जल्द ही मिलने वाला है। पाकिस्तान को मोदी सरकार युद्ध की बजाय दूसरे तरीके से बर्बाद करने के मूड में है। मोदी सरकार काम-दाम-दंड-भेद वाली नीति से पाक को मिट्टी में मिलाने के लिए तैयार हो रही है।

मोदी सरकार ने संकेत दिए है कि भारत और पाक के बीच हुए दशकों पुराने ‘सिंधु जल समझौता’ को यही खत्म किया जाए। इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने इस जल समझौते पर कहा कि किसी भी समझौते के दो देशों में आपसी भरोसा और सहयोग होना जरूरी है। यह एकतरफा नहीं हो सकता।

उरी हमले पर विकास स्वरूप ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘हमारा काम दिखाई देता है। सभी को एक्शन दिखाई दे रहा है। उरी हमले के बाद हमारा कदम सभी को नजर आ रहा है हर नतीजे भी दिखाई पड़ रहे है। 

यह है सिंधु जल समझौता-
भारत और पाक के बीच 1960 में हुआ यह दुनिया का सबसे बड़ा उदार समझौता है। भारत और पाक की नदियों के बीच एक रेखा की तरह काम करता है। इसमें नदी के जल का 80 फीसदी से अधिक पाकिस्तान को दिया जाता है और वहीं सिंधु नदी में आने वाली तीन नदियां भारत तो तीन नदियां पाकिस्तान के पाले में आती है। इस समझौते के अंतर्गत भारत इन नदियों पर बांध नही बना सकता है , यदि वह इन नदियों पर बांध बनाता है तो पाकिस्तान पानी की एक एक बूंद के लिए तरस जाएगा। 

केंद्र सरकार के संकेतों पर ध्यान दे तो ज्ञात होता है कि जल्द ही सिंधु नदी जल समझौते पर सरकार अपना कड़ा रुख दिखा सकती है। जिससे पाकिस्तान को पानी के लाले लग जायेंगे !

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